पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष शहरयार खान (फाइल फोटो)
धर्मशाला:
धर्मशाला में पाकिस्तान के खिलाफ़ वर्ल्ड कप टी-20 मैच को लेकर हो रहे विवाद में बीसीसीआई और पीसीबी एक दूसरे के पाले में गेंद फ़ेंकने का काम कर रहे हैं। बीसीसीआई ने पहले पीसीबी की सुरक्षा कारणों के चलते भारत ना आने की चेतावनी पर जवाब देते हुए पुख्ता सुरक्षा मुहैया करवाने की बात कही थी। वहीं पीसीबी ने अब अंतिम फ़ैसला करने से पहले भारत में सुरक्षा दल भेजकर हालात का आंकलन करने की बात कही है।
इस बीच भारत के केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की तरफ़ से बयान आया है कि 'अगर हिमाचल सरकार फोर्स की मांग करती है तो हम देंगे।' वहीं वीरभद्र सिंह ने इस पर जवाब देते हुए कहा है कि 'सरकार को पैरामिलिट्री फोर्स भेजनी है तो भेजें, हम मैच में सुरक्षा देंगे, लेकिन सेना के पुराने सिपाहियों के खिलाफ़ कार्रवाई नहीं करेंगे।' इस दौरान मैच के लिए लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं आ रही है। 23 हज़ार की क्षमता वाले धर्मशाला स्टेडियम में दो लाख दो हज़ार लोगों ने रेजिस्ट्रेशन करवाया है जिसका फ़ैसला लकी ड्रॉ से किया जाएगा। एक एंटी ररिस्ट फ्रंट नाम के एक ग्रुप ने मैच से पहले जहां पिच खोदने की बात कही है , वहीं पूर्व सैनिक इस मैच का निरंतर विरोध कर रहे हैं। इस सबके बाद नज़र पाकिस्तानी सुरक्षा दल की रिपोर्ट पर होगी जिसके फ़ैसले पर इस मैच का भविष्य निर्भर होगा।
इस बीच भारत के केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की तरफ़ से बयान आया है कि 'अगर हिमाचल सरकार फोर्स की मांग करती है तो हम देंगे।' वहीं वीरभद्र सिंह ने इस पर जवाब देते हुए कहा है कि 'सरकार को पैरामिलिट्री फोर्स भेजनी है तो भेजें, हम मैच में सुरक्षा देंगे, लेकिन सेना के पुराने सिपाहियों के खिलाफ़ कार्रवाई नहीं करेंगे।' इस दौरान मैच के लिए लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं आ रही है। 23 हज़ार की क्षमता वाले धर्मशाला स्टेडियम में दो लाख दो हज़ार लोगों ने रेजिस्ट्रेशन करवाया है जिसका फ़ैसला लकी ड्रॉ से किया जाएगा। एक एंटी ररिस्ट फ्रंट नाम के एक ग्रुप ने मैच से पहले जहां पिच खोदने की बात कही है , वहीं पूर्व सैनिक इस मैच का निरंतर विरोध कर रहे हैं। इस सबके बाद नज़र पाकिस्तानी सुरक्षा दल की रिपोर्ट पर होगी जिसके फ़ैसले पर इस मैच का भविष्य निर्भर होगा।