पोवार ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि मिताली को टीम से पहले अपने हितों के बारे में सोचना बंद करना चाहिए. उम्मीद करता हूं कि वह बड़े नजरिए के साथ सोचेंगी और भारतीय महिला क्रिकेट की बेहतरी के लिए काम करेंगी. पोवार ने कहा कि मिताली ने अपनी भूमिका की अनदेखी करते हुए निजी उपलब्धियों के लिए बल्लेबाजी की. इस कारण बैटिंग में एक फ्लो या लय नहीं बन सकी. और इससे बाकी दूसरे बल्लेबाजों पर अतिरिक्त दबाव बढ़ गया. पोवार ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मैच में भी केवल चयनकर्ताओं के दबाव के कारण उनसे पारी की शुरुआत कराई गई.Seriously , Ramesh Powar questions Mithali Raj ‘s skill set a. The highest scorer in both t/20 and one day . The best ODI batter India has ever produced is being questioned about her skill set . ‘Didn't we expect him to mud sling her after her email . We did . So stand up for her
— AB (@aprajita13) November 29, 2018
यह भी पढ़ें: डायना एडुलजी की दो-टूक, मिताली राज से जुड़े विवाद में खुद को शामिल नहीं करेगी COARamesh Powar: It gave me an impression that for Mithali Raj, she comes first & then Team India. To save positive team environment & due to her threatening (retirement), we opened with her. After the game, she was making her own group with selected players sitting away from team"
— ANI (@ANI) November 29, 2018
पोवार ने खुलासा करते हुए कि टीम में सकारात्मक माहौल बनाए रखने के लिए टूर सेलेक्टर के दबाव के कारण हमने पाकिस्तान के खिलाफ मिताली राज से पारी की शुरुआत कराई. मिताली राज धमकी देती रहीं कि अगर उनसे पारी की शुरुआत नहीं कराई गई, तो वह वापस घर लौट जाएंगी. पोवार ने रिपोर्ट में लिखा कि पाकिस्तान के खिलाफ मैच के बाद उनका एक अलग ही रवैया था. उन्होंने कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों के साथ अपना ग्रुप बना लिया और टीम से दूर बैठने लगीं. बतौर कोच मैं इस बात से बहुत ही निराश और दुखी था कि मिताली जैसी लीजेंड खिलाड़ी टीम को दो ग्रुप में बांट रही थीं.
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पोवार ने बीसीसीआई को भेजी रिपोर्ट मे कहा कि ग्रुप में प्वाइंट्स टेबल में शीर्ष पर रहने के बाद टीम मीटिंग में बतौर सीनियर मिताली ने बमुश्किल ही कोई सुझाव दिया. वह टीम की योजना के अनुसार खुद को नहीं ढाल सकीं और उन्होंने अपने हितों के लिए उन्हें दी गई भूमिका की अनदेखी की. अभ्यास मैचों के दौरान मिताली तेजी से रन बनाने के लिए संघर्ष कर रही थीं क्योंकि विंडीज की पिच धीमी और नीची थीं. अपनी सीमित योग्यता के कारण उन्होंने झुक पाने और स्ट्रोकों को खेलने में समस्या आ रही थी.India women's cricket team coach Ramesh Powar tells BCCI, "Mithali Raj, a senior player in the team, has minimum inputs in team meetings. She couldn't understand & adapt to team plan, ignored her role & batted for own milestones. lack of keeping the momentum going on". (file pic) pic.twitter.com/nBPeIFtnQ7
— ANI (@ANI) November 29, 2018
मिताली के प्रैक्टिस मैचों में तेज रन गति से बल्लेबाजी न कर पाने के इरादे को देखते हुए ही हमने तानिया भाटिया से पारी की शुरुआत कराने का फैसला लिया. हमने न्यूजीलैंड के खिलाफ तानिया और हेमलता का पावर-प्ले में इस्तेमाल किया. वहीं मिताली ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले पारी शुरू न कराने पर वापस भारत लौटने की धमकी दी. लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ भी मिताली ने छठे से लेकर 15वें ओवर के बीच 24 गेंदों पर सिर्फ 25 रन बनाए. इससे टीम की बैटिंग ईकाई भ्रमित और नाराज थी. आयरलैंड जैसी कमजोर टीम के खिलाफ भी मिताली ने 56 खेलकर 51 रन बनाए.Under-fire women's team coach #RameshPowar on Wednesday met #BCCI CEO #RahulJohri and made some startling revelations about #MithaliRaj after the Women's World T20 controversy.
— Female Cricket (@imfemalecricket) November 28, 2018
Full story : https://t.co/BWYXftt8jl pic.twitter.com/MjZJ6xSm61
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कुल मिलाकर रमेश पोवार ने अपने दस पेज की रिपोर्ट में मिताली राज के रवैये सहित कई बातों पर सवाल उठाए हैं. अब देखने की बात यह होगी कि दोनों पक्षों को सुनने के बाद बीसीसीआई आगे क्या फैसला लेता है.
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