यह ख़बर 19 फ़रवरी, 2014 को प्रकाशित हुई थी

महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 'घर का शेर' बनकर रह गई टीम इंडिया

वेलिंगटन:

महेंद्र सिंह धोनी भले ही लगातार हार के बावजूद 'सकारात्मक बातों को लेने' की दुहाई दे रहे हों, लेकिन विदेश में उनका खराब टेस्ट रिकॉर्ड साबित करता है कि उनकी कप्तानी में भारतीय टीम घर की शेर बनकर रह गई है।

टीम इंडिया न्यूजीलैंड दौरे पर एक भी मैच नहीं जीत सकी। टेस्ट शृंखला 0-1 से और पांच मैचों की वनडे शृंखला 0-4 से हारी। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका में वनडे 0-2 से और टेस्ट शृंखला 0-1 से गंवाई। भारत ने किसी भी प्रतिस्पर्धी मैच में जीत पिछले साल नवंबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ कानपुर वनडे में दर्ज की थी।

विदेशी सरजमीं पर भारत ने आखिरी जीत 2011 में किंगस्टन में दर्ज की थी जब पहले टेस्ट में उसने मेजबान को हराया था।

उसके बाद से भारत वेस्टइंडीज, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड में 14 टेस्ट हार चुका है। धोनी टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे नाकाम कप्तान साबित हुए हैं जिन्होंने 23 में से 11 मैच हारे।

न्यूजीलैंड से टेस्ट शृंखला हारने के बाद जब उनसे यह सवाल पूछा गया तब धोनी ने कहा, 'मैं नतीजों के बारे में सोचने की बजाय प्रक्रिया पर बात करना पसंद करता हूं। यदि इन शृंखलाओं की तुलना पिछली कुछ शृंखलाओं से करे तो हमने काफी सुधार किया है।'

अब भारतीय क्रिकेट का बदलाव का दौर खत्म हो चुका है। सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण अब टीम में नहीं है जबकि हरभजन सिंह, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर और युवराज सिंह बाहर हैं। जहीर अपने टेस्ट करियर के आखिरी दौर में हैं। इसलिए न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका दौरे पर खेलने वाली टीम भविष्य की टीम है और उसे दो साल पहले की टीम से खुद को अलग थलग करके देखना होगा। यदि पिछले चार टेस्ट को देखें तो धोनी की बात में दम नजर आता है।

उन्होंने कहा था, 'कुल मिलाकर हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा है। दक्षिण अफ्रीका से लेकर न्यूजीलैंड तक दोनों टेस्ट में विकेट सपाट थे लेकिन हमारी गेंदबाजी अच्छी रही।'

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उन्होंने कहा, 'कुल मिलाकर प्रदर्शन बेहतर हुआ है। हमने अच्छी गेंदबाजी की और अब बल्लेबाजी में सुधार करना होगा।' भारतीय बल्लेबाजों की बात करें तो शिखर धवन दक्षिण अफ्रीका में सहज नहीं लगे लेकिन यहां फार्म हासिल कर लिया। मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा नाकाम रहे। विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि रोहित शर्मा ने भी एक अच्छी पारी खेली।