कोलम्बो:
नासिर जमशेद के संकल्पपूर्ण अर्द्धशतक के बाद फिरकी गेंदबाजों के जादू से पाकिस्तान ने विश्व ट्वेंटी-20 चैम्पियनशिप के सुपर आठ मैच में ऑस्ट्रेलिया को 32 रन से हरा दिया। ऑस्ट्रेलिया हालांकि इस हार के बावजूद सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल रहा जबकि पाकिस्तान का अगले दौर में जाना भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाले ग्रुप दो के अंतिम मैच के नतीजे पर निर्भर करेगा।
शून्य के स्कोर पर जीवनदान पाने वाले जमशेद (46 गेंद में 55 रन, चार चौके और दो छक्के) की उम्दा पारी की मदद से पाकिस्तान ने छह विकेट पर 149 रन बनाए। पाकिस्तान ने इसके बाद सईद अजमल (17 रन पर तीन विकेट), रजा हसन (14 रन पर दो विकेट) और मोहम्मद हफीज (22 रन पर दो विकेट) की बलखाती गेंदों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट पर 117 रन के स्कोर पर रोक दिया। ऑस्ट्रेलिया की ओर से माइकल हसी ने 47 गेंद में चार चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 54 रन बनाए। उन्होंने मैथ्यू वेड (13) के साथ छठे विकेट के लिए 5.2 ओवर में 45 रन की साझेदारी भी की।
पाकिस्तान ने इस मैच में स्पिनरों से 18 ओवर गेंदबाजी कराई और इस तरह फरवरी 2010 में जिम्बाब्वे के वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट आफ स्पेन में ट्वेंटी-20 मैच में सर्वाधिक ओवर स्पिनरों से कराने के रिकार्ड की बराबरी की।
ऑस्ट्रेलिया की शुरूआत खराब रही। पाकिस्तान के कप्तान हफीज ने स्पिनरों से गेंदबाजी कराने का फैसला किया। उन्होंने रजा हसन के साथ मिलकर स्वयं गेंदबाजी की जिम्मेदारी संभाली।
दोनों स्पिनरों ने शुरुआत कराने का फैसला सही साबित हुआ जब पिछले चार मैचों में मैन ऑफ द मैच रहे शेन वाटसन आठ रन बनाने के बाद हसन की गेंद पर पगबाधा हो गए। उन्होंने 14 गेंद की पारी में एक चौका मारा।
शून्य के स्कोर पर जीवनदान पाने वाले जमशेद (46 गेंद में 55 रन, चार चौके और दो छक्के) की उम्दा पारी की मदद से पाकिस्तान ने छह विकेट पर 149 रन बनाए। पाकिस्तान ने इसके बाद सईद अजमल (17 रन पर तीन विकेट), रजा हसन (14 रन पर दो विकेट) और मोहम्मद हफीज (22 रन पर दो विकेट) की बलखाती गेंदों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट पर 117 रन के स्कोर पर रोक दिया। ऑस्ट्रेलिया की ओर से माइकल हसी ने 47 गेंद में चार चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 54 रन बनाए। उन्होंने मैथ्यू वेड (13) के साथ छठे विकेट के लिए 5.2 ओवर में 45 रन की साझेदारी भी की।
पाकिस्तान ने इस मैच में स्पिनरों से 18 ओवर गेंदबाजी कराई और इस तरह फरवरी 2010 में जिम्बाब्वे के वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट आफ स्पेन में ट्वेंटी-20 मैच में सर्वाधिक ओवर स्पिनरों से कराने के रिकार्ड की बराबरी की।
ऑस्ट्रेलिया की शुरूआत खराब रही। पाकिस्तान के कप्तान हफीज ने स्पिनरों से गेंदबाजी कराने का फैसला किया। उन्होंने रजा हसन के साथ मिलकर स्वयं गेंदबाजी की जिम्मेदारी संभाली।
दोनों स्पिनरों ने शुरुआत कराने का फैसला सही साबित हुआ जब पिछले चार मैचों में मैन ऑफ द मैच रहे शेन वाटसन आठ रन बनाने के बाद हसन की गेंद पर पगबाधा हो गए। उन्होंने 14 गेंद की पारी में एक चौका मारा।
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