
Sunil Gavaskar: पहलगाम के जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले (Terror attack in Pahalgam's Jammu and Kashmir) के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) भंग हो सकती है. बता दें कि भारत इस साल एशिया कप के लिए श्रीलंका के साथ सह-मेजबान है. हालांकि अभी एशिया कप के आयोजन की तारीखों और वेन्यू की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन हाल ही में एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण इस साल एशिया कप नहीं होगा. वहीं, दूसरी ओर भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavskar) ने भी पाकिस्तान को लेकर बयान दिया है और कहा है कि "यदि एशिया कप का आयोजन हो तो पाकिस्तान को इससे बाहर कर देना चाहिए".

Photo Credit: BCCI
सुनील गावस्कर ने माना है कि पिछले महीने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद वह पाकिस्तान को एशिया कप में हिस्सा लेते नहीं देख सकते. भारत और श्रीलंका इस साल के अंत में टूर्नामेंट की मेजबानी करने वाले थे, लेकिन अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने इस टूर्नामेंट के आगे बढ़ने और पाकिस्तान के इसमें हिस्सा लेने पर संदेह पैदा कर दिया है.

स्पोर्ट्स टुडे से खास बातचीत में गावस्कर ने कहा कि "बीसीसीआई का रुख भारत सरकार जैसा ही होगा." भारतीय पूर्व दिग्गज को लगता है कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति नहीं बदली तो पाकिस्तान टीम टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं बन पाएगी. गावस्कर ने कहा, "बीसीसीआई का रुख हमेशा से वही रहा है जो भारत सरकार उन्हें करने के लिए कहती है. इसलिए मुझे नहीं लगता कि एशिया कप के मामले में इसमें कोई बदलाव होगा. एशिया कप के मेजबान भारत और श्रीलंका हैं, इसलिए यह इस बात पर निर्भर करता है कि चीजें बदली हैं या नहीं, लेकिन अगर चीजें नहीं बदली हैं, तो मैं पाकिस्तान को अब एशिया कप का हिस्सा बनते नहीं देख सकता, जिसकी मेजबानी भारत और श्रीलंका करने जा रहे हैं.
गावस्कर ने यह भी दावा किया कि एशियाई क्रिकेट परिषद को भंग किया जा सकता है, खासकर पीसीबी के अध्यक्ष मोहसिन नकवी के संगठन के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के बाद. इस बारे में गावस्कर ने कहा, "मुझे नहीं पता कि यह कैसे होगा. ऐसा हो सकता है कि एशियाई क्रिकेट परिषद को भंग कर दिया जाए, और एशिया कप तीन देशों का या चार देशों का टूर्नामेंट हो सकता है जिसमें हांगकांग या यूएई को आमंत्रित किया जा सकता है. मुझे लगता है कि अगले कुछ महीनों में बातें साफ हो जाएगी."
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