विज्ञापन
This Article is From Oct 23, 2023

Bisan Singh Bedi Death: पीएम मोदी, ओम बिरला और अनुराग ठाकुर ने बिशन सिंह बेदी के निधन पर परिवार और प्रशंसकों के प्रति जताई संवेदना

Anurag Thakur on Bishan Singh Bedi Death: बेदी 1990 में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड दौरे के दौरान कुछ समय के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के मैनेजर थे.

Anurag Thakur on Bishan Singh Bedi Death News

Anurag Thakur on Bishan Singh Bedi Death: भारत के पूर्व कप्तान और बाएं हाथ के देश के महानतम स्पिनर बिशन सिंह बेदी का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को निधन हो गया. वह 77 वर्ष के थे. उनके परिवार में पत्नी अंजू, बेटा अंगद और बेटी नेहा हैं. बेदी का जन्म 1946 में अमृतसर में हुआ था. उन्होंने भारत के लिए 67 टेस्ट खेले और 266 विकेट लिए. उन्होंने पारी में 14 बार पांच विकेट और मैच में एक बार 10 विकेट चटकाने का कारनामा किया. वह भारतीय क्रिकेट के स्पिनरों की उस स्वर्णिम चौकड़ी का हिस्सा थे जिसमें उनके अलावा इरापल्ली प्रसन्ना, भागवत चंद्रशेखर और श्रीनिवास वेंकटराघवन शामिल थे.

बिशन सिंह बेदी के निधन पर पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बाएं हाथ के देश के महानतम स्पिनर बिशन सिंह बेदी के निधन पर शोक जताया और कहा कि वह क्रिकेटरों की भावी पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे. पीएम मोदी ने ‘‘एक्स'' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जाने-माने क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी के निधन से गहरा दुख हुआ. खेल के लिए उनका जुनून अटूट था और उनके उत्कृष्ट गेंदबाजी प्रदर्शन ने भारत को कई यादगार जीत दिलाई. वह क्रिकेटरों की भावी पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना.

बिशन सिंह बेदी के निधन पर केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर

बिशन सिंह बेदी के निधन पर अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur on Bishan Singh Bedi Death) ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, "भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और एक ऐसे गेंदबाज़ जिनको देश याद करता रहा. बिशन सिंह बेदी जी हम सब के बीच नहीं रहे. हिमाचल की बात करें तो धर्मशाला के इस मैदान में उन्होंने कई कैंप भी लगाए और जब ये स्टेडियम नया बना ही था तो वो लगातार दो साल कैंप यहां पे लगाए. इसी ड्रेसिंग रूम वो रुका करते थे कही होटल भी नहीं जाते थे. इस पहले वो हिमाचल के चैल में कैंप लगाया करते थे.

हालाँकि पंजाब और दिल्ली से उनका गहरा नाता रहा लेकिन, रिटायरमेंट के बाद उन्होंने हिमाचल में कैंप का रुख किया और उभरते हुए खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया. उनके परिवार को इस दुःख की घड़ी में मैं ये कहूंगा की पूरा क्रिकेट जगत इस दुःख की घड़ी में आपके साथ खड़ा है. ये क्रिकेट जगत के लिए बहुत बड़ा नुकसान है. उनका बहुत बड़ा योगदान एक क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में और एक कोच के तौर पर भी रहा. जब मैं पंजाब के टीम का खिलाड़ी रहा तो जब उस समय हमारी टीम रणजी ट्रॉफी की चैंपियन बनी तब बिशन सिंह बेदी ही हमारे कोच थे." 

बिशन सिंह बेदी के निधन पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला

बिशन सिंह बेदी के निधन पर ओम बिरला ने संवेदना जताते हुए कहा की बिशन सिंह बेदी देश के महान क्रिकेटर थे. उनकी स्पिन गेंदबाजी का कोई जवाब नहीं था. उन्होंने भारत को अनेक गौरवशाली और अविस्मरणीय क्षण दिए. उनकी मृत्यु से क्रिकेट के एक युग का अंत हुआ है. दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिजनों को मेरी संवेदनाएं.

वह 1966 और 1978 के बीच एक दशक से अधिक समय तक भारत की गेंदबाजी इकाई का प्रमुख हिस्सा रहे. बेदी 1990 में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड दौरे के दौरान कुछ समय के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के मैनेजर थे.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com