अनिल कुंबले के सामने टीम को विदेशी धरती पर सफलता दिलाने की चुनौती है (फाइल फोटो)
एंटीगा:
जब से पूर्व कप्तान और लेग स्पिनर अनिल कुंबले ने टीम इंडिया का कोच पद संभाला, तब से हरदिन कुछ नया सुनने को मिल रहा है। वह टीम की सफलता को लेकर खासे सजग नजर आ रहे हैं और लीक से हटकर कुछ करने से भी नहीं हिचकिचा रहे हैं। अब उन्होंने टीम के सदस्यों को टेस्ट मैचों में सफलता का नया मंत्र दिया है। उनके अनुसार टीम को इस लंबे फॉर्मेट में सफल होने के लिए खेल को 'उबाऊ' बनाना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि हमें टेस्ट के लिए अपनी मानसिकता में भी बदलाव लाना होगा।
गौरतलब है कि टीम इंडिया को गुरुवार से विंडीज के साथ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच एंटीगा में खेलना है और कोच कुंबले विदेशी धरती पर जीत के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। बीसीसीआई के ट्विटर हैंडल पर वीडियो के जरिए फैन्स के सवालों के जवाब देते हुए कुंबले जीत को लेकर आश्वस्त नजर आए।
कुंबले ने ट्विटर पर एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘गेंदबाजी में हमारा फोकस लगातार लय बनाए रखने और उबाऊ होने पर है। टेस्ट क्रिकेट में यह जरूरी है। कैचिंग पर भी हमारा ध्यान रहेगा।’’ उन्होंने कहा कि वेस्टइंडीज की धीमी विकेटों पर तेज गेंदबाजों और स्पिनरों को मिलकर अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
उन्होंने बल्लेबाजों के लिए भी उपाय सुझाया। उनके अनुसार बल्लेबाजों को लंबे समय तक बल्लेबाजी करनी होगी। हमें छोटे प्रारूप से लंबे प्रारूप के लिए बल्लेबाज की मानसिकता बदलने पर फोकस करना होगा।
कुंबले ने कहा, ‘‘हम बल्लेबाज की मानसिकता छोटे प्रारूप से पांच दिनी प्रारूप पर लाने पर फोकस कर रहे हैं। लंबे समय तक बल्लेबाजी करना जरूरी है।’’ गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेटरों ने आईपीएल खेलने के बाद जिम्बाब्वे का दौरा करके वनडे और टी20 मैच ही खेले हैं।
कोच ने बल्लेबाजी की तरह गेंदबाजी में भी साझेदारी पर जोर दिया और कहा कि दबाव बनाने के लिए गेंदबाजों का पेयर में प्रदर्शन करना जरूरी है। वहीं स्पिनर भी अहम होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि बल्लेबाजों की तरह गेंदबाज भी साझेदारी में गेंदबाजी करते हैं। स्पिनरों और तेज गेंदबाजों की समान भूमिका है। अभी तक विकेट धीमे रहे हैं। मैं नहीं जानता कि टेस्ट मैचों में कैसे विकेट होंगे लेकिन भारतीय स्पिनरों की भूमिका अहम होगी।’’
टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट ले चुके कुंबले ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट किसी भी क्रिकेटर की असल परीक्षा है। उन्होंने कहा ,‘‘ टेस्ट क्रिकेट में तीनों विभागों की परीक्षा होती है लिहाजा फोकस तीनों पर रहता है । इसके अलावा विश्राम या रिकवरी का दौर भी अहम होता है । हमारा फोकस फिटनेस और रिकवरी पर भी है।’’
अश्विन को हरफनमौला के रूप में तैयार करने के एक सवाल पर कुंबले ने कहा ,‘‘ अश्विन काफी सक्षम बल्लेबाज है और हमारे पास निचले मध्यक्रम में कई और भी ऐसे बल्लेबाज हैं । गेंदबाज की गेंदबाजी पर ही नहीं बल्कि बल्लेबाजी पर भी फोकस है।’’
(इनपुट भाषा से भी)
गौरतलब है कि टीम इंडिया को गुरुवार से विंडीज के साथ 4 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच एंटीगा में खेलना है और कोच कुंबले विदेशी धरती पर जीत के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। बीसीसीआई के ट्विटर हैंडल पर वीडियो के जरिए फैन्स के सवालों के जवाब देते हुए कुंबले जीत को लेकर आश्वस्त नजर आए।
कुंबले ने ट्विटर पर एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘गेंदबाजी में हमारा फोकस लगातार लय बनाए रखने और उबाऊ होने पर है। टेस्ट क्रिकेट में यह जरूरी है। कैचिंग पर भी हमारा ध्यान रहेगा।’’ उन्होंने कहा कि वेस्टइंडीज की धीमी विकेटों पर तेज गेंदबाजों और स्पिनरों को मिलकर अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
.@arunk0306 #AskTheCoach pic.twitter.com/kjd3DdSITw
— BCCI (@BCCI) July 19, 2016
उन्होंने बल्लेबाजों के लिए भी उपाय सुझाया। उनके अनुसार बल्लेबाजों को लंबे समय तक बल्लेबाजी करनी होगी। हमें छोटे प्रारूप से लंबे प्रारूप के लिए बल्लेबाज की मानसिकता बदलने पर फोकस करना होगा।
कुंबले ने कहा, ‘‘हम बल्लेबाज की मानसिकता छोटे प्रारूप से पांच दिनी प्रारूप पर लाने पर फोकस कर रहे हैं। लंबे समय तक बल्लेबाजी करना जरूरी है।’’ गौरतलब है कि भारतीय क्रिकेटरों ने आईपीएल खेलने के बाद जिम्बाब्वे का दौरा करके वनडे और टी20 मैच ही खेले हैं।
कोच ने बल्लेबाजी की तरह गेंदबाजी में भी साझेदारी पर जोर दिया और कहा कि दबाव बनाने के लिए गेंदबाजों का पेयर में प्रदर्शन करना जरूरी है। वहीं स्पिनर भी अहम होंगे।
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— BCCI (@BCCI) July 19, 2016
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि बल्लेबाजों की तरह गेंदबाज भी साझेदारी में गेंदबाजी करते हैं। स्पिनरों और तेज गेंदबाजों की समान भूमिका है। अभी तक विकेट धीमे रहे हैं। मैं नहीं जानता कि टेस्ट मैचों में कैसे विकेट होंगे लेकिन भारतीय स्पिनरों की भूमिका अहम होगी।’’
टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट ले चुके कुंबले ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट किसी भी क्रिकेटर की असल परीक्षा है। उन्होंने कहा ,‘‘ टेस्ट क्रिकेट में तीनों विभागों की परीक्षा होती है लिहाजा फोकस तीनों पर रहता है । इसके अलावा विश्राम या रिकवरी का दौर भी अहम होता है । हमारा फोकस फिटनेस और रिकवरी पर भी है।’’
अश्विन को हरफनमौला के रूप में तैयार करने के एक सवाल पर कुंबले ने कहा ,‘‘ अश्विन काफी सक्षम बल्लेबाज है और हमारे पास निचले मध्यक्रम में कई और भी ऐसे बल्लेबाज हैं । गेंदबाज की गेंदबाजी पर ही नहीं बल्कि बल्लेबाजी पर भी फोकस है।’’
(इनपुट भाषा से भी)
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