ऑस्टिन वॉ बिल्कुल पिता स्टीव वॉ की तरह कूल रहकर बल्लेबाजी करते हैं (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
ऑस्ट्रेलिया की सीनियर टीम जहां टेस्ट मैचों में पाकिस्तान से दो-दो हाथ कर रही है और इसकी हर ओर चर्चा है, क्योंकि पाकिस्तान की टीम ने पहले टेस्ट में तगड़ी टक्कर देने के बाद अब दूसरे टेस्ट में भी शानदार बल्लेबाजी की है, लेकिन इस बीच वहां बिग बैश लीग की भी चर्चा है. खासतौर से जबसे ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ (Steve Waugh) के बेटे 17 साल के ऑस्टिन ने एक अनूठा छक्का जड़ा है, तब से हर कोई उनकी ही चर्चा कर रहा है. इससे पहले भी ऑस्टिन अपने पिता के अंदाज में बल्लेबाजी के लिए सोशल मीडिया पर चर्चा के केंद्र में रह चुके हैं. वह भी ठीक उसी तरह पॉपुलर हो रहे हैं, जैसे भारत में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के बेटे अर्जुन और राहुल द्रविड़ के बेटे समित की चर्चा होती है.
हम जिस मैच की बात कर रहे हैं वह बिग बैश लीग (Big Bash League) का उद्घाटन मैच था, जो पोंटिंग इलेवन और गिलक्रिस्ट इलेवन के बीच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया था. इन दोनों ही टीमों का नाम रिकी पोंटिंग और एडम गिलक्रिस्ट के नाम पर रखा गया है. ऑस्टिन वॉ इस मैच में पोटिंग इलेवन की ओर से उतरे थे. गिलक्रिस्ट इलेवन ने 20 ओवर में तीन विकेट पर 165 रन बनाए थे. इसका पीछा करते हुए पोंटिंग इलेवन के पहले तीन बल्लेबाजों ने 35 रनों से अधिक की पारी खेलते हुए टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई, लेकिन उनमें से कोई भी बल्लेबाज 50 के स्कोर तक नहीं पहुंच सका. इस बीच उनके चार गेंदों के भीतर ही तीन विकेट गिर गए और उस पर संकट आ गया.
दबाव के इस पल में स्टीव वॉ के बेटे ऑस्टिन नंबर पांच पर बैटिंग के लिए उतरे. जाहिर है उन पर पारी को संभालने और जीत दिलाने की जिम्मेदारी थी. शुरुआत में ऑस्टिन थोड़े परेशान नजर आए, लेकिन 16वें ओवर में उनके बल्ले से ऐसा शॉट निकला कि सब देखते रह गए और फिर उन्होंने लय पकड़ ली. ऑस्टिन ने तेज गेंदबाज ब्रैडली होप की बाउंस होती गेंद, जो उनके सिर की ऊंचाई के आसपास थी, उसको थोड़ा पीछे हटकर इस अंदाज से खेला जैसे कि टेनिस खिलाड़ी सर्व (Tennis Serve Six) करते हैं और गेंद देखते ही देखते लॉन्ग ऑफ बाउंड्री के ऊपर से छह रन के लिए चली गई. नीचे देखिए उनके इस शॉट का Video...
ऑस्टिन ने 28 गेंदों में 27 रन बनाकर अपनी टीम को जीत के मुहाने तक पहुंचा दिया, लेकिन तभी वह आउट हो गए. अब टीम को जीत के लिए अंतिम तीन गेंदों में 8 रन चाहिए थे, जिसे विल सदरलैंड ने दो चौकों की मदद से बना लिया.
एक फैन ने यह Video ट्वीट किया. आप भी देखिए...
पिता की तरह कूल
अक्टूबर में ही ऑस्टिन वॉ ने अंडर-17 नेशनल चैंपियनशिप के फाइनल में न्यू साउथ वेल्स मेट्रो की ओर से खेलते हुए क्वीन्सलैंड के खिलाफ ब्रिसबेन के एलन बॉर्डर मैदान पर मुश्किल समय में अपने पिता के अंदाज में खेलते हुए मैच विजयी शतक ठोका था. उन्होंने 136 गेंदों में 122 रनों की पारी खेली थी, जिसमें 4 चौके और 6 छक्के लगाए. ऑस्टिन के क्रीज पर रहते ही उनकी टीम के 57 रन पर 4 विकेट लौट चुके थे. फिर उन्होंने अन्य बल्लेबाजों के साथ साझेदारियां बनानी शुरू की थी.
ऑस्टिन के शतक से उनकी टीम ने 50 ओवरों में 6 विकेट पर 274 रन का बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया. जवाब में क्वीन्सलैंड की टीम महज 122 रन पर ही सिमट गई और न्यू साउथ वेल्स मेट्रो ने 152 रन से बड़ी जीत दर्ज कर ली.
ऑस्ट्रेलिया के अंडर 17 क्रिकेटर जूनियर वॉ कहते हैं, 'मेरे पिता हमेशा मुझे रास्ता दिखाने के लिए रहते हैं. उनसे बात करके मुझे फ़ायदा होता है और इसका असर मेरे क्रिकेट करियर पर दिखाई भी देता है.'
टूर्नामेंट में बनाए थे 372 रन
ऑस्टिन ने केवल इस मैच में नहीं बल्कि पूरे टूर्नामेंट में अपनी छाप छोड़ी और जब-जब टीम संकट में फंसी उन्होंने अपनी पारी से उसे सहारा दिया. इस टूर्नामेंट में ऑस्टिन वॉ ने 8 पारियों में 74.4 के शानदार औसत से 372 रन ठोके थे और फाइनल में उनके शतक ने उन्हें पूरे ऑस्ट्रेलिया में चर्चा में ला दिया था. उनकी टीम ने सेमीफाइनल में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोमांचक जीत दर्ज की थी, लेकिन क्वीन्सलैंड के खिलाफ उसे ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ा.
कुछ यूं की थी बल्लेबाजी
फाइनल मुकाबले में क्वीन्सलैंड के कप्तान एंगुस लॉवेल ने टॉस जीत और न्यू साउथ वेल्स मेट्रो को बैटिंग के लिए आमंत्रित किया. उनके गेंदबाजों ने कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए विरोधी टीम के विकेट उखाड़ने शुरू कर दिए और 57 रन पर ही 4 विकेट चटका दिए. इसके बाद ऑस्टिन का साथ देने के लिए ऐडन बैरियोल आए और दोनों ने मिलकर 199 रन की साझेदारी करके टीम को संकट से उबार लिया. बैरियोल ने 85 रन की पारी खेली. उनके आउट होने के बाद भी ऑस्टिन ने हार नहीं मानी और अपने पिता स्टीव वॉ की तरह धैर्य से खेलते हुए 136 गेंदों में 122 रन बनाकर नाबाद लौटे.
स्टीव वॉ ऑस्ट्रेलिया के महानतम कप्तानों में से एक रहे हैं. उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया 1999 का वनडे वर्ल्ड कप भी जीता था. उनकी कप्तानी में टीम ने लगातार 15 टेस्ट मैच भी जीते थे. उन्होंने 168 टेस्ट में 10, 927 रन (औसत 51.06) बनाए थे, जबकि वनडे में 325 मैचों में 7569 रन बनाए, जिनमें उनका औसत 32.90 रहा.
हम जिस मैच की बात कर रहे हैं वह बिग बैश लीग (Big Bash League) का उद्घाटन मैच था, जो पोंटिंग इलेवन और गिलक्रिस्ट इलेवन के बीच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया था. इन दोनों ही टीमों का नाम रिकी पोंटिंग और एडम गिलक्रिस्ट के नाम पर रखा गया है. ऑस्टिन वॉ इस मैच में पोटिंग इलेवन की ओर से उतरे थे. गिलक्रिस्ट इलेवन ने 20 ओवर में तीन विकेट पर 165 रन बनाए थे. इसका पीछा करते हुए पोंटिंग इलेवन के पहले तीन बल्लेबाजों ने 35 रनों से अधिक की पारी खेलते हुए टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई, लेकिन उनमें से कोई भी बल्लेबाज 50 के स्कोर तक नहीं पहुंच सका. इस बीच उनके चार गेंदों के भीतर ही तीन विकेट गिर गए और उस पर संकट आ गया.
दबाव के इस पल में स्टीव वॉ के बेटे ऑस्टिन नंबर पांच पर बैटिंग के लिए उतरे. जाहिर है उन पर पारी को संभालने और जीत दिलाने की जिम्मेदारी थी. शुरुआत में ऑस्टिन थोड़े परेशान नजर आए, लेकिन 16वें ओवर में उनके बल्ले से ऐसा शॉट निकला कि सब देखते रह गए और फिर उन्होंने लय पकड़ ली. ऑस्टिन ने तेज गेंदबाज ब्रैडली होप की बाउंस होती गेंद, जो उनके सिर की ऊंचाई के आसपास थी, उसको थोड़ा पीछे हटकर इस अंदाज से खेला जैसे कि टेनिस खिलाड़ी सर्व (Tennis Serve Six) करते हैं और गेंद देखते ही देखते लॉन्ग ऑफ बाउंड्री के ऊपर से छह रन के लिए चली गई. नीचे देखिए उनके इस शॉट का Video...
ऑस्टिन ने 28 गेंदों में 27 रन बनाकर अपनी टीम को जीत के मुहाने तक पहुंचा दिया, लेकिन तभी वह आउट हो गए. अब टीम को जीत के लिए अंतिम तीन गेंदों में 8 रन चाहिए थे, जिसे विल सदरलैंड ने दो चौकों की मदद से बना लिया.
एक फैन ने यह Video ट्वीट किया. आप भी देखिए...
#AustinWaugh's unique SIX.[Vid: Cric Aus] pic.twitter.com/ydL9H1V6uj
— AmMaD (@AmmadZahid) December 27, 2016
पिता की तरह कूल
अक्टूबर में ही ऑस्टिन वॉ ने अंडर-17 नेशनल चैंपियनशिप के फाइनल में न्यू साउथ वेल्स मेट्रो की ओर से खेलते हुए क्वीन्सलैंड के खिलाफ ब्रिसबेन के एलन बॉर्डर मैदान पर मुश्किल समय में अपने पिता के अंदाज में खेलते हुए मैच विजयी शतक ठोका था. उन्होंने 136 गेंदों में 122 रनों की पारी खेली थी, जिसमें 4 चौके और 6 छक्के लगाए. ऑस्टिन के क्रीज पर रहते ही उनकी टीम के 57 रन पर 4 विकेट लौट चुके थे. फिर उन्होंने अन्य बल्लेबाजों के साथ साझेदारियां बनानी शुरू की थी.
ऑस्टिन के शतक से उनकी टीम ने 50 ओवरों में 6 विकेट पर 274 रन का बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया. जवाब में क्वीन्सलैंड की टीम महज 122 रन पर ही सिमट गई और न्यू साउथ वेल्स मेट्रो ने 152 रन से बड़ी जीत दर्ज कर ली.
ऑस्ट्रेलिया के अंडर 17 क्रिकेटर जूनियर वॉ कहते हैं, 'मेरे पिता हमेशा मुझे रास्ता दिखाने के लिए रहते हैं. उनसे बात करके मुझे फ़ायदा होता है और इसका असर मेरे क्रिकेट करियर पर दिखाई भी देता है.'
टूर्नामेंट में बनाए थे 372 रन
ऑस्टिन ने केवल इस मैच में नहीं बल्कि पूरे टूर्नामेंट में अपनी छाप छोड़ी और जब-जब टीम संकट में फंसी उन्होंने अपनी पारी से उसे सहारा दिया. इस टूर्नामेंट में ऑस्टिन वॉ ने 8 पारियों में 74.4 के शानदार औसत से 372 रन ठोके थे और फाइनल में उनके शतक ने उन्हें पूरे ऑस्ट्रेलिया में चर्चा में ला दिया था. उनकी टीम ने सेमीफाइनल में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोमांचक जीत दर्ज की थी, लेकिन क्वीन्सलैंड के खिलाफ उसे ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ा.
कुछ यूं की थी बल्लेबाजी
फाइनल मुकाबले में क्वीन्सलैंड के कप्तान एंगुस लॉवेल ने टॉस जीत और न्यू साउथ वेल्स मेट्रो को बैटिंग के लिए आमंत्रित किया. उनके गेंदबाजों ने कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए विरोधी टीम के विकेट उखाड़ने शुरू कर दिए और 57 रन पर ही 4 विकेट चटका दिए. इसके बाद ऑस्टिन का साथ देने के लिए ऐडन बैरियोल आए और दोनों ने मिलकर 199 रन की साझेदारी करके टीम को संकट से उबार लिया. बैरियोल ने 85 रन की पारी खेली. उनके आउट होने के बाद भी ऑस्टिन ने हार नहीं मानी और अपने पिता स्टीव वॉ की तरह धैर्य से खेलते हुए 136 गेंदों में 122 रन बनाकर नाबाद लौटे.
स्टीव वॉ ऑस्ट्रेलिया के महानतम कप्तानों में से एक रहे हैं. उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया 1999 का वनडे वर्ल्ड कप भी जीता था. उनकी कप्तानी में टीम ने लगातार 15 टेस्ट मैच भी जीते थे. उन्होंने 168 टेस्ट में 10, 927 रन (औसत 51.06) बनाए थे, जबकि वनडे में 325 मैचों में 7569 रन बनाए, जिनमें उनका औसत 32.90 रहा.
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