नई दिल्ली:
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच 8 जुलाई से कार्डिफ में शुरू हो रही ऐशेज सीरीज की 10 अहम बातें, जिनका ताल्लुक इसके इतिहास से है। आइयें एक नज़र डाले अब तक की खेली गई ऐशेज सीरीज पर:
1) इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहली ऐशेज़ सीरीज़ 1882-83 में ऑस्ट्रेलिया में खेली गई थी, जो इंग्लैंड ने 2-1 से जीती थी।
2) ऐशेज़ के शुरुआत में सीरीज़ तीन टेस्ट की होती थी, लेकिन 1884-85 में यह पांच टेस्ट की सीरीज के रूप में खेली गई और बाद में सीरीज़ को पांच टेस्ट की सीरीज़ रखने का ही फ़ैसला किया गया।
3) 1890 यानी लगातर 8 साल तक इंग्लैंड ने ऐशेज़ पर क़ब्ज़ा जमाए रखा। 1891-92 में ऑस्ट्रेलिया ने अपने घरेलू मैदान पर खेलते हुए 2-1 से पहली बार ऐशेज़ सीरीज़ जीती थी।
4) 1989 से लेकर 2002-03 तक ऑस्ट्रेलिया ने लगातार 8 बार ऐशेज़ जीता।
5) ऑस्ट्रेलिया ने कुल 32 बार ऐशेज़ जीता है, जबकि इंग्लैंड 31 बार यह सीरीज़ जीता है, जबकि पांच सीरीज़ दोनों के बीच ड्रॉ रही है।
6) ऐशेज़ में 364 रन की सबसे बड़ी पारी इंग्लैंड के बल्लेबाज़ सर लियॉनार्ड हटन ने 20 अगस्त 1938 को खेला थी। इस पारी में उन्होंने 35 चौके लगाए थे। सीरीज़ में 334 का दूसरा बेस्ट स्कोर ऑस्ट्रेलिया के डॉन ब्रैडमैन के नाम है।
7) सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ी का रिकॉर्ड इंग्लैंड के खिलाड़ी के नाम है। जिम लेकर ने 26 जुलाई 1956 को मैनचेस्टर टेस्ट की एक पारी में 53 रन देकर 10 विकेट लिए थे।
8) सीरीज़ के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ का ख़िताब सर डॉन ब्रैडमैन के नाम है। ब्रैडमैन ने 37 टेस्ट खेलते हुए 5028 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 19 शतक और 15 अर्द्धशतक निकले। दूसरे बेस्ट बल्लेबाज़ इंग्लैंड के जौक हॉब्स है, जिनके खाते में 41 टेस्ट में 3636 रन है।
9) सीरीज़ के सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ भी ऑस्ट्रेलिया से हैं। शेन वॉर्न के नाम 36 टेस्ट में 195 विकेट हैं। इसमें उन्होंने 5 विकेट 11 बार लिए जबकि 10 विकेट चार बार चटकाए।
10) अगर ऐशेज़ में सबसे बेहतरीन कप्तान की बात करे, तो यहां भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने बाज़ी मारी है। एलन बॉर्डर ने ऐशेज़ में सबसे ज़्यादा 29 टेस्ट में कप्तानी की है और सबसे ज़्यादा 13 टेस्ट में जीत हासिल की है। बॉर्डर के खाते में 6 हार है और 10 टेस्ट ड्रॉ रहे हैं।
1) इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहली ऐशेज़ सीरीज़ 1882-83 में ऑस्ट्रेलिया में खेली गई थी, जो इंग्लैंड ने 2-1 से जीती थी।
2) ऐशेज़ के शुरुआत में सीरीज़ तीन टेस्ट की होती थी, लेकिन 1884-85 में यह पांच टेस्ट की सीरीज के रूप में खेली गई और बाद में सीरीज़ को पांच टेस्ट की सीरीज़ रखने का ही फ़ैसला किया गया।
3) 1890 यानी लगातर 8 साल तक इंग्लैंड ने ऐशेज़ पर क़ब्ज़ा जमाए रखा। 1891-92 में ऑस्ट्रेलिया ने अपने घरेलू मैदान पर खेलते हुए 2-1 से पहली बार ऐशेज़ सीरीज़ जीती थी।
4) 1989 से लेकर 2002-03 तक ऑस्ट्रेलिया ने लगातार 8 बार ऐशेज़ जीता।
5) ऑस्ट्रेलिया ने कुल 32 बार ऐशेज़ जीता है, जबकि इंग्लैंड 31 बार यह सीरीज़ जीता है, जबकि पांच सीरीज़ दोनों के बीच ड्रॉ रही है।
6) ऐशेज़ में 364 रन की सबसे बड़ी पारी इंग्लैंड के बल्लेबाज़ सर लियॉनार्ड हटन ने 20 अगस्त 1938 को खेला थी। इस पारी में उन्होंने 35 चौके लगाए थे। सीरीज़ में 334 का दूसरा बेस्ट स्कोर ऑस्ट्रेलिया के डॉन ब्रैडमैन के नाम है।
7) सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ी का रिकॉर्ड इंग्लैंड के खिलाड़ी के नाम है। जिम लेकर ने 26 जुलाई 1956 को मैनचेस्टर टेस्ट की एक पारी में 53 रन देकर 10 विकेट लिए थे।
8) सीरीज़ के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज़ का ख़िताब सर डॉन ब्रैडमैन के नाम है। ब्रैडमैन ने 37 टेस्ट खेलते हुए 5028 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 19 शतक और 15 अर्द्धशतक निकले। दूसरे बेस्ट बल्लेबाज़ इंग्लैंड के जौक हॉब्स है, जिनके खाते में 41 टेस्ट में 3636 रन है।
9) सीरीज़ के सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ भी ऑस्ट्रेलिया से हैं। शेन वॉर्न के नाम 36 टेस्ट में 195 विकेट हैं। इसमें उन्होंने 5 विकेट 11 बार लिए जबकि 10 विकेट चार बार चटकाए।
10) अगर ऐशेज़ में सबसे बेहतरीन कप्तान की बात करे, तो यहां भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने बाज़ी मारी है। एलन बॉर्डर ने ऐशेज़ में सबसे ज़्यादा 29 टेस्ट में कप्तानी की है और सबसे ज़्यादा 13 टेस्ट में जीत हासिल की है। बॉर्डर के खाते में 6 हार है और 10 टेस्ट ड्रॉ रहे हैं।
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