विज्ञापन
This Article is From Jan 22, 2012

राजस्थान का लगातार दूसरी बार रणजी चैंपियन बनना तय

चेन्नई: पिछला चैंपियन राजस्थान रविवार को तमिलनाडु पर पहली पारी में 326 रन की विशाल बढ़त हासिल करके लगातार दूसरी बार रणजी ट्राफी खिताब जीतने के करीब पहुंच गया।

राजस्थान के 621 रन के जवाब में तमिलनाडु की टीम मैच के चौथे दिन 295 रन पर ढेर हो गयी। इससे राजस्थान का पहली पारी के बढ़त के आधार पर विजेता बनना तय हो गया है। यही वजह थी कि उसके कप्तान रिषिकेश कानितकर ने तमिलनाडु को फालोआन देने के बजाय अपनी दूसरी पारी शुरू की। चौथे दिन का खेल समाप्त होने के समय राजस्थान ने बिना किसी नुकसान के 21 रन बनाये थे और इस तरह से उसकी कुल बढ़त 347 रन की हो गयी है।

एम ए चिदंबरम स्टेडियम चेपक की पिच पर गेंद नीचे रह रही थी और राजस्थान के मध्यम गति के गेंदबाजों ने इसका पूरा फायदा उठाया। युवा तेज गेंदबाज रितुराज सिंह ने 76 रन देकर चार विकेट लिये जबकि अनुभवी पंकज सिंह और सुमित माथुर को दो . दो विकेट मिले। तमिलनाडु की तरफ से केवल विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ही गेंदबाजों का डटकर सामना कर पाये। वह 150 रन बनाकर नौवें बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। राजस्थान के पास जीत दर्ज करके खिताब जीतने का मौका था लेकिन गेंदबाजों की थकान और ट्राफी अपने नाम पर लगभग पक्की होने के कारण उसने दूसरी पारी शुरू करने का फैसला किया। चौथे दिन राजस्थान के बल्लेबाजों ने सात ओवर खेले। स्टंप उखड़ने के समय पिछली पारी में 257 रन बनाने विनीत सक्सेना और अनुभवी आकाश चोपड़ा दोनों दस-दस रन बनाकर खेल रहे थे।

तमिलनाडु ने सुबह तीन विकेट पर 66 रन से आगे खेलना शुरू किया तथा तीसरे ओवर में ही कल के अविजित बल्लेबाज के वासुदेवदास (25) का विकेट गंवा दिया। रितुराज की फुललेंग्थ गेंद को आन साइड में मोड़ने के प्रयास में वासुदेव ने स्क्वायर लेग पर गजेंद्र सिंह को आसान कैच थमाया। वासुदेव अपने कल के स्कोर में कोई रन नहीं जोड़ पाये थे। कार्तिक और आर प्रसन्ना (44) ने पांचवें विकेट के लिये 76 रन की साझेदारी की जो आखिर में टीम की सबसे बड़ी भागीदारी भी साबित हुई। इन दोनों ने सहजता से पारी आगे बढ़ाने की कोशिश की लेकिन लंच से कुछ देर पहले रन के लिये एक ही लाइन में दौड़ने का उन्हें नुकसान हुआ और इससे प्रसन्ना रन आउट हो गये। तब टीम का स्कोर पांच विकेट पर 147 रन था जो सन्नी गुप्ता (6) और यो महेश (शून्य) के आउट होने से जल्द ही सात विकेट पर 167 रन हो गया।

कार्तिक ने रितुराज पर लांग आन क्षेत्र में पारी का एकमात्र छक्का भी जमाया और अगले ओवर में माथुर की गेंद पर दो रन लेकर प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना 16वां शतक पूरा किया। यह रणजी ट्राफी फाइनल में उनका दूसरा शतक है। इसके बाद उन्होंने माथुर को ही निशाने पर रखा लेकिन आखिर में इसी गेंदबाज की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटों में समा गयी। कार्तिक ने 280 गेंद खेली तथा 21 चौके और एक छक्का लगाया। माथुर ने अगले ओवर में कौशिक को भी आउट करके तमिलनाडु की पारी का अंत किया।

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Rajasthan, Ranaji Champion, 2012, राजस्थान, रणजी, चैम्पियन
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com