अगले कुछ दिनों के भीतर बांग्लादेश (Ind vs Ban) के खिलाफ दो टेस्ट की सीरीज के लिए भारतीय टीम के चयन के लिए दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) रूपी "चयन ट्रॉयल" का पहला राउंड लगभग खत्म होने को है. दो अलग-अलग शहरों बेंगलुरु और अनंतपुर में चल रहे चार दिनी मैचों के तीसरे दिन जहां कई खिलाड़ियों ने वापसी करते हुए चयन का दावा ठोका, तो वहीं कुछ स्थापित नाम ऐसे भी रहे, जो इस पहले राउंड का फायदा नहीं उठा सके. एक तरफ जहां शुरुआती दिन मुशीर खान (Musheer Khan) ने जैसे युवा ने 181 रन की पारी खेलकर अपना दावा ठोका, तो पहले से ही टीम में बने हुए अक्षर पटेल (Axar Patedl) ने 80 रन पारी खेलकर साफ-साफ बता दिया कि वह बांग्लादेश के खिलाफ चयन के पूर्ण रूप से हकदार हैं. बहरहाल, आप उन 5 बड़े नामों के बारे में जान लीजिए, जो शुरुआती राउंड का फायदा उठाने में नाकाम रहे.
SIX POINTS FOR RUTURAJ's TEAM IN DULEEP TROPHY pic.twitter.com/LsgHOfMNtp
— Johns. (@CricCrazyJohns) September 7, 2024
दोनों ओपनर उम्मीदों पर नाकाम
यह सही है कि बांग्लादेश के खिलाफ पारी की शुरुआत यशस्वी जायसवाल के साथ पारी की शुरुआत लंबे समय बाद वापसी करने जा रहे कप्तान रोहित शर्मा ही करेंगे, लेकिन इसके बावजूद दलीप ट्रॉफी का शुरुआती राउंड का मैच ऋतुराज गायकवाड़ और पिछले दिनों इंग्लैंड में शतक जड़ने वाले साई सुदर्शन ऐसा असर छोड़ने में नाकाम रहे, जो दबाव बनाने का काम करता. भारत C के लिए खेलते हुए ये दोनों ही दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके, तो अपनी टीम की जीत में दूसरी पारी में गायकवाड़ ने 46 और साई ने सिर्फ 22 रन ही बनाए.
इस स्कोर से भला नहीं होगा पडिक्कल और...
जब भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ मार्च में अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था, तो मिड्ल ऑर्डर में मौका पाए लेफ्टी देवदत्त पडिक्कल ने 65 रन बनाए थे, लेकिन समय के साथ बदल रहे समीकरण के हिसाब से पडिक्कल भी बड़ा धमाका करने में नाकाम रहे. उनकी टीम भारत "डी" हारी. पहली पारी में वह खाता भी नहीं खोल सके. दूसरी पारी में उन्होंने 56 रन बनाए जरूर, लेकिन इससे भला नहीं होने जा रहा. और कुछ ऐसा ही पहली पारी में 54 और दूसरी में सिर्फ 9 रन बनाने वाले श्रेयस अय्यर के बारे में कहा जा सकता है. एक और बल्लेबाज रजत पाटीदार ने भारत "C" के लिए पहली पारी में 13 और दूसरी में 44 रन बनाए.
अर्शदीप को दिखाना होगा बहुत ज्यादा दम
निश्चित तौर पर जब व्हाइट-बॉल फॉर्मेट की आती है, तो लेफ्टी सरदार पेसर अर्शदीप खासकर टी20 में खासे प्रभावी हैं, लेकिन यह बात सफेद कपड़ों पर लागू नहीं होती. जहां दोनों ही मैचों में कई पेसरों ने खुद को टीम चयन की रेस में शामिल कर लिया, तो अर्शदीप भारत "डी" के लिए दोनों ही पारियों में एक-एक ही विकेट चटका सके. निश्चित रूप से इस प्रदर्शन से उनका भला नहीं होने जा रहा.
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