
प्रज्ञान ओझा पिछले सीजन में ही हैदराबाद टीम से पश्चिम बंगाल शिफ्ट हुए हैं (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी प्रज्ञान ओझा और अशोक डिंडा के बीच रणजी ट्रॉफी के अंतर्गत पश्चिम बंगाल के तमिलनाडु के खिलाफ मैच से पहले प्रैक्टिस सेशन के दौरान तीखी बहस हो गई. गौरतलब है कि दोनों ही खिलाड़ी मैच के लिहाज पश्चिम बंगाल टीम प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण हैं. यह मैच राजकोट में है.
दोनों खिलाड़ियों के बीच यह तकरार इतनी तीखी थी कि पश्चिम बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी, कोच साईराज बहुतुले और मैनेजर समीर दासगुप्ता को दखल देना पड़ा और इन दोनों सीनियर प्लेयर्स से बात करनी पड़ी. क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (कैब) के विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, तकरार तब हुई जब शनिवार को बंगाल के खिलाड़ी फुटबॉल खेल रहे थे.
बताया जाता है कि डिंडा ने विपक्षी टीम के कुछ खिलाड़ियों को 'टेकल' किया. ये खिलाड़ी इस बात से कुछ नहीं थे क्योंकि क्रिकेट टीम के फुटबॉल सेशन के दौरान यह अघोषित नियम की तरह है कि कोई भी खिलाड़ी, टेकल नहीं करेगा. कैब के एक वरिष्ठ खिलाड़ी ने बताया कि इसी दौरान डिंडा का एक तेज शॉट आमतौर पर शांत रहने वाले ओझा के कान के पास से गुजरा. इससे उन्हें चोट भी लग सकती थी इससे ओझा, डिंडा पर चिल्ला पड़े. इससे डिंडा भी तैश में आ गए.
दोनों खिलाड़ियों के बीच बात आगे बढ़ी कि टीम के दूसरे खिलाड़ियों ने बीचबचाव कर दिया. सूत्रों के अनुसार, डिंडा ने ओझा को 'बाहरी खिलाड़ी' बताया. गौरतलब है कि ओझा पिछले सीजन में इंटर स्टेट ट्रांसफर के तहत हैदराबाद से पश्चिम बंगाल शिफ्ट हुए हैं. जानकारी के मुताबिक, मामले की शिकायत कैब अध्यक्ष सौरव गांगुली से भी की गई है और उन्होंने दोनों खिलाड़ियों को मामला सुलझाकर अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दोनों खिलाड़ियों के बीच यह तकरार इतनी तीखी थी कि पश्चिम बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी, कोच साईराज बहुतुले और मैनेजर समीर दासगुप्ता को दखल देना पड़ा और इन दोनों सीनियर प्लेयर्स से बात करनी पड़ी. क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल (कैब) के विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, तकरार तब हुई जब शनिवार को बंगाल के खिलाड़ी फुटबॉल खेल रहे थे.
बताया जाता है कि डिंडा ने विपक्षी टीम के कुछ खिलाड़ियों को 'टेकल' किया. ये खिलाड़ी इस बात से कुछ नहीं थे क्योंकि क्रिकेट टीम के फुटबॉल सेशन के दौरान यह अघोषित नियम की तरह है कि कोई भी खिलाड़ी, टेकल नहीं करेगा. कैब के एक वरिष्ठ खिलाड़ी ने बताया कि इसी दौरान डिंडा का एक तेज शॉट आमतौर पर शांत रहने वाले ओझा के कान के पास से गुजरा. इससे उन्हें चोट भी लग सकती थी इससे ओझा, डिंडा पर चिल्ला पड़े. इससे डिंडा भी तैश में आ गए.
दोनों खिलाड़ियों के बीच बात आगे बढ़ी कि टीम के दूसरे खिलाड़ियों ने बीचबचाव कर दिया. सूत्रों के अनुसार, डिंडा ने ओझा को 'बाहरी खिलाड़ी' बताया. गौरतलब है कि ओझा पिछले सीजन में इंटर स्टेट ट्रांसफर के तहत हैदराबाद से पश्चिम बंगाल शिफ्ट हुए हैं. जानकारी के मुताबिक, मामले की शिकायत कैब अध्यक्ष सौरव गांगुली से भी की गई है और उन्होंने दोनों खिलाड़ियों को मामला सुलझाकर अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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