
टीम इंडिया ने चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में सीरीज के पांचवें और अंतिम मैच के चौथे दिन करुण नायर (Karun Nair) के तिहरे शतक की बदौलत इंग्लैंड पर पहली पारी में 282 रन की बढ़त हासिल कर ली. जवाब में इंग्लैंड ने दिन का खैेल समाप्त होने तक दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 12 रन बना लिए. एलिस्टर कुक (3) और कीटन जेनिंग्स (9) नाबाद लौटे. टीम इंडिया ने चायकाल के बाद 7 विकेट पर 759 रन बनाकर पारी घोषित की. करुण नायर (303 रन, 32 चौके, 4 छक्के) नाबाद लौटे. नायर ऐसे पहले भारतीय बन गए हैं, जिसने अपने पहले ही शतक को तिहरे शतक में बदला है, वहीं विश्व में वह सर गैरी सोबर्स (365 रन नाबाद, 1958) और बॉब सिम्पसन (311 रन, 1964) के बाद तीसरे बल्लेबाज हैं,जिसने यह कमाल किया है. टीम इंडिया की ओर से तिहरा शतक लगाने वाले वह वीरेंद्र सहवाग के बाद दूसरे भारतीय हैं. नायर ने पहले 100 रन 185 गेंदों में, दूसरे 100 रन 121 गेंदों में और तीसरे 100 रन महज 75 गेंदों में बनाए. टीम इंडिया ने टेस्ट मैचों का अपना एक पारी का सबसे बड़ा स्कोर भी बनाया. इससे पहले उसका सर्वोच्च स्कोर 726 रन श्रीलंका के खिलाफ था. (करुण नायर के बारे में ऐसी पांच बातें, जो आप जानना चाहेंगे)
करुण नायर (Karun nair) ने इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टर कुक की ओर से 34 रन पर मिले जीवनदान का भरपूर फायदा उठाया और 381 गेंदों में तिहरा शतक पूरा किया, जबकि 306 गेंदों में दोहरा शतक लगाया. इससे पहले उन्होंने 185 गेंदों में करियर का पहला टेस्ट शतक पूरा किया. इस दौरान उनका साथ आर अश्विन और रवींद्र जडेजा ने दिया. अश्विन ने करियर की 10वीं फिफ्टी पूरी की. अश्विन 67 रन बनाकर स्टुअर्ट ब्रॉड का शिकार बने. उन्होंने नायर के साथ 181 रनों की साझेदारी की. रवींद्र जडेजा ने 55 गेंदों में 51 रनों (एक चौका, दो छक्के) की पारी खेली. उन्होंने नायर के साथ 138 रन जोड़े. इंग्लैंड की ओर से स्टुअर्ट ब्रॉड ने दो विकेट, जबकि मोईन अली, आदिल राशिद, लियाम डॉसन और बेन स्टोक्स ने एक-एक विकेट लिया है. (टेस्ट कैप देने वाले गावस्कर ने दूसरे टेस्ट में बनाया था शतक, करुण ने तीसरे टेस्ट में किया यह कमाल)
कांबली-सरदेसाई के बाद तीसरे भारतीय
चायकाल के बाद करुण नायर ने 195 से रन से आगे खेलना शुरू किया और तीसरे और अंतिम सत्र के दूसरे ओवर की पहली ही गेंद पर कवर बाउंड्री पर चौका लगाकर अपना पहला दोहरा शतक पूरा किया. इसके लिए उन्होंने 308 गेंदों का सामना किया और 23 चौके व एक छक्का लगाया. गौरतलब है कि रविवार को लोकेश राहुल एक रन से दोहरा शतक चूक गए थे और 199 रन पर आउट हो गए थे. नायर से पहले टीम इंडिया की ओर से विनोद कांबली (224 रन) और दिलीप सरदेसाई (200 नाबाद) ने करियर के पहले शतक को दोहरे शतक में बदला था. नायर ने पहले शतक को दोहरे शतक में बदलकर सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले भारतीय होने के मामले में विनोद कांबली को पीछे छोड़ दिया है. कांबली ने 224 रनों की पारी खेली थी, जबकि नायर उनसे आगे निकल गए. ('करुण मज़ा आ गया, 12 साल 8 महीने से बहुत अकेला था' : वीरेंद्र सहवाग)
नंबर पांच पर या नीचे आकर तिहरे शतक वाले पहले भारतीय
करुम नायर पांचवें या उससे नीचे के क्रम पर टेस्ट मैचों में तिहरा शतक बनाने वाले पहले भारतीय बन गए हैं. उनसे पहले एमएस धोनी (MS Dhoni) और वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) ने दोहरा शतक लगाया था. धोनी ने तो चेन्नई में ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 224 रनों की पारी खेली थी.
किसी सीरीज में यह नौवीं बार हुआ है, जब टीम इंडिया की ओर से दो दोहरे शतक लगे हैं. गौरतलब है कि इस सीरीज में विराट कोहली भी दोहरा शतक लगा चुके हैं.
टीम इंडिया के लिए यह सीरीज इसलिए भी खास रही, क्योंकि उसने टॉस हारने के बावजूद सीरीज में चार बार 400 से अधिक का स्कोर बनाया. इससे पहले टेस्ट इतिहास में कोई भी टीम किसी सीरीज में टॉस हारने के बाद अधिकतम तीन बार ही ऐसा कर पाई थी. इसके साथ ही किसी सीरीज में ऐसा चौथी बार हुआ है, जब किसी टीम के छह बल्लेबाजों ने शतक लगाए हैं. टीम इंडिया के लिए इससे पहले यह मौका वेस्टइंडीज के खिलाफ 1978-79 की घरेलू सीरीज में आया था.
चाय तक : नायर-अश्विन की शतकीय साझेदारी
लंच के बाद भी करुण नायर ने अपनी शानदार बल्लेबाजी जारी रखी. उनका साथ टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद स्पिनर आर अश्विन ने दिया, जो गेंद और बल्ले दोनों से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. दोनों ने टीम को इंग्लैंड के स्कोर 477 रन के पार पहुंचाया. दोनों के बीच शतकीय साझेदारी हो चुकी है. अश्विन ने 116 गेंदों में करियर की 10वीं फिफ्टी पूरी की. हालांकि इस बीच नायर कई बार लकी भी रहे, जब अंपायर ने जोरदार अपीलें नकार दीं और इंग्लैंड के पास कोई रीव्यू भी नहीं बचा था. अश्विन को चायकाल से थोड़ी देर पहले 54 के निजी स्कोर पर अंपायर ने आउट करार दिया. फिर उन्होंने रीव्यू लिया और गेंद न तो बैट में लगती दिखी और न ही विकेटों पर, फिर क्या था अश्विन बच गए. नायर और अश्विन ने इंग्लैंड को चाय तक कोई सफलता हासिल नहीं करने दी और 147 रन की साझेदारी कर ली. चायकाल तक टीम इंडिया ने 5 विकेट पर 582 रन बना लिए. नायर 195 रन और अश्विन 54 रन पर नाबाद लौटे. लंच और चाय के बीच 119 रन बने.

लंच तक : नायर का पहला टेस्ट शतक, विजय लौटे
टीम इंडिया ने सुबह चार विकेट पर 391 रन से आगे खेलना शुरू किया. रविवार के नाबाद बल्लेबाज करुण नायर और मुरली विजय ने पारी को आगे बढ़ाया. दोनों के बीच 63 रनों की साझेदारी हुई. इस बीच करुण नायर ने बेन स्टोक्स की गेंद पर चौका लगाकर 185 गेंदों में करियर का पहला शतक पूरा किया. नायर ने अपनी शतकीय पारी में 8 चौके और एक छक्का लगाया. हालांकि नायर के शतक पूरा करने के कुछ ही देर बाद मुरली विजय एकाग्रता खो बैठे और 29 रन पर लिया डॉसन की विकेटों पर लग रही गेंद को पैड अड़ा बैठे और अंपायर ने आउट करार दिया. इस प्रकार टीम इंडिया ने 435 रन पर अपना पांचवां विकेट खो दिया. हालांकि अश्विन ने नायर का भरपूर साथ निभाया और 28 रन जोड़ते हुए लंच तक कोई और विकेट नहीं गिरने दिया. लंच के समय टीम इंडिया का स्कोर 5 विकेट पर 463 रन रहा और करुण नायर (122) और आर अश्विन (9) नाबाद रहे. टीम इंडिया 14 रन पीछे रही.
तीसरे दिन की मुख्य बातें : राहुल दोहरा शतक चूके
चौथे दिन के खेल में लगभग 8 ओवर ही बाकी थे कि लोकेश राहुल (Lokesh Rahul) एक रन से दोहरे शतक से चूक गए. उन्होंने 311 गेंदों पर 199 रन बनाए. राहुल ने अपनी पारी में 16 चौके और 3 छक्के जड़े. उन्होंने 171 गेंदों में करियर का चौथा शतक लगाया, जबकि 96 गेंदों में दूसरी फिफ्टी पूरी की. नायर (Karun Nair) के साथ राहुल ने 161 रनों की साझेदारी की.
राहुल ने कुंदरन और शास्त्री को पीछे छोड़ा
राहुल दोहरे शतक के अलावा एक और मामले में भी अनलकी रहे और सुनील गावस्कर का भारतीय रिकॉर्ड तोड़ने से चूक गए. वह इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया के ओपनर के रूप में एक पारी के लिहाज से अब तक के टॉप स्कोरर बन सकते थे, लेकिन 199 रन पर ही आउट हो गए. उनसे ऊपर सुनील गावस्कर (221 रन, ओवल) हैं. हालांकि राहुल ने इस मामले में बीके कुंदरन (192 रन, चेन्नई), रवि शास्त्री (187 रन, ओवल), वीनू मांकड़ (184 रन, लॉर्ड्स) और गौतम गंभीर (179 रन, मोहाली) को पीछे छोड़ दिया.

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