वर्ल्ड कप 2015 : दूसरा संगकारा बनने की राह पर महमूदुल्ला

नई दिल्ली : वर्ल्ड कप 2015 में बांग्लादेश और इंग्लैंड के बीच मुक़ाबले से पहले शायद ही किसी ने मोहम्मद महमूदुल्ला को गंभीरता से लिया हो। उन्होंने उस बेहद अहम मुक़ाबले में वनडे क्रिकेट का अपना पहला शतक ठोक कर इंग्लैंड को वर्ल्ड कप से बाहर का रास्ता दिखा दिया। महमूदुलला के 103 रन इंग्लैंड के अरमानों पर भारी पड़े।

इसके बाद बांग्लादेश का मुक़ाबला न्यूज़ीलैंड से हुआ। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ हैमिल्टन में महमूदुल्ला ने 123 गेंदों पर नॉटआउट 128 रन बना दिए। इसमें 12 चौके और 3 छक्के शामिल थे, यानी वर्ल्ड कप के लगातार दो मैच में महमूदुल्ला ने शतक बनाने का करिश्मा दिखाया है। वैसे इसी वर्ल्ड कप में कुमार संगकारा लगातार चार मैचों में शतक ठोकने का करिश्मा दिखा चुके हैं, लेकिन दुनिया संगकारा को करिश्माई बल्लेबाज़ मानती रही है। वहीं महमूदुल्ला ने वर्ल्ड कप को अपनी प्रतिभा दिखाने के मंच के तौर पर चुना है।
 
लगातार दो मैचों में शतक बनाने से पहले बांग्लादेश ने अपना मैच स्कॉटलैंड से खेला था और उसमे महमूदुल्ला ने 62 रन बनाए थे। पहली बार किसी बांग्लादेशी बल्लेबाज़ ने लगातार तीन मैचों में 50 से ज्यादा रन बनाए हैं। 30 साल के महमूदुल्ला एक ऑलराउंडर हैं। दाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के ही ऑफ ब्रेक गेंदबाज़ बांग्लादेश की ओर से 115 वनडे मैच खेल चुके हैं। 2500 के करीब रन और 68 विकेट उनके नाम हैं।
 
महमुदूल्ला को इसका अहसास होगा कि क्रिकेट की दुनिया में अपनी चमक बिखरेनी हो तो बड़े टूर्नामेंट में धमाल करना होगा। यही वजह है कि जिस बल्लेबाज से 113 वनडे मैचों में कोई शतक नहीं बना, उसके झोली में 115 वनडे के बाद 2 शतक हो चुके हैं।

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बांग्लादेश वर्ल्ड कप के क्वार्टर फ़ाइनल में पहुंच चुकी है। नॉक आउट से टीम का सफर कितना आगे बढ़ेगा ये काफी कुछ महमूदुल्ला के प्रदर्शन पर निर्भर होगा।