
रोहित शर्मा और शिखर धवन का फाइल फोटो
नई दिल्ली:
अब यह आप जानते ही हैं कि टी-20 में पावर-प्ले में किसी भी टीम के लिए शुरुआती छह ओवर कितने ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं. जाहिर है कि टीम इंडिया भी कोई अपवाद नहीं है, लेकिन एक बात साफ है कि दुनिया के धुरंधर ओपनरों में से एक रोहित शर्मा और शिखर धवन सहित बाकी बल्लेबाज इन ओवरों में कुछ धीमे साबित हुए हैं, या कहें कि उनका अंदाज जरूरी पैमाने पर टी-20 के मुफीद बैठता दिखाई नहीं पड़ा है. बहरहाल निधास टी20 ट्रॉफी के फाइल में टीम इंडिया के ओपरों या बल्लेबाजों के अंदाज पर भारतीय क्रिकेटप्रेमियों की नजरें टिकी हुई हैं.
आपको बता दें कि अगर प्ले की शुरुआती, मतलब पहले ओवर की बात करें, तो इस दौरान भारतीय बल्लेबाजों ने 6.40 ओवर की तरह से रन बटोरे, तो वहीं दूसरे और तीसरे ओवर मं भारतीय बल्लेबाजों ने 7.29 का औसत निकाला. मतलब यह पावर प्ले के दूसरे-तीसरे ओवर में रन बनाने की गति में थोड़ा इजाफा हुआ. लेकिन इसके बाद अगले तीन ओवरों में भारतीय बल्लेबाजों का औसत बहुत ही तेजी से ऊपर की ओर गया है.
यह भी पढ़ें : Nidahas trophy final: इस भारतीय गेंदबाज के खिलाफ बांग्लादेशी तेवर दिखाएं, तो जानें!, सामने है 'सबसे बड़ा चैलेंज'
टी-20 इंटरनेशनल में अभी तक पावर-प्ले के दूसरे उत्तरार्ध मतलब आखिरी तीन ओवरों में भारतीय बल्लेबाजों ने अपने औसत में बहुत तेजी से सुधार किया. इस दौरान भारतीय बल्लेबाजों का चौथे ओवर में औसत 8.46, पांचवें में 8.66 और छठे और आखिरी पावर-प्ले ओवर में यह औसत 8.92 का रहा है. लेकिन दूसरे हॉफ में अच्छे सुधार के बावजूद समग्र पावर-प्ले में भारतीय बल्लेबाजों का दम उतना प्रचंड नहीं है, जितना होना चाहिए था.
VIDEO: मोहम्मद शमी ने एनडीटीवी से बातचीत में खुद को निर्दोष बताया है
बता दें कि भारतीय बल्लेबाज टी-20 में पावर-प्ले (शुरुआती 6 ओवर) में 6.41 के औसत से ही रन बटोर सके हैं. मतलब प्रति गेंद एक रन से कुछ ज्यादा. यह बताता है कि भारतीय ओवरों को पावर-प्ले का फायदा उठाने पर अच्छा काम करना होगा. इस दौरान तीस गज के घेरे के बाहर सिर्फ 2 ही फील्डर तैनात रहते हैं. ऐसे में टीम इंडिया को इस क्षेत्र में और ज्यादा और तेजी से रन बटोरने पर काम करने की जरुरत है.
The coin flip for one final time and #TeamIndia have won the toss and elected to field first in the final of Nidahas Trophy. One change - Unadkat in place of Siraj. pic.twitter.com/a7dMnsihN3
— BCCI (@BCCI) March 18, 2018
आपको बता दें कि अगर प्ले की शुरुआती, मतलब पहले ओवर की बात करें, तो इस दौरान भारतीय बल्लेबाजों ने 6.40 ओवर की तरह से रन बटोरे, तो वहीं दूसरे और तीसरे ओवर मं भारतीय बल्लेबाजों ने 7.29 का औसत निकाला. मतलब यह पावर प्ले के दूसरे-तीसरे ओवर में रन बनाने की गति में थोड़ा इजाफा हुआ. लेकिन इसके बाद अगले तीन ओवरों में भारतीय बल्लेबाजों का औसत बहुत ही तेजी से ऊपर की ओर गया है.
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टी-20 इंटरनेशनल में अभी तक पावर-प्ले के दूसरे उत्तरार्ध मतलब आखिरी तीन ओवरों में भारतीय बल्लेबाजों ने अपने औसत में बहुत तेजी से सुधार किया. इस दौरान भारतीय बल्लेबाजों का चौथे ओवर में औसत 8.46, पांचवें में 8.66 और छठे और आखिरी पावर-प्ले ओवर में यह औसत 8.92 का रहा है. लेकिन दूसरे हॉफ में अच्छे सुधार के बावजूद समग्र पावर-प्ले में भारतीय बल्लेबाजों का दम उतना प्रचंड नहीं है, जितना होना चाहिए था.
All Sharma and Dhawan's fans answer this What is Rohit Sharma and Shikhar Dhawan's highest partnership record in T20Is? #NidahasOnDSport #INDvBAN #ContestAlert #contest pic.twitter.com/hKKvBqrCgV
— DSport (@DSportINLive) March 18, 2018
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बता दें कि भारतीय बल्लेबाज टी-20 में पावर-प्ले (शुरुआती 6 ओवर) में 6.41 के औसत से ही रन बटोर सके हैं. मतलब प्रति गेंद एक रन से कुछ ज्यादा. यह बताता है कि भारतीय ओवरों को पावर-प्ले का फायदा उठाने पर अच्छा काम करना होगा. इस दौरान तीस गज के घेरे के बाहर सिर्फ 2 ही फील्डर तैनात रहते हैं. ऐसे में टीम इंडिया को इस क्षेत्र में और ज्यादा और तेजी से रन बटोरने पर काम करने की जरुरत है.
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