भारत के सीनियर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammad Shami) ने कहा कि आस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक जीत में टीम के ‘नेट' गेंदबाजों के प्रदर्शन ने दिखा दिया कि जब मौजूदा आक्रमण के खिलाड़ी संन्यास लेंगे तो बदलाव का दौर काफी आसान रहेगा. शमी, ईशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव की तेज गेंदबाजों की चौकड़ी यकीनन भारत का सर्वश्रेष्ठ आक्रमण है जो टीम की विदेश में सफलता में काफी अहम रहा है. भारत ने जब गाबा में जीत से आस्ट्रेलिया में लगातार दूसरी टेस्ट श्रृंखला अपने नाम की तो हालांकि इनमें से कोई भी उपलब्ध नहीं था. लेकिन मोहम्मद सिराज जैसा युवा अपनी पदार्पण श्रृंखला में आक्रमण का अगुआ बना और चोटिल गेंदबाजों की अनुपस्थिति में नेट गेंदबाज जैसे शारदुल ठाकुर, टी नटराजन और वाशिंगटन सुंदर को मौके मिले जिसका उन्होंने पूरा फायदा उठाया.
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शमी कलाई की चोट के कारण एडीलेड टेस्ट के बाद श्रृंखला से बाहर हो गये थे, उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘जब हमारा संन्यास लेने का समय आयेगा तो युवा हमारी जगह लेने के लिये तैयार होंगे. वे जितना अधिक खेलेंगे, उतना ही बेहतर होंगे. मुझे लगता है कि जब हम संन्यास लेंगे तो बदलाव का दौर काफी आसान रहेगा.
उन्होंने कहा, ‘‘अगर एक बड़ा खिलाड़ी संन्यास लेगा तो टीम को कोई परेशानी नहीं होगी, बेंच तैयार है. अनुभव हमेशा ही जरूरी होता है और युवा इस दौरान अनुभव हासिल कर लेंगे. शमी ने कहा, ‘‘नेट गेंदबाजों को ‘बायो बबल' के माहौल में ले जाने से उन्हें काफी फायदा मिला और उन्हें काफी अहम मौके मिले. कार्तिक त्यागी को छोड़कर आस्ट्रेलिया गयी भारत की विशाल टीम के सभी गेंदबाजों को मुश्किल परिस्थितियों में खेलने का मौका मिला क्योंकि शमी, बुमराह और उमेश श्रृंखला के दौरान चोटिल हो गये थे जबकि ईशांत दौरे पर गये ही नहीं थे.
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं