ब्रिस्बेन:
वीरेंद्र सहवाग नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अनुपस्थिति में मंगलवार को श्रीलंका के खिलाफ त्रिकोणीय एकदिवसीय क्रिकेट श्रृंखला के मैच में भारतीय टीम की अगुआई कर सकते हैं।
टीम प्रबंधन ने औपचारिक तौर पर यह घोषणा नहीं की है लेकिन हालात को देखते हुए उन्हें कप्तानी का संभावित दावेदार माना जा रहा है जबकि पार्थिव पटेल को विकेटकीपर के तौर पर टूर्नामेंट का पहला मैच खेलने को मिल सकता है।
कल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां धीमी ओवर गति के कारण धोनी पर एक एकदिवसीय मैच का प्रतिबंध लगाया गया है। यह उनकी टीम का एक साल के अंदर ओवर गति से जुड़ा दूसरा अपराध था।
आईसीसी मैच रैफरी के एमिरेट्स एलीट पैनल के एंडी पाइक्राफ्ट ने धोनी पर मैच फीस का 40 प्रतिशत जबकि अन्य सभी भारतीय खिलाड़ियों पर 20 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया।
इससे पहले भारतीय टीम दो अप्रैल को श्रीलंका के खिलाफ आईसीसी विश्व कप के फाइनल में भी निर्धारित समय में ओवर नहीं फेंक पाई थी।
धोनी के खिलाफ आरोप आईसीसी एमिरेट्स एलीट पैनल के मैदानी अंपायरों स्टीव डेविस और बिली बोडेन, तीसेर अंपायर ब्रूस आक्सेनफोर्ड और चौथे अंपायर पाल राइफेल ने लगाए। धोनी ने अपनी गलती स्वीकार कर ली। साथ ही टीम इंडिया और धोनी ने सजा को भी स्वीकार किया जिसके कारण औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी।
मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर धोनी को दूसरी बार प्रतिबंध का सामना करना पड़ा है। इससे पहले पर्थ में तीसरे टेस्ट मैच में भी धीमी ओवर गति के लिए उन पर एक मैच का प्रतिबंध लगाया गया था। इसके बाद सहवाग ने एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट में भारतीय टीम की कमान संभाली थी।
टीम प्रबंधन ने औपचारिक तौर पर यह घोषणा नहीं की है लेकिन हालात को देखते हुए उन्हें कप्तानी का संभावित दावेदार माना जा रहा है जबकि पार्थिव पटेल को विकेटकीपर के तौर पर टूर्नामेंट का पहला मैच खेलने को मिल सकता है।
कल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां धीमी ओवर गति के कारण धोनी पर एक एकदिवसीय मैच का प्रतिबंध लगाया गया है। यह उनकी टीम का एक साल के अंदर ओवर गति से जुड़ा दूसरा अपराध था।
आईसीसी मैच रैफरी के एमिरेट्स एलीट पैनल के एंडी पाइक्राफ्ट ने धोनी पर मैच फीस का 40 प्रतिशत जबकि अन्य सभी भारतीय खिलाड़ियों पर 20 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया।
इससे पहले भारतीय टीम दो अप्रैल को श्रीलंका के खिलाफ आईसीसी विश्व कप के फाइनल में भी निर्धारित समय में ओवर नहीं फेंक पाई थी।
धोनी के खिलाफ आरोप आईसीसी एमिरेट्स एलीट पैनल के मैदानी अंपायरों स्टीव डेविस और बिली बोडेन, तीसेर अंपायर ब्रूस आक्सेनफोर्ड और चौथे अंपायर पाल राइफेल ने लगाए। धोनी ने अपनी गलती स्वीकार कर ली। साथ ही टीम इंडिया और धोनी ने सजा को भी स्वीकार किया जिसके कारण औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी।
मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर धोनी को दूसरी बार प्रतिबंध का सामना करना पड़ा है। इससे पहले पर्थ में तीसरे टेस्ट मैच में भी धीमी ओवर गति के लिए उन पर एक मैच का प्रतिबंध लगाया गया था। इसके बाद सहवाग ने एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टेस्ट में भारतीय टीम की कमान संभाली थी।
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