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IND vs ENG: सचिन का पहला शतक, वॉर्न की बॉल ऑफ द सेंचुरी... मैनचेस्टर का ओल्ड ट्रैफर्ड क्यों है सबसे खास

Old Trafford iconic moments: मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड ने क्रिकेट के कई यादगार पल दिए हैं. 100 शतक लगाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपना पहला शतक सिर्फ़ 17 साल की उम्र में यहीं लगाया था और जादूगर वॉर्न ने भी यहीं बॉल ऑफ़ द सेंचुरी फेंकी थी. ऐसे में जानते हैं उन यादगार पलों के बारे में.

IND vs ENG: सचिन का पहला शतक, वॉर्न की बॉल ऑफ द सेंचुरी... मैनचेस्टर का ओल्ड ट्रैफर्ड  क्यों है सबसे खास
Old Trafford iconic moments in cricket
  • मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान ने क्रिकेट के कई ऐतिहासिक और यादगार पल दिए हैं.
  • ऑस्ट्रेलिया के जिमी मैथ्यूज ने 1912 में मैनचेस्टर टेस्ट में एक ही दिन दोनों पारियों में हैट्रिक ली थी.
  • जिमी मैथ्यूज ने अपने टेस्ट करियर में कुल आठ मैच खेले और 16 विकेट लिए थे.
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India faces England in fourth Test at Old Trafford: भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में टेस्ट मैच खेला जेना वाला है. बता दें कि मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड (Old Trafford History) ने क्रिकेट के कई यादगार पल दिए हैं. 100 शतक लगाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपना पहला शतक सिर्फ़ 17 साल की उम्र में यहीं लगाया था और जादूगर वॉर्न ने भी यहीं बॉल ऑफ़ द सेंचुरी फेंकी थी. ऐसे में जानते हैं उन यादगार पलों के बारे में.

एक ही दिन, दोनों पारियों में हैट्रिक

ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर जिमी मैथ्यूज (Jimmy Matthews) ने मैनचेस्टर में एक ऐसा रिकॉर्ड बनाया है जिसकी कल्पना विश्व क्रिकेट में किसी ने नहीं की थी.  जिमी  का यह एक एक रिकॉर्ड है जो आजतक बरकरार है. 

एक ही दिन में दोनों पारियों में हैट्रिक विकेट लेने वाले इकलौते गेंदबाज

जिमी मैथ्यूज (Jimmy Matthews) ने साल 1912 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में यह कारनामा किया था.  मैथ्यूज को इंग्लैंड दौरे के लिए चुना गया. इंग्लैंड जाकर ऑस्ट्रेलियाई टीम त्रिकोणीय टेस्ट सीरीज खेल रही थी. इसी त्रिकोणीय टेस्ट सीरीज में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैनचेस्टर में हुए टेस्ट मैच में मैथ्यूज ने वह कमाल किया जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी. 

 मैथ्यूज ने इस टेस्ट मैच में जो 6 विकेट लिए और वह भी उन्होंने किसी फील्डर के मदद से नहीं बल्कि खुद की कोशिश से हासिल करने में सफलता पाई थी. उन्होंने अपनी  6 विकेटों में 2 बोल्ड, 2 LBW किए थे और 2 कैच खुद लपके थे. उन्होंने पहली पारी में साउथ अफ्रीका के आर ब्यूमोंट, एसजे पेग्लर, टीए वार्ड को आउट किया तो वहीं दूसरी पारी में एचडब्ल्यू टेलर, आरओ श्वार्ट्ज, टीए वार्ड को आउट कर यह करिश्मा किया था. 

जिमी मैथ्यूज  का करियर

एक टेस्ट मैच की दोनों पारियों में हैट्रिक विकेट लेने वाले मैथ्यूज का करियर ज्यादा लंबा नहीं रहा. अपने करियर में उन्होंने केवल 8 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान 16 विकेट लेने में सफल रहे. ऑस्ट्रेलिया के लिए उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच 1912 में इंग्लैंड के खिलाफ एडिलेड में खेला था, वहीं, आखिरी टेस्ट मैच 1912 में द ओवल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही खेला था. जिमी मैथ्यूज  का निधन साल 1943 में हो गया था.  लेकिन क्रिकेट के इतिहास में उनका यह रिकॉर्ड आजतक एक अमर रिकॉर्ड के तौर पर कायम है.

जिम लेकर एक टेस्ट पारी में 10 विकेट

1956 में, जिम लेकर ने ओल्ड ट्रैफर्ड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक ही टेस्ट मैच में अविश्वसनीय 19 विकेट लिए.  एक पारी में 9/37 और दूसरी में 10/53.. गेंद से कमाल कर जिम लेकर इतिहास रचा था. 

जब सचिन ने जमाया शतक 

1990 में, 17 साल के सचिन तेंदुलकर ने ओल्ड ट्रैफर्ड में अपना पहला इंटरनेशनल शतक लगाया था.  उन्हें मैन ऑफ़ द मैच का पुरस्कार मिला और उन्हें एक शैंपेन की बोतल मिली, लेकिन उम्र संबंधी नियमों के कारण वे उसे खोल नहीं पाए. आखिरकार उन्होंने उसे आठ साल बाद खोला था.

बॉल ऑफ द सेंचुरी, शेन वार्न

युवा जादूगर शेन वॉर्न की बॉल ऑफ द सेंचुरी.. यह उनका पहला एशेज मैच और पहली ही गेंद थी और उन्होंने माइक गैटिंग को एक ऐसी गेंद से पूरी तरह चकमा दे दिया जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी. वह जादुई पल 1993 में ओल्ड ट्रैफर्ड में आया था. 

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