फाइल फोटो : सरफ़राज़ ख़ान
नई दिल्ली:
मुंबई क्रिकेट संघ को एक और झटका लगा है। टीम के स्टार बल्लेबाज़ सरफ़राज़ ख़ान ने अगले रणजी सीज़न मुंबई की जगह उत्तर प्रदेश की और से खेलने का फ़ैसला किया है।
सरफ़राज़ को यूपी से खेलने के लिए मुंबई ने इजाज़त तो दे दी, लेकिन टीम छोड़ने पर अफ़सोस जताया है। इससे पहले टीम के पूर्व कप्तान वसीम जाफ़र भी मुंबई छोड़कर विदर्भ खेलने का ऐलान कर चुके हैं।
12 साल की उम्र में हैरिस शील्ड में कई रिकॉर्ड तोड़कर चर्चा में आए सरफ़राज़ ने मुंबई को अलविदा मुंबई क्रिकेट संघ में चल रही राजनीति की वजह से लिया है। हालांकि सरफ़राज़ और उनके पिता दोनों ने इस बात से इंकार किया है। मुंबई क्रिकेट संघ के ज्वाइंट सेक्रेटरी पीवी शेट्टी ने कहा, 'सरफ़राज़ के पिता नो ऑब्जेक्शन सर्टिफ़िकेट (एनओसी) लेने आए थे। मैंने सरफ़राज़ को मनाने की पूरी कोशिश की और हरसंभव मदद करने का भरोसा दिलाया, लेकिन वो नहीं माने।'
दूसरी ओर सरफ़राज़ के पिता नौशाद ने कहा कि इगर उनका बेटा यूपी से खेलेगा तो उसके लिए काफ़ी संभावनाएं है और वो बिना कोई राजनीति के क्रिकेट खेल सकेगा। माना जा रहा है कि दिलीप वेंगसरकर की मनमानी की वजह से कई और खिलाड़ी नाराज़ हैं। अजीत अगरकर कई बार वेंगसरकर का विरोध भी कर चुके हैं।
वैसे सरफ़राज़ अगर यूपी के लिए खेलते हैं तो ये उनकी घर वापसी होगी। सरफ़राज़ मूलरूप से उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ के रहने वाले हैं।
सरफ़राज़ ने रणजी ट्रॉफ़ी में पिछले साल बंगाल के ख़िलाफ़ डेब्यू किया था, लेकिन तीन मैचों में 95 रन बनाने के बाद वे टीम से निकाल दिए गए। 17 साल की उम्र में सरफ़राज ने सबसे युवा खिलाड़ी के तौर पर आईपीएल में डेब्यू कर रिकॉर्ड बनाया। आईपीएल में जो भी मौक़े सरफ़राज़ को मिले उन्होंने उसका फ़ायदा भी उठाया, लेकिन इस दौरान वो विवादों में भी रहे।
आईपीएल में रॉबिन उथप्पा से हाथापाई की ख़बर सुर्ख़ियां बनी तो कुछ महीने पहले कूच बिहार ट्रॉफ़ी (अंडर-19) में अनुचित इशारा करने की वजह से सरफ़राज की मैच फ़ीस एमसीए ने रोक दी थी।
सरफ़राज़ को यूपी से खेलने के लिए मुंबई ने इजाज़त तो दे दी, लेकिन टीम छोड़ने पर अफ़सोस जताया है। इससे पहले टीम के पूर्व कप्तान वसीम जाफ़र भी मुंबई छोड़कर विदर्भ खेलने का ऐलान कर चुके हैं।
12 साल की उम्र में हैरिस शील्ड में कई रिकॉर्ड तोड़कर चर्चा में आए सरफ़राज़ ने मुंबई को अलविदा मुंबई क्रिकेट संघ में चल रही राजनीति की वजह से लिया है। हालांकि सरफ़राज़ और उनके पिता दोनों ने इस बात से इंकार किया है। मुंबई क्रिकेट संघ के ज्वाइंट सेक्रेटरी पीवी शेट्टी ने कहा, 'सरफ़राज़ के पिता नो ऑब्जेक्शन सर्टिफ़िकेट (एनओसी) लेने आए थे। मैंने सरफ़राज़ को मनाने की पूरी कोशिश की और हरसंभव मदद करने का भरोसा दिलाया, लेकिन वो नहीं माने।'
दूसरी ओर सरफ़राज़ के पिता नौशाद ने कहा कि इगर उनका बेटा यूपी से खेलेगा तो उसके लिए काफ़ी संभावनाएं है और वो बिना कोई राजनीति के क्रिकेट खेल सकेगा। माना जा रहा है कि दिलीप वेंगसरकर की मनमानी की वजह से कई और खिलाड़ी नाराज़ हैं। अजीत अगरकर कई बार वेंगसरकर का विरोध भी कर चुके हैं।
वैसे सरफ़राज़ अगर यूपी के लिए खेलते हैं तो ये उनकी घर वापसी होगी। सरफ़राज़ मूलरूप से उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ के रहने वाले हैं।
सरफ़राज़ ने रणजी ट्रॉफ़ी में पिछले साल बंगाल के ख़िलाफ़ डेब्यू किया था, लेकिन तीन मैचों में 95 रन बनाने के बाद वे टीम से निकाल दिए गए। 17 साल की उम्र में सरफ़राज ने सबसे युवा खिलाड़ी के तौर पर आईपीएल में डेब्यू कर रिकॉर्ड बनाया। आईपीएल में जो भी मौक़े सरफ़राज़ को मिले उन्होंने उसका फ़ायदा भी उठाया, लेकिन इस दौरान वो विवादों में भी रहे।
आईपीएल में रॉबिन उथप्पा से हाथापाई की ख़बर सुर्ख़ियां बनी तो कुछ महीने पहले कूच बिहार ट्रॉफ़ी (अंडर-19) में अनुचित इशारा करने की वजह से सरफ़राज की मैच फ़ीस एमसीए ने रोक दी थी।
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