नई दिल्ली: मुंबई में मोहाली टेस्ट से पहले दो दिनों के अभ्यास मैच में लोकेश राहुल ने दोनों पारियों में दमदार बल्लेबाजी की। पहली पारी में कर्नाटक के 23 वर्षीय प्रतिभाशाली बल्लेबाज केएल राहुल ने 72 रन बनाए जबकि दूसरी पारी में नाबाद 43 रन बनाए। कमाल की बात यह रही कि कप्तान चेतेश्वर पुजारा पहली पारी में तीसरे नंबर पर 5 रन ही बना सके जबकि दूसरी पारी में ओपनिंग करते हुए उन्होंने नाबाद 49 रन बनाए और मैच ड्रॉ खत्म हुआ। हालांकि इस दौरान दक्षिण अफ्रीका के टॉप तेज गेंदबाजों ने गेंदबाजी नहीं की लेकिन रन बनाकर पुजारा के हौसले जरूर बुलंद हुए होंगे।
सलामी बल्लेबाजों की भूमिका होगी महत्वपूर्ण
भारत-श्रीलंका सीरीज़ के दौरान लोकेश राहुल की शतकीय पारी की जानकारों ने बहुत तारीफ की और टीम इंडिया ने कोलंबो टेस्ट में जीत भी हासिल की। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अभ्यास मैच में एक बार फिर लोकेश राहुल का चलना टीम इंडिया के लिए एक बढ़िया संकेत है। 23 साल के लोकेश राहुल के नाम 5 टेस्ट मैच में 2 शतकीय पारियां हैं। गांधी-मंडेला टेस्ट सीरीज़ में टीम इंडिया की नाक दांव पर लगी है। टीम इंडिया 4 टेस्ट मैच की सीरीज़ में कैसा प्रदर्शन करेगी, यह इस पर भी निर्भर करेगा कि भारत के सलामी बल्लेबाज टीम को कैसी शुरुआत देते हैं। वनडे और टी20 में हार के बावजूद टेस्ट के ताकतवर ओपनर उम्मीद बंधा रहे हैं।
पिछले श्रीलंकाई दौरे पर इन चार ओपनरों की शानदार पारियों की वजह से टीम इंडिया कामयाबी की मंजिलें छूती रही। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ T20 और वनडे सीरीज़ में चाहे जो अंजाम रहा हो इन ओपनरों का फ़ॉर्म में होना टीम इंडिया की कामयाबी का टिकट साबित हो सकती हैं।
टीम प्रबंधन जानता है पुजारा की अहमियत
कोलंबो में शिखर धवन और मुरली विजय की गैरमौजूदगी में पुजारा की नाबाद 145 रनों की पारी की बदौलत टीम इंडिया को दो दशकों बाद ऐतिहासिक कामयाबी मिल पाई। टीम मैनेजमेंट को टेस्ट में पुजारा अहमियत का अच्छी तरह अंदाजा है। दक्षिण अफ्रीका की पैनी गेंदबाजी के सामने तकनीकी रूप से ठोस पुजारा टीम के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं।
मुरली विजय चोट की वजह से श्रीलंकाई सीरीज़ से बाहर हुए थे जो अब फिट बताए जा रहे हैं। 33 टेस्टों में 41 से ज्यादा के औसत से बल्लेबाजी करने वाले मुरली विजय ने पिछले 5 टेस्ट मैचों में 2 शतक और 2 अर्धशतकीय पारियां खेली हैं। मुरली विजय ने बयान दिया है कि वे डेल स्टेन एंड कंपनी का सामना करने को तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि शिखर धवन के साथ ओपनिंग करते वक्त उनका तालमेल काफी अच्छा रहता है।
सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के फ़ॉर्म को लेकर थोड़े सवाल जरूर बनते रहे, लेकिन मुंबई वनडे में शिखर धवन के बल्ले से रन बनना टीम के लिए राहत की खबर रही। 15 टेस्ट मैचों में 4 शतकीय पारियां खेलने वाले शिखर ने अपने आखिरी दो टेस्ट मैचों में भी शतक ठोके हैं। शिखर का फ़ॉर्म में होना टीम इंडिया के लिए ज्यादा विकल्पों की मुश्किल खड़ी करता है जिसे कोई भी टीम मैनेजमेंट खुशी के साथ हल करना चाहेगा।