नई दिल्ली:
प्रादेशिक सेना में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मंगलवार को इसकी सालाना परेड में हिस्सा नहीं लिया। इससे फिर बहस शुरू हो गई है कि मशहूर हस्तियों को ये रैंक दिए जाने भी चाहिए या नहीं।
इससे पहले भारतीय वायुसेना ने मानद ग्रुप कप्तान सचिन तेंदुलकर और धोनी द्वारा सुखोई विमान में उड़ान भरने के प्रस्ताव के लिए समय नहीं निकाल पाने पर नाराजगी जताई थी।
वायुसेना ने सोमवार को कहा था कि दोनों निकट भविष्य में किसी लड़ाकू विमान की सवारी नहीं कर सकेंगे क्योंकि वायुसेना काफी व्यस्त है।
धोनी को पिछले साल नवंबर में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक दी गई थी जबकि तेंदुलकर को सितंबर 2010 में वायुसेना का मानद ग्रुप कप्तान बनाया गया था।
रक्षामंत्री एके एंटनी से सेना के प्रति धोनी जैसी हस्तियों की प्रतिबद्धता के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘हकीकत यह है कि उनमें से अधिकांश प्रादेशिक सेना बटालियनों को अपना समय और ऊर्जा दे रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वे युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। सचिन पायलट ताजा उदाहरण है और मैंने कपिल देव को भी देखा। हम हर किसी को शामिल नहीं कर रहे। काफी सोच समझकर ही चुनाव किया जाता है।’’
धोनी और तेंदुलकर के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘मैं कह रहा हूं कि अधिकांश हस्तियां सक्रिय है। मैंने आज भी कपिल देव को देखा। आप उन्हें क्यो नहीं देखते। मेजर सुनील सावंत, ब्रिगेडियर केपी सिंह देव जैसे कई लोग आये हैं। उन्हें क्यों भूल जाते हैं।’’
एंटोनी ने कहा कि मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार मोहनलाल ने सिर्फ अपना नाम ही प्रादेशिक सेना को नहीं दिया है बल्कि वह उसके सभी अभ्यास शिविरों और परेड में हिस्सा लेते हैं। इस बीच सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट पूरी पोशाक में परेड में मौजूद थे। उन्हें हाल ही में वॉलिंटियर आर्मी में नियमित अधिकारी के तौर पर कमीशन दिया गया था।
पूर्व टेस्ट क्रिकेटर कपिल देव को प्रादेशिक सेना में 2008 में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक दी गई थी। कपिल ने पत्रकारों से कहा, ‘‘सचिन और धोनी के पास समय होता तो वह जरूर सारे समारोहों में भाग लेते। वे क्रिकेट के जरिये देश की सेवा कर रहे हैं। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वह सभी समारोहों में नजर आएंगे। वे अभी कई काम कर रहे हैं और ऐसे में समय निकाल पाना कठिन होता है।’’
बीजिंग ओलिंपिक के स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा भी परेड में मौजूद नहीं थे। उन्हें धोनी के साथ लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक दी गई थी।
इससे पहले भारतीय वायुसेना ने मानद ग्रुप कप्तान सचिन तेंदुलकर और धोनी द्वारा सुखोई विमान में उड़ान भरने के प्रस्ताव के लिए समय नहीं निकाल पाने पर नाराजगी जताई थी।
वायुसेना ने सोमवार को कहा था कि दोनों निकट भविष्य में किसी लड़ाकू विमान की सवारी नहीं कर सकेंगे क्योंकि वायुसेना काफी व्यस्त है।
धोनी को पिछले साल नवंबर में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक दी गई थी जबकि तेंदुलकर को सितंबर 2010 में वायुसेना का मानद ग्रुप कप्तान बनाया गया था।
रक्षामंत्री एके एंटनी से सेना के प्रति धोनी जैसी हस्तियों की प्रतिबद्धता के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘हकीकत यह है कि उनमें से अधिकांश प्रादेशिक सेना बटालियनों को अपना समय और ऊर्जा दे रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वे युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। सचिन पायलट ताजा उदाहरण है और मैंने कपिल देव को भी देखा। हम हर किसी को शामिल नहीं कर रहे। काफी सोच समझकर ही चुनाव किया जाता है।’’
धोनी और तेंदुलकर के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘मैं कह रहा हूं कि अधिकांश हस्तियां सक्रिय है। मैंने आज भी कपिल देव को देखा। आप उन्हें क्यो नहीं देखते। मेजर सुनील सावंत, ब्रिगेडियर केपी सिंह देव जैसे कई लोग आये हैं। उन्हें क्यों भूल जाते हैं।’’
एंटोनी ने कहा कि मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार मोहनलाल ने सिर्फ अपना नाम ही प्रादेशिक सेना को नहीं दिया है बल्कि वह उसके सभी अभ्यास शिविरों और परेड में हिस्सा लेते हैं। इस बीच सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट पूरी पोशाक में परेड में मौजूद थे। उन्हें हाल ही में वॉलिंटियर आर्मी में नियमित अधिकारी के तौर पर कमीशन दिया गया था।
पूर्व टेस्ट क्रिकेटर कपिल देव को प्रादेशिक सेना में 2008 में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक दी गई थी। कपिल ने पत्रकारों से कहा, ‘‘सचिन और धोनी के पास समय होता तो वह जरूर सारे समारोहों में भाग लेते। वे क्रिकेट के जरिये देश की सेवा कर रहे हैं। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वह सभी समारोहों में नजर आएंगे। वे अभी कई काम कर रहे हैं और ऐसे में समय निकाल पाना कठिन होता है।’’
बीजिंग ओलिंपिक के स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा भी परेड में मौजूद नहीं थे। उन्हें धोनी के साथ लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक दी गई थी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं