India vs England: तेज रफ्तार के सामने संजू सैमसन की कमजोरी और रिंकू सिंह का खराब फॉर्म और फिटनेस इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार को चौथे टी20 मैच से पहले भारतीय टीम प्रबंधन की चिंता का सबब होगा. राजकोट में तीसरा मैच हारने के बाद भारतीय टीम के पास मुंबई में दो फरवरी को होने वाले आखिरी मैच से पहले सीरीज जीतने का एक और मौका है. सूर्यकुमार यादव की टीम ने कोलकाता और चेन्नई में पहले दो मैच जीते थे.
केरल के विकेटकीपर बल्लेबाज सैमसन ने टी20 सत्र की शुरूआत बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन शतक के साथ की. मौजूदा सीरीज में उनका स्कोर 26 , 5 और 3 रहा है जो चिंता की बात है. वह 145 किमी की रफ्तार से अधिक वाली गेंदों का सामना नहीं कर पा रहे.
बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने तसकीन अहमद, तंजीम हसन शाकिब की गेंदें खेलीं थी जबकि दक्षिण अफ्रीका के एंडिले साइमलेन और लुथो सिपाम्ला की गेंदों का उन्होंने सामना किया. ये बहुत खतरनाक तेज गेंदबाज नहीं हैं और सैमसन ने उन्हें बखूबी खेला. वहीं इंग्लैंड के जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड 145 से 155 किमी की रफ्तार से गेंद डालते हैं जिनकी गति सैमसन के लिये परेशानी का कारण बन गई है.
तीनों मैचों में वह फिल साल्ट को कैच देकर पवेलियन लौट गए. सैमसन मुख्य कोच गौतम गंभीर के पसंदीदा खिलाड़ियों में से है और समझा जा रहा है कि अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप को देखते हुए वह उन पर भरोसा बनाये रखेंगे. लेकिन उन्हें तकनीकी कमियों से पार पाना होगा.
रिंकू सिंह की कमर की तकलीफ के कारण सातवें नंबर पर ध्रुव जुरेल को उतारा गया लेकिन वह इस प्रारूप में फिट नहीं हो पा रहे. रिंकू को पहले दो मैचों में आराम दिया गया लेकिन सहायक कोच रेयान टेन डोयशे ने मैच पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में शुक्रवार के मुकाबले के लिए उन्हें फिट घोषित कर दिया. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि रिंकू की प्लेइंग इलेवन में वापसी होती है या नहीं.
भारतीय मध्यक्रम भी इंग्लैंड के स्पिनर आदिल रशीद को नहीं खेल पा रहा है और ऐसे में देखना है कि क्या दुबे को मौका मिलता है. तीसरा विकल्प रमनदीप सिंह है जो फिनिशर होने के साथ दुबे से बेहतर तेज गेंदबाज है. लेकिन बेहतरीन तेज गेंदबाजों के सामने उनकी भी परख नहीं हुई है.
मोहम्मद शमी काफी समय बाद टीम में लौटे हैं और राजकोट में उन्होंने अच्छी वापसी की. देखना यह है कि जसप्रीत बुमराह की गैर मौजूदगी में क्या भारत के सर्वश्रेष्ठ टी20 गेंदबाज अर्शदीप सिंह को जगह मिलती है तो पावरप्ले में सफलता दिला सकते हैं.
बता दें, यह मुकाबला पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जाना है. ऐसे में आज फैंस को एक हाई स्कोरिंग मुकाबला देखने को मिल सकता है. अगर टीम 200 से अधिक नहीं बना पाती है तो यह पिच से सहायता के बजाय काफी हद तक अच्छी गेंदबाजी के कारण हो सकता है.
भारत ने इस मैदान पर अभी तक 4 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. इसमें भारत को 2 में जीत और दो में हार का सामना करना पड़ा है. इस मैदान पर किसी टीम टीम का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 201 रन रहा है, जबकि सबसे छोटा स्कोर 101 रन है.
पुणे की पिच काली मिट्टी की बनी है, जो स्पिन के लिए ज्यादा अनुकूल मानी जाती है. तेज गेंदबाजों को यहां कुछ खास मदद नहीं मिलेगी. अगर बल्लेबाज थोड़ी देर टिक जाएं और नजरें जमां लें तो लंबी पारी खेल सकते हैं. इस मैदान पर टीमें टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लेती हैं.
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