सुनील गावस्कर.
नई दिल्ली:
"ये टीम इतनी अच्छी है और इसके खिलाड़ियों को अपना रोल इतनी अच्छी तरह से पता होता है कि इस पर मेरा आत्मविश्वास बढ़ गया है. मुझे लगता है ये टीम आसानी से नहीं हारेगी. हारी भी, तो इक्का-दुक्का मैच हारेगी जैसे कि चैंपियंस ट्रॉफ़ी के फ़ाइनल में हार गई थी. बस उम्मीद करता हूं कि अगली बार हारे तो फ़ाइनल में नहीं हारे." विजयरथ पर सवार टीम इंडिया को देखते हुए पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने ऐसी प्रतिक्रिया दी है. इंदौर में ऑस्ट्रेलिया को हराते ही टीम इंडिया ने वनडे रैंकिंग में नंबर 1 पोज़ीशन हासिल कर ली. टीम इंडिया इससे पहले भी कई बार नंबर पर अपना रुतबा दिखा चुकी है... लेकिन इस बार इस टीम के तेवर बताते हैं कि ये यहां लंबे समय तक टिकने का कारनामा कर सकती है. ऑस्ट्रेलिया जैसी ताक़तवर टीम को लगातार तीन वनडे में शिकस्त देकर सीरीज़ पर कब्ज़ा जमाना किसी भी टीम का सपना हो सकता है. लेकिन विराट कोहली और उनकी सेना इस टीम से जुड़े हर सपने को हकीक़त की ज़मीन पर उतार रही है.
रैंकिंग सिस्टम के लागू होने के बाद से ये पहला मौक़ा है जब टीम इंडिया टेस्ट और वनडे दोनों में नंबर 1 टीम बन गई है. पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर पहले की टीमों से इस टीम की तुलना करना सही नहीं मानते. लेकिन NDTV से बात करते हुए उन्होंने इतना ज़रूर कहा कि इस टीम की गिनती अब तक की बेहतरीन टीमों में ज़रूर होगी.
वो ये भी कहते हैं कि मौजूदा भारतीय टीम की मज़बूत बल्लेबाज़ी इसकी ताक़त नज़र आती है. मौक़ा पड़ने पर टीम में 8वें-नौवें नंबर तक के बल्लेबाज़ अपनी भूमिका अदा कर सकते हैं. हार्दिक पांड्या कहीं भी बैटिंग और बॉलिंग करने को तैयार नज़र आते हैं. गावस्कर बताते हैं कि जिस खिलाड़ी को जो भी रोल बताया जाता है वो उसे बखूबी अदा करते नज़र आते हैं और कप्तान का काम आसान बना देते हैं.
वनडे में टीम के युवा स्पिनर्स युज़्वेन्द्र चहल, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ी अपनी जगह पक्की करते दिख रहे हैं. वहीं पेसर्स में भुवनेश्वर, जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पाड्या सभी तरह की पिचों पर अपना कमाल दिखा रहे हैं. एमएस धोनी, हार्दिक पांडेय और मनीष पांडे जैसे खिलाड़ी टीम के बैलेंस को बेहद मजबूत बना देते हैं. ये टीम मिशन 2019 वर्ल्ड कप के लिए तैयार होती दिख रही है.
शायद इसलिए जानकारों की राय में टीम इंडिया में इस बार लंबे समय तक टॉप पर टिके रहने का माद्दा नज़र आ रहा है. भारतीय टीम ने छठी बार वनडे रैंकिंग के शिखर पर जगह बनाई है :
- पहली बार भारतीय टीम दिसंबर 1994 से मार्च 1995 तक 4 महीने के लिए नंबर 1 बनी. उस वक्त टीम के कप्तान मो. अज़हरुद्दीन थे.
- फिर साल 1995 में अगस्त से अक्टूबर तक ये टीम 3 महीने के लिए टॉप पर रही. तब भी टीम के कप्तान मो. अज़हरुद्दीन थे.
- जनवरी 2013 से 2014 तक 12 महीने के लिए लंबे समय के लिए शिखर पर रही.
- सितंबर 2014 और
- नवंबर 2014 में ये टीम एक-एक महीने के लिए अव्वल नंबर पर रही. 2013 के बाद तीनों ही बार टीम को टॉप पर पहुंचने का कारनामा टीम इंडिया ने
कप्तान एमएस धोनी की अगुआई में किया.
- टीम ने कप्तान विराट कोहली की अगुआई में छठी दफ़ा सितंबर 2017 में नंबर 1 पर अपना सिक्का जमाया.
भारतीय टीम फिलहाल 120 अंकों के साथ वनडे रैंकिंग में सबसे आगे है. मौजूदा तेवर के साथ ये टीम इसी सीरीज़ में दूसरे नंबर की दक्षिण अफ़्रीकी टीम से अपने अंतर को बड़ा करती नज़र आती है. भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ के फ़ौरन बाद भारत को न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ मैदान पर उतरना है जहां उसके पास टॉप पर बने रहने की और गुंजाइश हो सकती है.
ICC वनडे रैंकिंग: भारत 120, द.अफ़्रीका 119, ऑस्ट्रेलिया 114, इंग्लैंड 113
ICC टेस्ट रैंकिंग: भारत 125, द.अफ़्रीका 110, इंग्लैंड 105, न्यूज़ीलैंड 97, ऑस्ट्रेलिया 97
रैंकिंग सिस्टम के लागू होने के बाद से ये पहला मौक़ा है जब टीम इंडिया टेस्ट और वनडे दोनों में नंबर 1 टीम बन गई है. पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर पहले की टीमों से इस टीम की तुलना करना सही नहीं मानते. लेकिन NDTV से बात करते हुए उन्होंने इतना ज़रूर कहा कि इस टीम की गिनती अब तक की बेहतरीन टीमों में ज़रूर होगी.
वो ये भी कहते हैं कि मौजूदा भारतीय टीम की मज़बूत बल्लेबाज़ी इसकी ताक़त नज़र आती है. मौक़ा पड़ने पर टीम में 8वें-नौवें नंबर तक के बल्लेबाज़ अपनी भूमिका अदा कर सकते हैं. हार्दिक पांड्या कहीं भी बैटिंग और बॉलिंग करने को तैयार नज़र आते हैं. गावस्कर बताते हैं कि जिस खिलाड़ी को जो भी रोल बताया जाता है वो उसे बखूबी अदा करते नज़र आते हैं और कप्तान का काम आसान बना देते हैं.
वनडे में टीम के युवा स्पिनर्स युज़्वेन्द्र चहल, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ी अपनी जगह पक्की करते दिख रहे हैं. वहीं पेसर्स में भुवनेश्वर, जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पाड्या सभी तरह की पिचों पर अपना कमाल दिखा रहे हैं. एमएस धोनी, हार्दिक पांडेय और मनीष पांडे जैसे खिलाड़ी टीम के बैलेंस को बेहद मजबूत बना देते हैं. ये टीम मिशन 2019 वर्ल्ड कप के लिए तैयार होती दिख रही है.
शायद इसलिए जानकारों की राय में टीम इंडिया में इस बार लंबे समय तक टॉप पर टिके रहने का माद्दा नज़र आ रहा है. भारतीय टीम ने छठी बार वनडे रैंकिंग के शिखर पर जगह बनाई है :
- पहली बार भारतीय टीम दिसंबर 1994 से मार्च 1995 तक 4 महीने के लिए नंबर 1 बनी. उस वक्त टीम के कप्तान मो. अज़हरुद्दीन थे.
- फिर साल 1995 में अगस्त से अक्टूबर तक ये टीम 3 महीने के लिए टॉप पर रही. तब भी टीम के कप्तान मो. अज़हरुद्दीन थे.
- जनवरी 2013 से 2014 तक 12 महीने के लिए लंबे समय के लिए शिखर पर रही.
- सितंबर 2014 और
- नवंबर 2014 में ये टीम एक-एक महीने के लिए अव्वल नंबर पर रही. 2013 के बाद तीनों ही बार टीम को टॉप पर पहुंचने का कारनामा टीम इंडिया ने
कप्तान एमएस धोनी की अगुआई में किया.
- टीम ने कप्तान विराट कोहली की अगुआई में छठी दफ़ा सितंबर 2017 में नंबर 1 पर अपना सिक्का जमाया.
भारतीय टीम फिलहाल 120 अंकों के साथ वनडे रैंकिंग में सबसे आगे है. मौजूदा तेवर के साथ ये टीम इसी सीरीज़ में दूसरे नंबर की दक्षिण अफ़्रीकी टीम से अपने अंतर को बड़ा करती नज़र आती है. भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ के फ़ौरन बाद भारत को न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ मैदान पर उतरना है जहां उसके पास टॉप पर बने रहने की और गुंजाइश हो सकती है.
ICC वनडे रैंकिंग: भारत 120, द.अफ़्रीका 119, ऑस्ट्रेलिया 114, इंग्लैंड 113
ICC टेस्ट रैंकिंग: भारत 125, द.अफ़्रीका 110, इंग्लैंड 105, न्यूज़ीलैंड 97, ऑस्ट्रेलिया 97
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