आर अश्विन ने बांग्लादेश के खिलाफ डेनिल लिली का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ा है (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
टीम इंडिया के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) के सितारे इन दिनों बुलंदी पर हैं. साल 2016 में 72 टेस्ट विकेट लेकर आईसीसी के बेस्ट टेस्ट क्रिकेटर ऑफ ईयर बने अश्विन का प्रदर्शन दिनोंदिन बेहतर होता जा रहा है. अब तक 45 टेस्ट मैच खेल चुके अश्विन ने गेंदबाजी में ही नहीं बल्कि बल्लेबाजी में भी जौहर दिखाया है. वह टेस्ट मैचों में 4 शतक और 10 फिफ्टी लगा चुके हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ साल 2011 में टेस्ट मैचों में ऑफ स्पिनर के रूप में टीम इंडिया में जगह बनाने वाले रविचंद्रन अश्विन ने वर्ल्ड क्रिकेट में खुद एक ऑलराउंडर के रूप में स्थापित कर लिया है और वह आईसीसी रैंकिंग में नंबर वन ऑलराउंडर रहे हैं. जाहिर है अश्विन की इन उपलब्धियों को देखकर हर कोई उनकी सराहना कर रहा है, फिर चाहे वह कोई भारतीय क्रिकेटर हो या विदेशी. पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया के एक दिग्गज कप्तान ने तो उन्हें एक अलग ही उपाधि दे दी. इस पूर्व क्रिकेटर ने आर अश्विन को गेंदबाजी का 'डॉन' करार दिया है. आइए जानते हैं कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा...
गेंदबाजों को मिलते रहे हैं 'उपनाम'...
आपने देखा होगा कि कई बार खिलाड़ी जब कोई विशेष उपलब्धि हासिल करते हैं, तो फैन्स या विशेषज्ञ उन्हें नया नाम दे देते हैं. जैसे कि टीम इंडिया के लेग स्पिनर और पूर्व कप्तान अनिल कुंबले को उनकी अचानक उछाल लेती खतरनाक गेंदों के चलते 'जंबो' कहकर बुलाया जाता था, वहीं ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को 'टर्बनेटर' कहा जाता है. अश्विन की बात करें तो उनको जहां टीम इंडिया के पूर्व निदेशक रवि शास्त्री ने उनकी सोचने-समझने और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता के चलते 'एस्ट्रोनॉट' की संज्ञा दी थी, वहीं अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ ने उन्हें गेंदबाजी का 'डॉन' कहा है. दरअसल उन्होंने अश्विन को यह नाम ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सर डॉन ब्रैडमैन से तुलना करते हुए दिया है, जिनके बल्लेबाजी औसत तक कोई नहीं पहुंच पाया है. स्टीव वॉ के अनुसार अगर ब्रैडमैन बल्लेबाजी के 'डॉन' थे, तो अश्विन 'गेंदबाजी के डॉन' हैं.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ ने भारतीय दौरे पर आई ऑस्ट्रेलियाई टीम को एक तरह से चेताते हुए कहा है कि उन्हें स्पिन पिचों पर अश्विन से निपटने के रणनीति पर काम करना होगा, अन्यथा उनकी राह आसान नहीं रहने वाली. हालांकि रणनीति बनाने के बावजूद अश्विन से बचना आसान नहीं होगा.
आर अश्विन (R Ashwin) तोड़ सकते हैं कई रिकॉर्ड
हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ 28 विकेट और न्यूजीलैंड के खिलाफ 27 विकेट चटकाने वाले अश्विन को लेकर बात करते हुए स्टीव वॉ कहा, ‘अश्विन गेंदबाजी के ब्रैडमैन हैं. वह जो कर रहे हैं वह शानदार है. मुझे लगता है कि वह ऐसे खिलाड़ी हैं जिससे हमें निपटना होगा. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को अश्विन की गेंदबाजी से निपटने के तरीके ढूंढने होंगे. अगर ऑस्ट्रेलिया ऐसा कर पाया तो हमारे पास मौका होगा. खिलाड़ियों को दबाव में धैर्य से काम लेना होगा.’
बांग्लादेश के खिलाफ उनके कप्तान मुशिफिकुर रहीम को 250वां शिकार बनाकर सबसे तेजी से यह उपलब्धि हासिल करने का रिकॉर्ड बनाने वाले अश्विन प्रशंसा करते हुए वॉ ने कहा, ‘वह अभी जिस तरह खेल रहा है, वह कई रिकॉर्ड तोड़ने वाला है. अश्विन के आंकड़े बेहतरीन हैं.’
45 टेस्ट 250 विकेट, बनाया है वर्ल्ड रिकॉर्ड
आर अश्विन ने टीम इंडिया की ओर से अब तक 45 टेस्ट खेले हैं और उनमें 250 विकेट झटक लिए हैं. उन्होंने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज डेनिस लिली का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ा है. उन्होंने 24 बार 5 पारी में पांच विकेट और 7 बार किसी मैच में 10 विकेट लिए हैं. उनका स्ट्राइक रेट 51.5, औसत 25.04 और इकोनॉमी रेट 2.91 है. बल्लेबाजी की बात करें तो उन्होंने निचले क्रम पर 34.90 के औसत से 1850 रन (4 शतक, 10 फिफ्टी) ठोके हैं.
सबसे तेज 200 विकेट के मामले में वर्ल्ड नंबर दो
सबसे कम टेस्ट में 200 विकेट हासिल करने के मामले में अश्विन दुनिया में दूसरे नंबर पर हैं. उनसे ऊपर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व लेग स्पिनर क्लेरी ग्रिमेट हैं. यही नहीं, वह इस मामले में भारतीय गेंदबाजों के बीच नंबर वन हैं. उनके बाद हरभजन सिंह हैं. ग्रिमेट ने 1936 में 36वें टेस्ट मैच में यह उपलब्धि हासिल की थी, जबकि अश्विन ने 37वें टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की थी. न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर टेस्ट से पहले अश्विन 200 विकेट से 7 विकेट दूर थे, लेकिन उन्होंने इस मैच में ही 7 विकेट लेकर यह रिकॉर्ड बना दिया था. इस समय तीसरे नंबर पर संयुक्त रूप से पाकिस्तान के वकार यूनुस और ऑस्ट्रेलिया के तूफानी तेज गेंदबाज रहे डेनिस लिली हैं. इन दोनों ने 38 मैचों में 200 विकेट लेने का कारनामा किया था. वकार यूनुस ने साल 1995 में यह कारनामा किया था.
सबसे कम मैचों 100 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज भी हैं
भारतीय गेंदबाजी में सबसे तेज 100 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी 18 टेस्ट मैचों में अश्विन के ही नाम है. वर्ष 2016 में टीम इंडिया ने अब तक पांच टेस्ट मैच खेले हैं और अश्विन ने गेंद और बल्ले, दोनों से इस दौरान शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने इस वर्ष पांच मैचों में 55.00 के औसत से 275 रन बनाए, जिसमें दो सैकड़े शामिल हैं. यही नहीं, गेंदबाजी में विपक्षी बल्लेबाजों के लिए मुसीबत साबित होते हुए उन्होंने 24 (कानपुर टेस्ट शामिल) विकेट लिए हैं. इस दौरान वे दो बार पांच या इससे अधिक विकेट लेने में सफल रहे हैं.
यदि आप अश्विन के गेंदबाजी रिकॉर्ड पर नजर डालेंगे, तो आप समझ जाएंगे, कि वह जिस तेजी से विकेट झटक रहे हैं, उससे उन्हें गेंदबाजी का डॉन ब्रैडमैन कहना कहीं से गलत नहीं होगा. और फिर भला ऑस्ट्रेलियाई टीम को बुलंदियों तक पहुंचा चुके पूर्व कप्तान स्टीव वॉ से अधिक क्रिकेट को कौन समझ सकता है...
गेंदबाजों को मिलते रहे हैं 'उपनाम'...
आपने देखा होगा कि कई बार खिलाड़ी जब कोई विशेष उपलब्धि हासिल करते हैं, तो फैन्स या विशेषज्ञ उन्हें नया नाम दे देते हैं. जैसे कि टीम इंडिया के लेग स्पिनर और पूर्व कप्तान अनिल कुंबले को उनकी अचानक उछाल लेती खतरनाक गेंदों के चलते 'जंबो' कहकर बुलाया जाता था, वहीं ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को 'टर्बनेटर' कहा जाता है. अश्विन की बात करें तो उनको जहां टीम इंडिया के पूर्व निदेशक रवि शास्त्री ने उनकी सोचने-समझने और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता के चलते 'एस्ट्रोनॉट' की संज्ञा दी थी, वहीं अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ ने उन्हें गेंदबाजी का 'डॉन' कहा है. दरअसल उन्होंने अश्विन को यह नाम ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सर डॉन ब्रैडमैन से तुलना करते हुए दिया है, जिनके बल्लेबाजी औसत तक कोई नहीं पहुंच पाया है. स्टीव वॉ के अनुसार अगर ब्रैडमैन बल्लेबाजी के 'डॉन' थे, तो अश्विन 'गेंदबाजी के डॉन' हैं.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ ने भारतीय दौरे पर आई ऑस्ट्रेलियाई टीम को एक तरह से चेताते हुए कहा है कि उन्हें स्पिन पिचों पर अश्विन से निपटने के रणनीति पर काम करना होगा, अन्यथा उनकी राह आसान नहीं रहने वाली. हालांकि रणनीति बनाने के बावजूद अश्विन से बचना आसान नहीं होगा.
आर अश्विन (R Ashwin) तोड़ सकते हैं कई रिकॉर्ड
हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ 28 विकेट और न्यूजीलैंड के खिलाफ 27 विकेट चटकाने वाले अश्विन को लेकर बात करते हुए स्टीव वॉ कहा, ‘अश्विन गेंदबाजी के ब्रैडमैन हैं. वह जो कर रहे हैं वह शानदार है. मुझे लगता है कि वह ऐसे खिलाड़ी हैं जिससे हमें निपटना होगा. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को अश्विन की गेंदबाजी से निपटने के तरीके ढूंढने होंगे. अगर ऑस्ट्रेलिया ऐसा कर पाया तो हमारे पास मौका होगा. खिलाड़ियों को दबाव में धैर्य से काम लेना होगा.’
बांग्लादेश के खिलाफ उनके कप्तान मुशिफिकुर रहीम को 250वां शिकार बनाकर सबसे तेजी से यह उपलब्धि हासिल करने का रिकॉर्ड बनाने वाले अश्विन प्रशंसा करते हुए वॉ ने कहा, ‘वह अभी जिस तरह खेल रहा है, वह कई रिकॉर्ड तोड़ने वाला है. अश्विन के आंकड़े बेहतरीन हैं.’
45 टेस्ट 250 विकेट, बनाया है वर्ल्ड रिकॉर्ड
आर अश्विन ने टीम इंडिया की ओर से अब तक 45 टेस्ट खेले हैं और उनमें 250 विकेट झटक लिए हैं. उन्होंने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज डेनिस लिली का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ा है. उन्होंने 24 बार 5 पारी में पांच विकेट और 7 बार किसी मैच में 10 विकेट लिए हैं. उनका स्ट्राइक रेट 51.5, औसत 25.04 और इकोनॉमी रेट 2.91 है. बल्लेबाजी की बात करें तो उन्होंने निचले क्रम पर 34.90 के औसत से 1850 रन (4 शतक, 10 फिफ्टी) ठोके हैं.
सबसे तेज 200 विकेट के मामले में वर्ल्ड नंबर दो
सबसे कम टेस्ट में 200 विकेट हासिल करने के मामले में अश्विन दुनिया में दूसरे नंबर पर हैं. उनसे ऊपर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व लेग स्पिनर क्लेरी ग्रिमेट हैं. यही नहीं, वह इस मामले में भारतीय गेंदबाजों के बीच नंबर वन हैं. उनके बाद हरभजन सिंह हैं. ग्रिमेट ने 1936 में 36वें टेस्ट मैच में यह उपलब्धि हासिल की थी, जबकि अश्विन ने 37वें टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल की थी. न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर टेस्ट से पहले अश्विन 200 विकेट से 7 विकेट दूर थे, लेकिन उन्होंने इस मैच में ही 7 विकेट लेकर यह रिकॉर्ड बना दिया था. इस समय तीसरे नंबर पर संयुक्त रूप से पाकिस्तान के वकार यूनुस और ऑस्ट्रेलिया के तूफानी तेज गेंदबाज रहे डेनिस लिली हैं. इन दोनों ने 38 मैचों में 200 विकेट लेने का कारनामा किया था. वकार यूनुस ने साल 1995 में यह कारनामा किया था.
सबसे कम मैचों 100 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज भी हैं
भारतीय गेंदबाजी में सबसे तेज 100 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी 18 टेस्ट मैचों में अश्विन के ही नाम है. वर्ष 2016 में टीम इंडिया ने अब तक पांच टेस्ट मैच खेले हैं और अश्विन ने गेंद और बल्ले, दोनों से इस दौरान शानदार प्रदर्शन किया है. उन्होंने इस वर्ष पांच मैचों में 55.00 के औसत से 275 रन बनाए, जिसमें दो सैकड़े शामिल हैं. यही नहीं, गेंदबाजी में विपक्षी बल्लेबाजों के लिए मुसीबत साबित होते हुए उन्होंने 24 (कानपुर टेस्ट शामिल) विकेट लिए हैं. इस दौरान वे दो बार पांच या इससे अधिक विकेट लेने में सफल रहे हैं.
यदि आप अश्विन के गेंदबाजी रिकॉर्ड पर नजर डालेंगे, तो आप समझ जाएंगे, कि वह जिस तेजी से विकेट झटक रहे हैं, उससे उन्हें गेंदबाजी का डॉन ब्रैडमैन कहना कहीं से गलत नहीं होगा. और फिर भला ऑस्ट्रेलियाई टीम को बुलंदियों तक पहुंचा चुके पूर्व कप्तान स्टीव वॉ से अधिक क्रिकेट को कौन समझ सकता है...
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