खास बातें
- यह हाइट इंप्रैसिव है!
- दो नो बॉल...3 वाइड बॉल..
- लेकिन 4-0-32-2 प्रदर्शन कुछ कहता है!
नई दिल्ली: टीम इंडिया में शामिल किए गए तमिलनाडु के ऑलराउंड विजय शंकर ने आखिरकार अपने बैडलक को पीछे छोड़ते हुए बांग्लादेश के खिलाफ निधास टी-20 ट्रॉफी के दूसरे मुकाबले में कुछ हद तक तो छाप छोड़ ही दी, साथ ही उन्होंने 'हार्दिक संदेश' भी दे दिया. दो दिन पहले ही श्रीलंका के खिलाफ खेले गए करियर के पहले अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में विजय शंकर को दो ओवर ही डालने का मौका मिला था, तो वहीं उनके बल्लेबाजी करने का मौका भी नहीं मिला था. मतलब यह रहा कि करियर का पहला अंतरराष्ट्रीय मुकाबला यादगार बनाने का विजय का सपना बस सपना ही बनकर रह गया था.
इसी सपने को एक बार फिर से परवान चढ़ाने के इरादे से विजय बांग्लादेश के खिलाफ मैदान पर उतरे. लेकिन ऐसा लगा कि विजय के लिए हालात बद से बदतर हो रहे हैं. विजय शंकर को रोहित शर्मा ने जल्द ही पारी का सातवां ओवर थमा दिया. लेकिन आप विजय का बैडलक देखिए कि तीसरी ही गेंद पर टीम इंडिया के सर्वश्रेष्ठ फील्डरों में शुमार किए जाने वाले सुरेश रैना ने इतना आसान कैच छोड़ा, जिसे वह एक बार को दस में एक बार भी न छोड़ें. लेकिन मानो एक ऐसा कैच आज ही छूटना था. लेकिन विजय शंकर को अभी और बुरा देखना बाकी था.
यह भी पढ़ें:
एक गेंद और गुजरी थी कि फाइनल लेग पर लिटन दास को अबकी बार जीवनदान दिया वॉशिंगटन सुंदर ने. अब आप खुद सोचिए कि तीन गेंदों के भीतर अगर कोई गेंदबाज इंटरनेशनल करियर का पहला विकेट लेने से चूक जाए, तो उस पर क्या बीतेगी. बहरहाल विजय भी हार मानने वाले नहीं ही थे. और उन्होंने जल्द ही अपने इस बैडलक को विक्रम के कंधों से बेताल की तरह उड़ा दिया.
VIDEO: सेंचुरियन में टेस्ट शतक के बाद विराट कोहली का अंदाज विजय शंकर ने जल्द ही बांग्लादेशी अनुभवी मुश्फिकुर रहीम और कप्तान महमूदुल्लाह को चलता कर संदेश दे दिया कि वह कम से कम गेंदबाजी में तो हार्दिक पंड्या से बेहतर हैं. और जब वह तेज या सीम पिचों पर गेंदबाजी करेंगे, तो उनकी हाइट और भी ज्यादा असर छोड़ेगी. अब भारतीयों की निगाहें विजय शंकर की बल्लेबाजी पर टिक गई हैं.