
फरवरी से मार्च तक खेले जाने वाली चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy 2025) के लिए भारतीय टीम का ऐलान कभी भी हो सकता है. और पिछले साल BCCI से सजा पाने वाले श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) की दावेदारी बहुत ही मजूबत है. और यह दावा इतना मजबूत है कि अगरकर एंड कंपनी के लिए इसकी अनदेखी करना बहुत ही मुश्किल होगा. पिछले कुछ महीनों में श्रेयस अय्यर के बल्ले ने जो आग उगली है, उसकी गूंज सभी ने सुनी है. टीम के ऐलान से पहले ही अय्यर के समर्थकों ने उन्हें वायरल कर दिया है. लेकिन अय्यर को चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में जगह बनाने के लिए किसी के समर्थन की जरुरत नहीं है. उन्होंने जो धमाल पिछले घरेलू सीजन में किए हैं, उसे देखते हुए अगरकर एंडर कंपनी के लिए अय्यर की अनदेखी करना मुश्किल ही नहीं, बल्कि असंभव सरीखा होगा.
ये 4 धमाल कमाल के हैं !
श्रेयस अय्यर का बल्ला पिछले कुछ महीनों में जबर्दस्त अंदाज में बोला है. इस दाएं हत्था बल्लेबाज ने खेल के तीनों ही फॉर्मेटों में जलवा बिखेरा है. जहां, अय्यर ने रणजी ट्रॉफी में 90 के औसत से 452 रन बनाए, तो विजय हजारे में तो उन्होंने हैरान ही कर दिया. श्रेयस ने 5 मैचों की इतनी ही पारियों में 4 बार नाबाद रहते हुए 325 के औसत से इतने ही रन बना डाले. इसमें दो शतक और एक अर्द्धशतक शामिल है.
वहीं, तीसरा कारनामा अय्यर का मुश्ताक अली ट्रॉफी में रहा. अय्यर ने 49 के औसत और 188 के स्ट्रा.रेट से 345 रन बनाए, तो चौथी उपलब्धि उनके नाम यह रही कि अय्यर ने अपनी कप्तानी में आईपीएल और फिर शेष भारत को ईरानी ट्रॉफी का खिताब दिलाया.
अगरकर ने दिया था बड़ा झटका
चीफ सेलेक्टर अगरकर की कड़ी सिफारिश पर BCCI ने बड़ा फैसला लेते हुए अय्यर सहित ईशान किशन को पिछले साल मई महीने के आस-पास सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया था. दरअसल तब खराब फॉर्म से गुजरे अय्यर को तब बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा, जब BCCI के निर्देश देने के बावजूद वह घरेलू मैचों में नहीं खेले. हालांकि, अय्यर बाद में कुछ रणजी मैच और सेमीफाइनल मुकाबला खेले. णगर, वह फिर तब समस्या में घिर गए, जब एक तरफ मुंबई रणजी मैच खेल रही थी, तो वह केकेआर कैंप में फिटनेस पर पसीना बहा रहे थे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं