महेंद्र सिंह धोनी की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
कोलकाता में होने वाले T20 मैच का सीरीज के नतीजों पर चाहे कोई असर न हो, टीम इंडिया इस मैच में बड़े बदलावों के साथ उतरेगी। इसके पूरे संकेत हैं। टीम को इस एक मैच से अपने कई सवालों के जवाब भी ढूंढने हैं और वनडे मैचों के लिए टोन भी सेट करना है।
कौन निभाएगा मैच फिनिशर की भूमिका
कप्तान एमएस धोनी की टीम दो बार T20 में क्या हारी ये बहस भी शुरू हो गई कि कहीं धोनी शॉर्ट फॉर्मेट में भी अपने आखिरी पड़ाव पर तो नहीं हालांकि एमएसडी ये इशारा कर चुके हैं कि उनकी नज़र T20 वर्ल्ड कप पर है और वह खुद को और टीम को उसी लिहाज़ से तैयार करना चाहते हैं, लेकिन उनके फॉर्म को लेकर भी बहस छिड़ गई है। खुद धोनी भी मानते हैं कि मैच फिनिशर की भूमिका किसी और खिलाड़ी को निभानी चाहिए।
कप्तान धोनी ने बयान दिया है, किसी और खिलाड़ी को निचले क्रम पर आकर बल्लेबाज़ी की ज़िम्मेदारी निभानी होगी। अगर मैं चौथे-पांचवें नंबर पर आऊं तो शायद कोई और ये जिम्मेदारी संभाले। आने वाले वक्त में किसी और को बैकअप प्लान के तौर पर तैयार होना चाहिए।
धोनी का रिकॉर्ड
माही ने अब तक कुल 52 अंतरराष्ट्रीय T20 मैच खेले हैं। इन 52 में से 25 मैचों में धोनी ने छठे-सातवें नंबर पर बल्लेबाज़ी की है। 52 मैचों में धोनी के 874 रन हैं 33.61 के औसत से जबकि छठे-सातवें नंबर पर 25 मैचों में एमएसडी के नाम 424 रन हैं 35.33 के औसत से यानी छठे सातवें नंबर पर वो टीम के लिए बेहद कामयाब रहे हैं। पिछले 12 अंतरराष्ट्रीय T20 मैचों में धोनी का सर्वाधिक स्कोर 33 रहा है, लेकिन इस दौरान वह 6 बार नॉट आउट रहे हैं और 2 बार बल्लेबाज़ी के लिए नहीं आए।
कैप्टन कूल की सोच
कैप्टन कूल को लगता है कि वह ऊपर आकर बल्लेबाज़ी करें तो उनकी अपनी बैटिंग भी बेहतर होगी और इससे टीम को फ़ायदा होगा। एमएस धोनी कहते हैं, मैं अक्सर 16वें-17वें या चौथे से छठे ओवर में बल्लेबाज़ी के लिए जाता हूं जब 4-5 विकेट गिर चुके होते हैं। ऐसे में मैं दिमाग का ज़्यादा इस्तेमाल करने लगता हूं, लेकिन इस फॉर्मेट में मुझे शायद बड़े शॉट्स खेलने चाहिए, हालात चाहे जैसे भी हों।
बहुत मुमकिन है कि धोनी ईडन गार्डन्स पर बैटिंग क्रम में ऊपर खेलते नज़र आएं। ऐसे में छठे-सातवें नंबर पर
मैच फ़िनिशर की भूमिका कौन निभाएगा ये देखना बेहद दिलचस्प होगा।
कौन निभाएगा मैच फिनिशर की भूमिका
कप्तान एमएस धोनी की टीम दो बार T20 में क्या हारी ये बहस भी शुरू हो गई कि कहीं धोनी शॉर्ट फॉर्मेट में भी अपने आखिरी पड़ाव पर तो नहीं हालांकि एमएसडी ये इशारा कर चुके हैं कि उनकी नज़र T20 वर्ल्ड कप पर है और वह खुद को और टीम को उसी लिहाज़ से तैयार करना चाहते हैं, लेकिन उनके फॉर्म को लेकर भी बहस छिड़ गई है। खुद धोनी भी मानते हैं कि मैच फिनिशर की भूमिका किसी और खिलाड़ी को निभानी चाहिए।
कप्तान धोनी ने बयान दिया है, किसी और खिलाड़ी को निचले क्रम पर आकर बल्लेबाज़ी की ज़िम्मेदारी निभानी होगी। अगर मैं चौथे-पांचवें नंबर पर आऊं तो शायद कोई और ये जिम्मेदारी संभाले। आने वाले वक्त में किसी और को बैकअप प्लान के तौर पर तैयार होना चाहिए।
धोनी का रिकॉर्ड
माही ने अब तक कुल 52 अंतरराष्ट्रीय T20 मैच खेले हैं। इन 52 में से 25 मैचों में धोनी ने छठे-सातवें नंबर पर बल्लेबाज़ी की है। 52 मैचों में धोनी के 874 रन हैं 33.61 के औसत से जबकि छठे-सातवें नंबर पर 25 मैचों में एमएसडी के नाम 424 रन हैं 35.33 के औसत से यानी छठे सातवें नंबर पर वो टीम के लिए बेहद कामयाब रहे हैं। पिछले 12 अंतरराष्ट्रीय T20 मैचों में धोनी का सर्वाधिक स्कोर 33 रहा है, लेकिन इस दौरान वह 6 बार नॉट आउट रहे हैं और 2 बार बल्लेबाज़ी के लिए नहीं आए।
कैप्टन कूल की सोच
कैप्टन कूल को लगता है कि वह ऊपर आकर बल्लेबाज़ी करें तो उनकी अपनी बैटिंग भी बेहतर होगी और इससे टीम को फ़ायदा होगा। एमएस धोनी कहते हैं, मैं अक्सर 16वें-17वें या चौथे से छठे ओवर में बल्लेबाज़ी के लिए जाता हूं जब 4-5 विकेट गिर चुके होते हैं। ऐसे में मैं दिमाग का ज़्यादा इस्तेमाल करने लगता हूं, लेकिन इस फॉर्मेट में मुझे शायद बड़े शॉट्स खेलने चाहिए, हालात चाहे जैसे भी हों।
बहुत मुमकिन है कि धोनी ईडन गार्डन्स पर बैटिंग क्रम में ऊपर खेलते नज़र आएं। ऐसे में छठे-सातवें नंबर पर
मैच फ़िनिशर की भूमिका कौन निभाएगा ये देखना बेहद दिलचस्प होगा।