नई दिल्ली:
आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग घोटाले में वैश्विक आतंकवादी एवं भारत के सर्वाधिक वांछित दाउद इब्राहिम और उसके करीबी सहयोगी छोटा शकील का नाम सामने आने से यह पूरा मामला और उलझ गया है।
दिल्ली पुलिस ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग के मामले में गिरफ्तार क्रिकेटर श्रीसंत और 25 अन्य पर मकोका के कड़े प्रावधान लगा दिए हैं। उसने दावा किया कि अश्विनी अग्रवाल जैसे सट्टेबाज दाउद गिरोह के लिए काम कर रहे हैं।
पुलिस ने दावा किया कि उनके पास मौजूद पर्याप्त सबूतों एवं पकड़ी गई टेलीफोन वार्ता से अदालत में यह बात साबित हो सकती है कि सट्टेबाजों ने आईपीएल मैचों की फिक्सिंग के लिए अपराध जगत के नेटवर्क का इस्तेमाल किया।
जांच से जुड़े एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब उनके पास पकड़ी गई पर्याप्त टेलीफोन वार्ता मौजूद है जिससे यह पता चलता है कि सट्टेबाजों ने दुबई, कराची एवं पाकिस्तान के अन्य शहरों में काल करके सट्टेबाजी की दर तय करवाई या बदलवाई।
दिल्ली पुलिस ने मकोका प्रावधान लगाकर यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि मामले में आरोपियों को आसानी से जमानत नहीं मिल सके। पुलिस के जांचकर्ता हैदराबाद के एक व्यक्ति को पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं। इस व्यक्ति की मदद से उस अन्य क्रिकेट टीम का पता चल सकता है जो कथित रूप से स्पॉट फिक्सिंग में शामिल थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस व्यक्ति का नाम हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए सट्टेबाज मोहम्मद ने पूछताछ में लिया है। इस व्यक्ति को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
इधर, दिल्ली पुलिस ने स्पॉट फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार लोगों पर मकोका लगा दिया है। पुलिस का दावा है कि फिक्सिंग में अंडरवर्ल्ड के शामिल होने के पुख्ता सबूत हैं। अब यह मामला विशेष अदालत के सामने जाएगा। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यह मकोका लगाया है।
इसी के साथ पुलिस को इस मामले में गिरफ्तार 26 आरोपियों को छह महीने तक हिरासत में रख सकती है और तब चार्जशीट फाइल की जाएगी। इस दौरान आरोपियों की जमानत भी नहीं होगी। साथ ही इस कानून के तहत डीसीपी अधिकारी के समक्ष दिया गया बयान बतौर कबूलनामा भी कोर्ट में स्वीकार होता है।
अब यह मामला नई कोर्ट में जाएगा जहां इस पूरे मामले की सुनवाई होगी। फिलहाल कोर्ट में इन लोगों पर मकोका लगाने के लिए बहस जारी है।
बता दें कि गिरफ्तार क्रिकेटरों एस श्रीसंत और अजीत चंदीला के अलावा दो सट्टेबाजों को दिल्ली की अदालत ने 4 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। मंगवलार को इन लोगों की कोर्ट में पेशी हुई। कोर्ट ने फिर इन लोगों की हिरासत 18 जून तक बढ़ा दी है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने राजस्थान रॉयल्स के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण को कम से कम तीन आईपीएल मैचों में स्पॉट फिक्सिंग के लिए गिरफ्तार किया है। बीसीसीआई ने इन खिलाड़ियों को निलंबित कर दिया है। इन पर आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120 बी (आपराधिक षडयंत्र) के तहत आरोप लगाए गए हैं।
बोर्ड ने प्रथम श्रेणी क्रिकेटर अमित सिंह को भी निलंबित कर दिया है, जो अब कथित रूप से सटोरिया है। उसे 16 मई को 10 अन्य सटोरियों के साथ गिरफ्तार किया गया था।
दिल्ली पुलिस ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग के मामले में गिरफ्तार क्रिकेटर श्रीसंत और 25 अन्य पर मकोका के कड़े प्रावधान लगा दिए हैं। उसने दावा किया कि अश्विनी अग्रवाल जैसे सट्टेबाज दाउद गिरोह के लिए काम कर रहे हैं।
पुलिस ने दावा किया कि उनके पास मौजूद पर्याप्त सबूतों एवं पकड़ी गई टेलीफोन वार्ता से अदालत में यह बात साबित हो सकती है कि सट्टेबाजों ने आईपीएल मैचों की फिक्सिंग के लिए अपराध जगत के नेटवर्क का इस्तेमाल किया।
जांच से जुड़े एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब उनके पास पकड़ी गई पर्याप्त टेलीफोन वार्ता मौजूद है जिससे यह पता चलता है कि सट्टेबाजों ने दुबई, कराची एवं पाकिस्तान के अन्य शहरों में काल करके सट्टेबाजी की दर तय करवाई या बदलवाई।
दिल्ली पुलिस ने मकोका प्रावधान लगाकर यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि मामले में आरोपियों को आसानी से जमानत नहीं मिल सके। पुलिस के जांचकर्ता हैदराबाद के एक व्यक्ति को पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं। इस व्यक्ति की मदद से उस अन्य क्रिकेट टीम का पता चल सकता है जो कथित रूप से स्पॉट फिक्सिंग में शामिल थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस व्यक्ति का नाम हैदराबाद से गिरफ्तार किए गए सट्टेबाज मोहम्मद ने पूछताछ में लिया है। इस व्यक्ति को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
इधर, दिल्ली पुलिस ने स्पॉट फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार लोगों पर मकोका लगा दिया है। पुलिस का दावा है कि फिक्सिंग में अंडरवर्ल्ड के शामिल होने के पुख्ता सबूत हैं। अब यह मामला विशेष अदालत के सामने जाएगा। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यह मकोका लगाया है।
इसी के साथ पुलिस को इस मामले में गिरफ्तार 26 आरोपियों को छह महीने तक हिरासत में रख सकती है और तब चार्जशीट फाइल की जाएगी। इस दौरान आरोपियों की जमानत भी नहीं होगी। साथ ही इस कानून के तहत डीसीपी अधिकारी के समक्ष दिया गया बयान बतौर कबूलनामा भी कोर्ट में स्वीकार होता है।
अब यह मामला नई कोर्ट में जाएगा जहां इस पूरे मामले की सुनवाई होगी। फिलहाल कोर्ट में इन लोगों पर मकोका लगाने के लिए बहस जारी है।
बता दें कि गिरफ्तार क्रिकेटरों एस श्रीसंत और अजीत चंदीला के अलावा दो सट्टेबाजों को दिल्ली की अदालत ने 4 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। मंगवलार को इन लोगों की कोर्ट में पेशी हुई। कोर्ट ने फिर इन लोगों की हिरासत 18 जून तक बढ़ा दी है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने राजस्थान रॉयल्स के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत, अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण को कम से कम तीन आईपीएल मैचों में स्पॉट फिक्सिंग के लिए गिरफ्तार किया है। बीसीसीआई ने इन खिलाड़ियों को निलंबित कर दिया है। इन पर आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120 बी (आपराधिक षडयंत्र) के तहत आरोप लगाए गए हैं।
बोर्ड ने प्रथम श्रेणी क्रिकेटर अमित सिंह को भी निलंबित कर दिया है, जो अब कथित रूप से सटोरिया है। उसे 16 मई को 10 अन्य सटोरियों के साथ गिरफ्तार किया गया था।
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