यह ख़बर 20 अक्टूबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

गंभीर-सहवाग का खराब फॉर्म चिंता का विषय : कपिल

खास बातें

  • कपिल देव ने स्वीकार किया कि गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग की सलामी जोड़ी का खराब फॉर्म इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट शृंखलाओं से पहले भारत के लिए चिंता का विषय है।
नई दिल्ली:

पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने स्वीकार किया कि गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग की सलामी जोड़ी का खराब फॉर्म इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट शृंखलाओं से पहले भारत के लिए चिंता का विषय है।

कपिल जूनियर राष्ट्रीय टेनिस चैंपियनशिप के फाइनल में मुख्य अतिथि के रूप में आए थे। उन्होंने इस अवसर पर संवाददाताओं से कहा, निश्चित तौर पर यदि उनके जैसा खिलाड़ी रन नहीं बना रहा हो, तो यह चिंता का विषय है। उनकी बड़ी प्रतिष्ठा है और जब आपकी इतनी बड़ी प्रतिष्ठा हो, आपको उसे बनाए रखना होता है। उन्होंने कहा, वे बड़े खिलाड़ी हैं और उनके लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे टीम के लिए ही नहीं, बल्कि खुद के लिए भी रन बनाएं।

गंभीर और सहवाग दोनों हाल में विश्व ट्वेंटी-20 चैंपियनशिप में रन बनाने के लिए जूझते रहे, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ अगले महीने और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फरवरी-मार्च में होने वाली शृंखला के लिए वे भारत के पास सलामी जोड़ी के सर्वश्रेष्ठ विकल्प हैं।

कपिल से जब पूछा गया कि क्या सचिन तेंदुलकर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेना चाहिए, उन्होंने कहा, बड़े प्लेयर के बारे में न ही बात करें तो अच्छा है। उन्होंने (तेंदुलकर) हाल में बयान दिया था और उन्हें जो कहना था, वह कहा था। तीनों प्रारूप में अलग-अलग कप्तान के सवाल पर कपिल ने कहा, यदि आपके पास कोई ऐसा खिलाड़ी है, जो तीनों प्रारूप में कप्तानी कर सकता है, तो फिर अलग-अलग कप्तानों की क्या जरूरत है। क्या कोई ऐसा है, जो ऐसा कर सकता है। क्या हमारे पास तीनों प्रारूप के लिए विकल्प मौजूद हैं।

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उन्होंने कहा, जब ऑस्ट्रेलिया कुछ करता है, तो हम उसका अनुसरण करना चाहते हैं, लेकिन यदि हम कुछ करते हैं, तो हमारी आलोचना की जाती है। इस दिग्गज ऑलराउंडर ने कहा कि कोई भी चयनसमिति अपने फैसलों से हर किसी को खुश नहीं कर सकती। उन्होंने कहा, चयनकर्ता हर किसी को खुश नहीं कर सकते। यदि वे भारतीय क्रिकेट के फायदे के लिए काम कर रहे हैं, तो मुझे कोई दिक्कत नहीं। चयनसमिति का गठन करना प्रशासनिक फैसला होता है और मैं चाहूंगा कि उन्हें अपना काम करने दिया जाए।