सुनील गावस्कर की फाइल फोटो
ब्रिस्बेन:
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि अब एकदिवसीय क्रिकेट में भी गुलाबी गेंद का उपयोग शुरू कर देना चाहिए, क्योंकि सफेद गेंद से गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिल रही है। वनडे में अब अक्सर बड़े स्कोर बनते है और यहां तक कि 300 का स्कोर भी मैच जीतने के लिये पर्याप्त नहीं रहा है।
भारत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में पहले वनडे में तीन विकेट पर 309 रन बनाए, लेकिन फिर भी टीम हार गई। गावस्कर ने कहा, 'सफेद गेंद से गेंदबाजों को कुछ भी मदद नहीं मिल रही है। मैं असल में इसे 'कुछ भी नहीं करने वाली गेंद' कहूंगा।'
इस पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज ने कहा कि शुरुआती डे-नाइट टेस्ट मैच में गुलाबी गेंद का प्रयोग किया गया और अब वनडे भी इसे आजमाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'गुलाबी गेंद की सफलता के बाद इसका सीमित ओवरों की क्रिकेट में उपयोग किया जा सकता है ताकि बल्ले और गेंद के बीच संतुलन बना रहे।'
भारत ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में पहले वनडे में तीन विकेट पर 309 रन बनाए, लेकिन फिर भी टीम हार गई। गावस्कर ने कहा, 'सफेद गेंद से गेंदबाजों को कुछ भी मदद नहीं मिल रही है। मैं असल में इसे 'कुछ भी नहीं करने वाली गेंद' कहूंगा।'
इस पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज ने कहा कि शुरुआती डे-नाइट टेस्ट मैच में गुलाबी गेंद का प्रयोग किया गया और अब वनडे भी इसे आजमाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'गुलाबी गेंद की सफलता के बाद इसका सीमित ओवरों की क्रिकेट में उपयोग किया जा सकता है ताकि बल्ले और गेंद के बीच संतुलन बना रहे।'
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