कोलकाता:
भारत के पूर्व एकदिवसीय खिलाड़ी रोहन गावस्कर ने अपना अंतिम प्रथम श्रेणी मैच खेलने के दो साल से भी अधिक समय बाद आज प्रतिस्पर्धी क्रिकेट को अलविदा कह दिया। वर्ष 2001 और 2002 में दो साल बंगाल की कप्तानी करने वाले रोहन ने बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को एक पत्र भेजकर अपने फैसले से अवगत कराया।
महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर के बेटे रोहन ने जनवरी से सितंबर 2004 के बीच 11 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले लेकिन इसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। उन्होंने एक अर्धशतक की मदद से 18 . 87 की औसत से 151 रन बनाए। उन्होंने 117 प्रथम श्रेणी मैच भी खेले। रोहन ने अपना अंतिम रणजी ट्रॉफी सुपर लीग मैच में उत्तर प्रदेश के खिलाफ दिसंबर 2009 में खेला था।
रोहन ने 44.19 की औसत से 6938 प्रथम श्रेणी रन बनाए और इस दौरान 18 शतक और 34 अर्धशतक भी मारे। नाबाद 212 रन उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी रही। वह इंडियन प्रीमियर लीग में 2010 तक कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा रहे।
महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर के बेटे रोहन ने जनवरी से सितंबर 2004 के बीच 11 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले लेकिन इसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। उन्होंने एक अर्धशतक की मदद से 18 . 87 की औसत से 151 रन बनाए। उन्होंने 117 प्रथम श्रेणी मैच भी खेले। रोहन ने अपना अंतिम रणजी ट्रॉफी सुपर लीग मैच में उत्तर प्रदेश के खिलाफ दिसंबर 2009 में खेला था।
रोहन ने 44.19 की औसत से 6938 प्रथम श्रेणी रन बनाए और इस दौरान 18 शतक और 34 अर्धशतक भी मारे। नाबाद 212 रन उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी रही। वह इंडियन प्रीमियर लीग में 2010 तक कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा रहे।
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