यह ख़बर 14 नवंबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

स्पॉट फिक्सिंग मामले में सुंदर रमन, राज कुंद्रा के खिलाफ भी हुई जांच : सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली:

आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने खुलासा किया कि मुद्गल समिति ने कुल 13 लोगों के खिलाफ जांच की, जिनमें आईपीएल के पूर्व सीईओ सुंदर रमन और आईपीएल टीम राजस्थान रॉयल्स के मालिकों में से एक राज कुंद्रा के नाम भी शामिल हैं।

बीसीसीआई के पूर्व प्रमुख एन श्रीनिवासन और उनके दामाद गुरुनाथ मयप्पन के नाम पहले ही जाहिर किए जा चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट में मामले की अगली सुनवाई अब 24 नवंबर को होगी। कोर्ट ने श्रीनिवासन, मयप्पन, कुंद्रा और सुंदर रमन को नोटिस जारी कर जवाब देने के लिए भी कहा है।

कोर्ट ने मुद्गल समिति की रिपोर्ट में दोषी पाए गए खिलाड़ियों के नामों का खुलासा नहीं करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने कहा कि रिपोर्ट की प्रति बीसीसीआई, श्रीनिवासन और अन्य गैर खिलाड़ी लोगों को मुहैया कराई जाए।

इस बीच, बीसीसीआई के चुनाव टल गए है। बीसीसीआई की 20 नवंबर को होने वाली एजीएम चार हफ्ते के लिए स्थगित कर दी गई है। इस एजीएम में नए बीसीसीआई प्रमुख का चुनाव होना था।

उल्लेखनीय है कि जस्टिस मुकुल मुद्गल कमिटी आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले की जांच रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को 3 नवंबर को सौंप दी थी। पिछले सोमवार को मामले की पहली सुनवाई हुई थी, लेकिन कोर्ट ने इस रिपोर्ट को पढ़ने के लिए शुक्रवार तक का वक्त मांगा था। श्रीनिवासन के खिलाफ अगर कोई सबूत नहीं मिलता, तो उनकी बोर्ड में वापसी हो सकती है, लेकिन सबूत मिलने की सूरत में बोर्ड में कई बदलाव होने तय हैं।

मंगलवार को बॉम्बे हाईकार्ट से श्रीनिवासन को पहले ही बड़ी राहत मिल चुकी है। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार की ओर से दाखिल याचिका को कोर्ट द्वारा खारिज किया जा चुका है, जो श्रीनिवासन के दुबारा अध्यक्ष बनने की राह में बाधा बन सकती थी।


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