कुंबले ने इंग्लैड के खिलाफ हेडिंग्ले टेस्ट को अपना यादगार माना है. (फाइल फोटो)
कोलकाता.:
भारतीय टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले ने शुक्रवार को 2002 में इंग्लैंड के हेडिंग्ले में खेले गए टेस्ट मैच को अपना सबसे यादगार टेस्ट मैच बताया है. कुंबले के मुताबिक उस टेस्ट मैच में भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों की मानसिकता को बदल दिया था.
न्यूजीलैंड के खिलाफ ईडन गार्डंस में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में उन्होंने यह बात कही. यहां कानपुर में खेले गए ऐतिहासिक 500वें टेस्ट मैच का जश्न मनाया जा रहा है.
उस टेस्ट मैच में सात विकेट लेने वाले कुंबले ने कहा, 'हेडिंग्ले टेस्ट मेरे लिए मेरे करियर और भारतीय क्रिकेट में बदलाव लाने वाला मैच रहा है. 1990 से जब से मैंने खेलना चालू किया और जब मैंने पदार्पण किया हमने विदेशों में जीत हासिल नहीं की थी. हां, श्रीलंका में 1994 में हम जीते थे लेकिन हमें उपमहाद्वीप के बाहर जीत नहीं मिली थी.'
कुंबले ने कहा, 'एक बार जब हमने इंग्लैंड में जीत हासिल की हमें विश्वास हो गया कि हम यह दोबारा कर सकते हैं. इसके बाद यह 2003 में ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान के दौरों और इसके बाद भी जारी रहा." कुंबले की बात का उनकी टीम के साथी रहे सौरव गांगुली और वीरेन्द्र सहवाग ने भी समर्थन किया.
गांगुली ने कहा, "हेडिंग्ले को लेकर मैं अनिल भाई से पूरी तरह सहमत हूं. वह विदेशों में विशेष जीत थी. लेकिन मेरा मानना है कि यहां (ईडन गार्डन्स स्टेडियम) में 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत ने भारतीय क्रिकेट में बदलाव लाया."गांगुली ने कहा, "हम जिस तरह की स्थिति में थे और जिस तरह हमने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे दिन वापसी की वह शानदार था. उस मैच में अनिल नहीं था. हर मैच में हमारे पास अनिल और भज्जी होते थे. मैच से पहले मुंबई से खबर आई कि अनिल अभी भी कंधे की चोट से उबर नहीं सका हैं और जवागल श्रीनाथ भी मैच से बाहर हो गए थे."
गांगुली ने कहा, "मैंने कहा अब कौन विकेट लेगा. किसी भी टीम के खिलाफ आप जानते हैं कि कौन क्या करने वाला है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 20 विकेट लेना मुश्किल था. जिस तरह हरभजन ने गेंदबाजी की और हमने जीत हासिल की उसने भारतीय क्रिकेट में बदलाव लाया." सौरव गांगुली कोलकाता टेस्ट को यादगार मानते हैं, वहीं वीरेंद्र सहवाग हेडिंग्ले और एडिलेड टेस्ट को.
वहीं पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग ने हेडिंग्ले के अलावा 2003 एडिलेड टेस्ट मैच को अपना यादगार टेस्ट मैच बताया. इस टेस्ट मैच की पहली पारी में राहुल द्रविड़ ने दोहरा शतक और वीवीएस लक्ष्मण ने शतक बनाया था और भारत ने चार विकेट से जीत हासिल की थी.
उन्होंने कहा, "हेडिंग्ले और एडिलेड जहां द्रविड़ ने 233 रन बनाए थे, मेरे लिए यादगार रहे हैं। हेडिंग्ले में, मैं शॉर्ट लेग पर खड़ा था और अनिल भाई ने चिल्लाया 'कैच इट'। मैंने कहा अनिल भाई ये कैच नहीं था. उन्होंने कहा ये कैच था पर तुमने छोड़ दिया."
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
न्यूजीलैंड के खिलाफ ईडन गार्डंस में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में उन्होंने यह बात कही. यहां कानपुर में खेले गए ऐतिहासिक 500वें टेस्ट मैच का जश्न मनाया जा रहा है.
उस टेस्ट मैच में सात विकेट लेने वाले कुंबले ने कहा, 'हेडिंग्ले टेस्ट मेरे लिए मेरे करियर और भारतीय क्रिकेट में बदलाव लाने वाला मैच रहा है. 1990 से जब से मैंने खेलना चालू किया और जब मैंने पदार्पण किया हमने विदेशों में जीत हासिल नहीं की थी. हां, श्रीलंका में 1994 में हम जीते थे लेकिन हमें उपमहाद्वीप के बाहर जीत नहीं मिली थी.'
कुंबले ने कहा, 'एक बार जब हमने इंग्लैंड में जीत हासिल की हमें विश्वास हो गया कि हम यह दोबारा कर सकते हैं. इसके बाद यह 2003 में ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान के दौरों और इसके बाद भी जारी रहा." कुंबले की बात का उनकी टीम के साथी रहे सौरव गांगुली और वीरेन्द्र सहवाग ने भी समर्थन किया.
गांगुली ने कहा, "हेडिंग्ले को लेकर मैं अनिल भाई से पूरी तरह सहमत हूं. वह विदेशों में विशेष जीत थी. लेकिन मेरा मानना है कि यहां (ईडन गार्डन्स स्टेडियम) में 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत ने भारतीय क्रिकेट में बदलाव लाया."गांगुली ने कहा, "हम जिस तरह की स्थिति में थे और जिस तरह हमने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे दिन वापसी की वह शानदार था. उस मैच में अनिल नहीं था. हर मैच में हमारे पास अनिल और भज्जी होते थे. मैच से पहले मुंबई से खबर आई कि अनिल अभी भी कंधे की चोट से उबर नहीं सका हैं और जवागल श्रीनाथ भी मैच से बाहर हो गए थे."
गांगुली ने कहा, "मैंने कहा अब कौन विकेट लेगा. किसी भी टीम के खिलाफ आप जानते हैं कि कौन क्या करने वाला है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 20 विकेट लेना मुश्किल था. जिस तरह हरभजन ने गेंदबाजी की और हमने जीत हासिल की उसने भारतीय क्रिकेट में बदलाव लाया."
वहीं पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग ने हेडिंग्ले के अलावा 2003 एडिलेड टेस्ट मैच को अपना यादगार टेस्ट मैच बताया. इस टेस्ट मैच की पहली पारी में राहुल द्रविड़ ने दोहरा शतक और वीवीएस लक्ष्मण ने शतक बनाया था और भारत ने चार विकेट से जीत हासिल की थी.
उन्होंने कहा, "हेडिंग्ले और एडिलेड जहां द्रविड़ ने 233 रन बनाए थे, मेरे लिए यादगार रहे हैं। हेडिंग्ले में, मैं शॉर्ट लेग पर खड़ा था और अनिल भाई ने चिल्लाया 'कैच इट'। मैंने कहा अनिल भाई ये कैच नहीं था. उन्होंने कहा ये कैच था पर तुमने छोड़ दिया."
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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