बल्ले से अपनी फॉर्म वापस पा कर भारत को आस्ट्रेलिया में पहली द्विपक्षीय वनडे सीरीज जिताने वाले अनुभवी बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि उनके लिए टीम में संतुलन प्राथमिकता है और इसलिए वह किसी भी स्थान पर खेलने को तैयार हैं. धोनी ने कहा कि वह चाहे नंबर-4 या नंबर-6 पर खेलें उनके लिए टीम का संतुलन प्राथमिकता है. धोनी ने इस सीरीज के तीनों मैचों में अर्धशतक जमाए हैं. और इसी कारण उन्हें मैन ऑफ द सीरीज चुना गया. सीरीज के पहले वनडे में धोनी ने अर्द्धशतक बनाया था, लेकिन उनकी धीमी गति को लेकर खासी आलोचना का सामना करना पड़ा था. लेकिन दूसरे वनडे में और अब शुक्रवार को मेलबर्न में बेहतरीन पारी के बाद पूरा क्रिकेट जगत एकबार फिर से माही-माही कर रहा है.
51 in Sydney
— ICC (@ICC) January 18, 2019
55* in Adelaide
87* in Melbourne@msdhoni is the Player of the Series! #AUSvIND pic.twitter.com/VBdzXt9MsE
धोनी ने मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में कहा कि यह धीमी विकेट थी इसलिए आपनी मर्जी से खुलकर शॉट खेलना आसान नहीं था. मैच को आखिरी तक ले जाना जरूरी था. अच्छी गेंदबाजी कर रहे गेंदबाजों को मारना आसान नहीं था, इसलिए रणनीति यह थी जिसमें केदार जाधव ने अच्छा साथ दिया.
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पूर्व कप्तान ने कहा कि मैं चाहे नंबर-4 पर खेलूं या नंबर-6 पर, मेरे लिए जरूरी है कि टीम का संतुलन बना रहे. मेरे लिए अहम है कि मैं वहां बल्लेबाजी करूं जहां टीम मुझे चाहती है. मैं नंबर-6 पर भी बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हूं. उन्होंने कहा कि लेकिन उम्र को देखते मैं यह नहीं कह सकता कि नंबर छह पर पहले जैसी आक्रामक बैटिंग कर पाऊंगा या नहीं.
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भारत ने तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम की है. और धोनी इस सीरीज में मैन ऑफ द सीरीज चुने गए. उन्होंने शॉन मॉर्श को पछाड़कर मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार अपनी झोली में डाला. धोनी सीरीज 193 रन बनाकर दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज रहे.