नई दिल्ली:
आखिर वही हुआ जिसका डर सबको सता रहा था। नागपुर की क्रिकेट पिच को क्रिकेट के लिए फिट नहीं पाया गया। आईसीसी मैच रेफरी ज्योफ क्रो ने नागपुर पिच को 'पुअर' यानी 'खराब' बताते हुए लिखा है पिच खेलने लायक नहीं थी।
इसके आगे की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार हो सकती है-
इस फटकार का मतलब यह है कि दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर आखिरी टेस्ट मैच के लिए पिच कैसी होगी इस पर सबकी नजरें हैं। कोटला की पिच वैसे ही अपने खराब बर्ताव के लिए बदनाम है।
मैदान पर लगा था बैन
भला 2009 में भारत-श्रीलंका के बीच हुए वनडे मैच को कौन भूल सकता है। उस मैच में पिच खिलाड़ियों के लिए इतनी खराब थी कि वनडे मैच को बीच में रोक देना पड़ा था। काफी मशक्कत करने के बाद ही दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हो पाई।
कोटला का इतिहास
अदालत की दखलअंदाजी के बाद बड़ी मुश्किल से दिल्ली को टेस्ट मैच के आयोजन का मौका मिला है, लेकिन इस मैदान पर खेलना खुद दिल्ली रणजी टीम के कप्तान गौतम गंभीर को भी ज्यादा पसंद नहीं। ऐसे में लगता है कि अपने मन मुताबिक पिच हासिल करने के लिए कप्तान विराट कोहली को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं है।
सवाल यह है कि क्या यह मैच पांच दिन चल पाएगा?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यहां मैच पांच दिन चल पाएगा। यदि यहां भी पिच नागुपर या मोहाली जैसी ही रही, तो ICC की ओर से बोर्ड को कड़ी चेतावनी मिल सकती है, लेकिन राहत की बात ये है कि ICC के चेयरमैन, बीसीसीआई के अध्यक्ष शशांक मनोहर ही हैं। इतना ही नहीं जिस नागपुर की पिच पर सवाल उठ रहे हैं, उस विदर्भ क्रिकेट संघ के अध्यक्ष भी शशांक मनोहर ही हैं।
इसके आगे की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार हो सकती है-
- अब ICC इस मामले की छानबीन करेगी और सजा का प्रवाधान तय करेगी
- इस मामले में बीसीसीआई को फटकार, जुर्माने से लेकर नई पिच बनाने का आदेश भी दिया जा सकता है
इस फटकार का मतलब यह है कि दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर आखिरी टेस्ट मैच के लिए पिच कैसी होगी इस पर सबकी नजरें हैं। कोटला की पिच वैसे ही अपने खराब बर्ताव के लिए बदनाम है।
मैदान पर लगा था बैन
भला 2009 में भारत-श्रीलंका के बीच हुए वनडे मैच को कौन भूल सकता है। उस मैच में पिच खिलाड़ियों के लिए इतनी खराब थी कि वनडे मैच को बीच में रोक देना पड़ा था। काफी मशक्कत करने के बाद ही दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हो पाई।
कोटला का इतिहास
- भारत का प्रदर्शन - कुल मैच 32, जीत 12, हार 6, ड्रॉ 14
- पिछले 10 मैच में 9 जीत, 1 ड्रॉ
- 22 साल से नहीं हारी टीम इंडिया
अदालत की दखलअंदाजी के बाद बड़ी मुश्किल से दिल्ली को टेस्ट मैच के आयोजन का मौका मिला है, लेकिन इस मैदान पर खेलना खुद दिल्ली रणजी टीम के कप्तान गौतम गंभीर को भी ज्यादा पसंद नहीं। ऐसे में लगता है कि अपने मन मुताबिक पिच हासिल करने के लिए कप्तान विराट कोहली को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं है।
सवाल यह है कि क्या यह मैच पांच दिन चल पाएगा?
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यहां मैच पांच दिन चल पाएगा। यदि यहां भी पिच नागुपर या मोहाली जैसी ही रही, तो ICC की ओर से बोर्ड को कड़ी चेतावनी मिल सकती है, लेकिन राहत की बात ये है कि ICC के चेयरमैन, बीसीसीआई के अध्यक्ष शशांक मनोहर ही हैं। इतना ही नहीं जिस नागपुर की पिच पर सवाल उठ रहे हैं, उस विदर्भ क्रिकेट संघ के अध्यक्ष भी शशांक मनोहर ही हैं।
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