
पिछले दिनों WTC Final में मिली हार के बाद अब टीम इंडिया की अगली चुनौती विंडीज दौरा है, जिसके लिए अगले हफ्ते भारतीय टीम का ऐलान किया जाएगा. इस सीरीज के साथ भारत का तीसरी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का चक्र भी शुरू हो जाएगा. बहरहाल, कंगारुओं से मिली 209 रन से हार के बाद अब कई सीनियर खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर भी सवाल और चर्चाएं चल रही हैं, लेकिन यह भी सही है कि सेलेक्टरों के पास विकल्प भी ज्यादा नहीं हैं. पंत, केएल राहुल और श्रेयस अय्यर अभी भी चोटिल हैं. ऐसे में सवाल यह है कि क्या सेलेक्टरों को अभिमन्यु ईश्वरन, यशस्वी जायसवाल, सरफराज खान और रजत पाटीदार जैसे युवा खिलाड़ियों की ओर देखना चाहिए. एक वर्ग का कहना है कि विंडीज दौरा ही इन खिलाड़ियों के लिए मौके के लिहाज से एक आदर्श दौरा है.
सेठी के हटते ही PCB की बदली टोन, संभावित अध्यक्ष अशरफ ने Asia Cup ‘हाइब्रिड मॉडल' ठुकराया
पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने इक वेबसाइट से बातचीत में इस पर कहा कि भारत को विंडीज दौरे के लिए कम से कम तीन नए बल्लेबाज और इतने ही नए पेसर टीम में शामिल करने चाहिए. उन्होंने कहा कि WTC Final में कंगारुओं के गेम चेंजर स्टीव स्मिथ और ट्रैविस हेड टी20 में नहीं खेलते हैं. ऐसे में हमें ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत है, जो थकने नहीं जा रहे हैं या ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने आईपीएल से टेस्ट क्रिकेट लिए समायोजन नहीं करना पड़ता.
मांजरेकर ने कहा कि यह ऐसा समय है, जब ऐसे खिलाड़ियों को इनाम दिए जाने की जरूरत है, जो घरेलू क्रिकेट में बेहतर कर रहे हैं. और यहां केवल रन बनाने वाले बल्लेबाजों की ओर ही नहीं, सेलेक्टरर्स ऐसे खिलाड़ियों की ओर भी निहार सकते हैं, जिनमें भविष्य में बेहतर टेस्ट क्रिकेटर बनने और विदेशी जमीं पर सफल होने की क्षमता है. पूर्व क्रिकेटर ने कि मैं विंडीज दौरे के लिए कम से कम तीन नए बल्लेबाज और इतने ही तेज गेंदबाजों को ले जाना पसंद करूंगा.
क्या उनके ज़हन में कुछ नाम हैं, पर संजय बोले कि अगर सेलेक्टर्स ध्यान से घरेलू क्रिकेट पर गौर फरमाएंगे, तो उन्हें कई ऐसे बल्लेबाज मिल जाएंगे, जो शीर्ष स्तर पर सफल हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि जब बल्लेबाजी की बात आती है, तो उन्हें केवल रन बनाने वालों की ओर ही नहीं, बल्कि प्रथम श्रेणी में परफॉर्म करने वालों की ओर देखना है. उन्होंने कहा कि अगर आप ध्यान से घरेलू क्रिकेट का आंकलन करोगे, तो आपको नंबर-3, 4 और 5 के लिए ऐसे बल्लेबाज मिल जाएंगे, जिनके पास अच्छी सुरक्षात्मक तकनीक है. यहां ऐसे बल्लेबाज हैं, जिनके भीतर रन बनाने की भूख है और इन बल्लेबाजों का समर्थन किए जाने की जरूरत है.
--- ये भी पढ़ें ---
* 18 साल के बल्लेबाज ने 13 छक्के लगाकर ठोकी सेंचुरी, गेंदबाजी में भी मचाया बवाल, भारतीय क्रिकेट को मिला नया 'हार्दिक पंड्या'
* जेम्स एंडरसन का तहलका, अनिल कुंबले का रिकॉर्ड तोड़कर टेस्ट क्रिकेट में मचाई खलबली
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं