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NDTV EXCLUSIVE: महिला टीम की कामयाबी पर गांगुली ने याद दिलाई अपनी भविष्यवाणी, ‘मैंने टूर्नामेंट की शुरुआत...'

सौरव गांगुली भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कामयाबी से बेहद खुश हैं पर हैरान नहीं. उन्होंने NDTV से EXCLUSIVE बात करते हुए कहा कि वो इस टीम को अच्छी तरह से जानते हैं.

NDTV EXCLUSIVE: महिला टीम की कामयाबी पर गांगुली ने याद दिलाई अपनी भविष्यवाणी, ‘मैंने टूर्नामेंट की शुरुआत...'
Sourav Ganguly
  • सौरव गांगुली ने महिला क्रिकेट टीम की सफलता को जानते हुए उसकी ताकत और प्रदर्शन की सराहना की है
  • गांगुली ने 2019 से महिला खिलाड़ियों जैसे शेफाली और हरमनप्रीत के लगातार सुधार और प्रदर्शन को करीब से देखा है
  • उन्होंने महिला टीम की इंग्लैंड में वनडे सीरीज जीत को भारतीय महिला क्रिकेट का महत्वपूर्ण टर्निंग पॉइंट माना है
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पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई अध्यक्ष रहे सौरव गांगुली भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कामयाबी से बेहद खुश हैं पर हैरान नहीं. उन्होंने NDTV से EXCLUSIVE बात करते हुए कहा कि वो इस टीम को अच्छी तरह से जानते हैं. इस टीम को फॉलो भी करते रहे हैं और बतौर बीसीसीआई चीफ भी उन्होंने इस टीम का सफर देखा है. इसलिए उन्हें अंदाजा था कि महिला टीम इंडिया एक ताकतवर टीम के तौर पर कारनामे कर सकती है. उन्होंने ‘X' पर पोस्ट किये गये अपनी ट्वीट का भी हवाला दिया कि कैसे उन्हें महिला टीम की कामयाबी पर भरोसा था.

महिला वर्ल्ड कप को लेकर गांगुली की भविष्यवाणी

गांगुली महिला वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की कामयाबी को लेकर आश्वस्त थे. वो कहते हैं, 'ये शानदार कामयाबी है, है कि नहीं? अगर आप वर्ल्ड कप से पहले का मेरा ट्वीट देखें तो मैंने टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही कहा था कि वो एक फोर्स हैं और वो बड़ी कामयाबी हासिल कर सकते हैं. आप मेरा ट्वीट जरूर दिखायें. मैं जब 2019 में बीसीसीआई प्रमुख था तबसे मैंने इन्हें देखा है. 2023 में WPL भी आ गया. मैं दिल्ली कैपिटल से भी जुड़ा रहा हूं. पिछले साल दिल्ली की टीम उपविजेता भी रही. इसलिए मैंने जेमी (जेमाइमा रोड्रिगेज़), शेफाली (वर्मा), हरमनप्रीत (कौर), स्मृति (मंधाना), ऋचा (घोष) को परफॉर्म करते देखा है. मैंने उन्हें 2019 से 2025 तक लगातार बेहतर होते देखा है. उनमें कमाल की बेहतरी देखी है.'

गांगुली ने 30 सितंबर को वर्ल्ड कप शुरू होने से ठीक पहले ‘X' पर ट्वीट किया था और NDTV के जरिये क्रिकेट फैंस को उसकी याद भी दिलाई, 'आज से महिला विश्व कप शुरू हो रहा है. 2019 की महिला टीम ने पिछले सीजन में डब्ल्यूपीएल में गहराई से देखा और शामिल हुई है. उन्होंने देखा है कि भारतीय लड़कियों में कितनी ताकत और कितनी प्रतिभा है ... यह उनके लिए एक शानदार टूर्नामेंट होगा .. भारत को शुभकामनाएं .. @BCCIWomen @ICC.'

गांगुली की नजर में क्या रहा भारतीय जीत का टर्निंग प्वाइंट

सौरव गांगुली बताते हैं कि उन्हें क्यों इस टीम पर भरोसा था कि ये कमाल कर सकती हैं. वो कहते हैं, '2019 में ऋचा को देखा था तब वो सिर्फ 19 साल की थी. शेफाली तो अभी 22 की भी नहीं हुई हैं. मैंने उन्हें 3 साल से दिल्ली के लिए खेलते देखा है. इसलिए मैं उन्हें नजदीक से जानता हूं. मैं बेहद खुश हूं.'

गांगुली मानते हैं कि 7 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराना तुक्का नहीं है. वो कहते हैं, 'ऑस्ट्रेलिया हमेशा से महिला क्रिकेट में पावर हाउस था. मैंने एनाबेल सदरलैंड, मेग लैनिंग और एलिसा हीली को भी ट्रेनिंग करते देखा है. वो तो लड़कों की तरह ट्रेनिंग करती हैं. और ऑस्ट्रेलिया को कनविंसिंग्ली सेमीफाइनल में हराना बहुत बड़ी बात है.'

गांगुली की नजर में कहां शुरू हुआ भारतीय जीत का सिलसिला

वर्ल्ड कप में जाने से पहले भारतीय महिला टीम ने इंग्लैंड को उनके ही घर में तीन वनडे मैच की सीरीज में 2-1 से शिकस्त दी थी. उस सीरीज में कप्तान हरमनप्रीत कौर ने प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब जीता था. गांगुली इसे एक तरह से भारतीय महिला क्रिकेट टीम का टर्निंग प्वाइंट मानते हैं. वो कहते हैं, 'पिछले साल ये लड़कियां इंग्लैंड गईं और उन्हें इंग्लैंड को हराया. ये आसान नहीं है. और यही उनकी शानदार बेहतरी का सबूत है.'

महिला क्रिकेट में क्रान्ति की लगी लौ

गांगुली मानते हैं कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम का भविष्य यहां से बेहद उज्जवल है, वो कहते हैं, 'ये लड़कियां आने वाले वक्त में भारतीय क्रिकेट के लिए कमाल का फोर्स साबित होंगी. भारत में बहुत ज्यादा क्रिकेट है- लड़के, लड़कियां सब क्रिकेट खेल रहे हैं. आप इन्हें कमाल करता हुआ देख सकेंगे.'

क्रिकेट में AI के इस्तेमाल पर गांगुली की राय

पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने Kabuni (UK AI और स्पोर्ट्स तकनीकी ब्रैंड) के ऑफ़िशियल लॉन्च पर क्रिकेट में AI के इस्तेमाल को लेकर भी अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि AI के इस्तेमाल से क्रिकेट में थोड़ा-बहुत तो अंतर देखा जा सकता है. लेकिन आखिरकार क्रिकेटर्स को पिच पर अपने स्किल के सहारे अपना जौहर दिखाना होगा. आखिरकार क्रिकेटर्स का स्किल और उनकी हिम्मत ही पिच पर काम आएगी.

उन्होंने ये जरूर कहा कि काबुनी जैसे ब्रैंड हर खिलाड़ी के लिए निजी कोच का काम कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि काबुनी दूर-दराज के गांव और शहरों के उन युवा क्रिकेटरों की भी मदद करेगा जिन्हें कई बार कोचिंग की सुविधा मुहैया नहीं हो पाती.

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