आप देखें कि वक्त कितनी तेजी से बदलता है! ज्यादा दिन पहले की बात नहीं है, जब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ही आगामी सीरीज में टीम इंडिया के अपनी जमीं पर खास अंतर से जीतने, या अपने देश के बैकफुट पर होने की बात कर रहे थे. टीम रोहित को मस्का लगा रहे थे! लेकिन कीवियों ने 0-3 से क्या सफाया किया कि एकदम से ही इन पूर्व दिग्गजों के सुर बदल गए हैं. सफाए क्या हुआ कि इन दिग्गजों की भाषा एकदम तेजी से बदल गई है. और इन्होंने दौरा शुरू होने से पहले ही हमेशा की तरह माइंड गेम खेलना शुरू कर दिया है. कंगारू पूर्व कप्तान माइक क्लॉर्क ने न्यूजीलैंड से मिली हार पर कहा, "यह भारतीय टीम एकदम थकी हुई दिखाई पड़ रही है", क्लार्क ने कहा कि जैसा भारतीय बल्लेबाजों का शॉट सेलेक्शन रहा, यह उनकी मानसिक थकावट को बयां करता है क्योंकि वे लगातार क्रिकेट खेल रहे हैं."
क्लार्क ने एक पोडकास्ट में कहा, "मैं कीवी टीम से बिल्कुल भी श्रेय नहीं लेना चाहता है, लेकिन ऐसा लगता है कि भारतीय टीम बहुत ही ज्यादा थकी हुई है. उसके कुछ बल्लेबाजों का शॉट चयन, गेंदबाजों का इस्तेमाल और बाद में खुद कप्तान रोहित का सामने आकर यह कहा कि वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं थे, यह उनकी मानसिक थकावट को बयां करता है. इन खिलाड़ियों ने बिना ब्रेक के बहुत ज्यादा क्रिकेट खेली है."
हालांकि, इतना कहने के बाद आगामी सीरीज में क्लार्क ने भारत की जीत के आसार को कम करके नहीं आंका. पूर्व कप्तान ने कहा कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में विराट और रोहित तरोताजा दिखाई पड़ेंगे. क्लार्क ने कहा, "वे जानते हैं कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में अच्छी क्रिकेट खेली है और वे अभी भी बहुत ज्यादा कॉन्फिडेंस और क्षमता के साथ ऑस्ट्रेलिया आएंगे. उम्मीद है कि वे तरोताजा रहेंगे. यह भारतीय खिलाड़ियों के लिए अहम है.यह सही है कि पिछले कुछ समय से कोहली का बल्ला नहीं बोला है. ऐसे में एक बार जब वह और रोहित तरोताजा होंगे, तो आप उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देखोगे"
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