
हरमनप्रीत कौर ने रमेश पोवार के कोच के तौर पर योगदान की जमकर सराहना की है (फाइल फोटो)
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कहा, पोवार नहीं थे तब भी टीम वर्ल्डकप फाइनल में पहुंची थी
हरमनप्रीत कौर को यह बात याद दिलाने की जरूरत है
हरमनप्रीत और स्मृति मंधाना ने की है पोवार की पैरवी
हरमनप्रीत और स्मृति ने किया रमेश पोवार को बरकरार रखने का अनुरोध
मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने अपने ट्वीट में लिखा, 'हरमनप्रीत को यह याद दिलाने की जरूरत है कि जब रमेश पोवार टीम के कोच नहीं थे तब भी भारतीय महिला टीम इंग्लैंड में आयोजित वर्ल्डकप (50 ओवर) में फाइनल में पहुंचने में सफल रही थी. हरमनप्रीत का यह कहना कि यदि पोवार को हटाया गया तो टीम को नए सिरे से शुरुआत करनी होगी, किसी भी कोच की भूमिका को बढ़ाकर पेश करने की जरूरत है.'Harmanpreet needs reminding that when Powar was not coach India reached the finals of the WC and almost won it. By suggesting that if Powar is removed we have to start from scratch is an exaggeration of any coach's role in the team.
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) December 4, 2018
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हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना ने बीसीसीआई को एक मेल करके टीम के कोच के तौर पर रमेश पोवार का कार्यकाल बढ़ाने की पैरवी की थी. बीसीसीआई को भी भेजे गए इस पत्र में हरमनप्रीत और स्मृति ने कहा है कि अगस्त में पोवार की पूर्णकालिक कोच के रूप में नियुक्ति के बाद से टीम में काफी सुधार हुआ है. उन्होंने कहा कि रमेश पोवार सर ने न सिर्फ खिलाड़ी के रूप में हमारे अंदर सुधार किया बल्कि हमें प्रेरित किया कि हम खुद को चुनौती देने के लिए लक्ष्य बनाएं.
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स्मृति मंधाना ने भी इस मामले में हरमनप्रीत के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि पोवार ने उन्हें बेहतर क्रिकेटर बनाने में मदद की है. उन्होंने कहा कि पोवार के आने के बाद से, उन्होंने सहयोगी स्टाफ के साथ मिलकर एक टीम के रूप में हमारा मनोबल बढ़ाया जिससे हम लगातार 14 टी20 मैच जीतने में सफल रहे. उन्होंने खिलाड़ियों को आत्मविश्वास दिया.
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