सुनील गावस्कर (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
आस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्तमान वनडे श्रृंखला में महेंद्र सिंह धोनी बल्लेबाजी में प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि यह विकेटकीपर बल्लेबाज ‘संघर्ष कर रहा है, लेकिन हार के लिए केवल उन्हें दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। भारत को लगातार दो मैचों में 300 से अधिक स्कोर बनाने के बजाय हार का सामना करना पड़ा।
गावस्कर ने एनडीटीवी से कहा कि उसे फिनिशर माना जाता है। वह भारत का गौरव है, लेकिन अभी वह थोड़ा संघर्ष कर रहा है। जब आप नियमित तौर पर नहीं खेल रहे होते तो थोड़ा मुश्किल होती है। इससे आपका प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है। लेकिन, मेरी सलाह है कि उसे अकेले छोड़ दो क्योंकि उसने भारत के लिए कई मैच जीते हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि केवल उसी पर उंगली उठाई जाए। आखिरी दस ओवरों में प्रत्येक का योगदान होने पर भारत 20.30 रन अधिक बनाता, लेकिन आस्ट्रेलिया तब भी जीत सकता था, क्योंकि उसने आज एक ओवर शेष रहते हुए जीत गया था। इसलिए मेरा मानना है कि यह टीम का प्रयास है। गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण बेहतर करना होगा। अभी बल्लेबाजी चल रही है, लेकिन बाद के बल्लेबाज अधिक योगदान नहीं दे रहे हैं।
गावस्कर को लगता है कि भारत एक ‘जादुई व्यक्ति’ को नहीं खोज पा रहा है, जो अतिरिक्त अच्छा प्रदर्शन करके टीम को जीत दिलाए। उन्होंने कहा कि दोनों मैचों में भारत के एक खिलाड़ी ने शतक बनाया और भारत हार गया। भारत को अनुशासित गेंदबाजी करनी होगी। उसे वाइड और नो बॉल देने से बचना होगा। दुर्भाग्य से भारत के पास पिछले कुछ समय वह जादुई व्यक्ति नहीं रहा जो अतिरिक्त प्रदर्शन करे।
गावस्कर ने एनडीटीवी से कहा कि उसे फिनिशर माना जाता है। वह भारत का गौरव है, लेकिन अभी वह थोड़ा संघर्ष कर रहा है। जब आप नियमित तौर पर नहीं खेल रहे होते तो थोड़ा मुश्किल होती है। इससे आपका प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है। लेकिन, मेरी सलाह है कि उसे अकेले छोड़ दो क्योंकि उसने भारत के लिए कई मैच जीते हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि केवल उसी पर उंगली उठाई जाए। आखिरी दस ओवरों में प्रत्येक का योगदान होने पर भारत 20.30 रन अधिक बनाता, लेकिन आस्ट्रेलिया तब भी जीत सकता था, क्योंकि उसने आज एक ओवर शेष रहते हुए जीत गया था। इसलिए मेरा मानना है कि यह टीम का प्रयास है। गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण बेहतर करना होगा। अभी बल्लेबाजी चल रही है, लेकिन बाद के बल्लेबाज अधिक योगदान नहीं दे रहे हैं।
गावस्कर को लगता है कि भारत एक ‘जादुई व्यक्ति’ को नहीं खोज पा रहा है, जो अतिरिक्त अच्छा प्रदर्शन करके टीम को जीत दिलाए। उन्होंने कहा कि दोनों मैचों में भारत के एक खिलाड़ी ने शतक बनाया और भारत हार गया। भारत को अनुशासित गेंदबाजी करनी होगी। उसे वाइड और नो बॉल देने से बचना होगा। दुर्भाग्य से भारत के पास पिछले कुछ समय वह जादुई व्यक्ति नहीं रहा जो अतिरिक्त प्रदर्शन करे।
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