श्रीनगर:
'मैं अपनी आखिरी सांस तक लड़ूंगा' - फारुख़ अब्दुल्ला के ऐसा ऐलान करने के कुछ समय बाद ही जम्मू कश्मीर की एक कोर्ट ने उन्हें जम्मू कश्मीर स्पोर्ट्स एसोसिएशन (जेकेएसी)के अध्यक्ष पद पर बने रहने का फैसला सुनाया।
इससे पहले सोमवार की सुबह राज्य के खेल मंत्री इमरान रज़ा अंसारी को एक प्रक्रिया के तहत इस समिति का अध्यक्ष चुना गया था। अब्दुल्ला ने कहा "विरोधी दल को मुफ्ती सरकार का साथ मिला हुआ था। ये सब मुझे निशाना बनाने के लिए किया गया। लेकिन फारुख़ अब्दुल्ला इतना कमज़ोर नहीं हुआ है..मैं अपनी आखिरी सांस तक लड़ूंगा।"
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने सोमवार को अध्यक्ष पद के चुनाव में भाग नहीं लिया जिसके बाद अंसारी को बिना किसी विरोध के चुन लिया गया। अंसारी का कहना है "इस संस्था में फारुख़ अब्दुल्ला का समय पूरा हुआ, अब मैं यहां का अध्यक्ष हूं। लोगों ने मेरे लिए वोट किया है, ये चुनाव वैध है।" साथ ही अंसारी ने कहा कि उन्हें कोर्ट के किसी स्टे ऑर्डर के बारे में जानकारी नहीं है।
अंसारी ने राजनीतिक हस्तक्षेप के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि पीडीपी के फारुख़ अब्दुल्ला को निशाना बनाने की बात बेबुनियाद है। उन्होंने कहा "अगर मैं पीडीपी का आदमी हूं तो फारुख़ भी तो नैशनल कांफ्रेंस के हैं।" गौरतलब है कि फारुख़ अब्दुल्ला की पार्टी पिछले छह साल से सत्ता में थी और दिसंबर 2014 के नतीजे ने उनसे कुर्सी छीन ली जब मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की पार्टी पीडीपी ने भाजपा के गठबंधन में जम्मू कश्मीर में सरकार बनाई।
बता दें कि 1980 से अब्दुल्ला ने संस्था की अध्यक्षता का पद संभाल रखा है। जेकेएसी में उनकी टीम पर आर्थिक अनियमितताओं के आरोप के बाद 2012 में बीसीसीआई ने उनकी टीम को फंड करना बंद कर दिया।
इससे पहले सोमवार की सुबह राज्य के खेल मंत्री इमरान रज़ा अंसारी को एक प्रक्रिया के तहत इस समिति का अध्यक्ष चुना गया था। अब्दुल्ला ने कहा "विरोधी दल को मुफ्ती सरकार का साथ मिला हुआ था। ये सब मुझे निशाना बनाने के लिए किया गया। लेकिन फारुख़ अब्दुल्ला इतना कमज़ोर नहीं हुआ है..मैं अपनी आखिरी सांस तक लड़ूंगा।"
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने सोमवार को अध्यक्ष पद के चुनाव में भाग नहीं लिया जिसके बाद अंसारी को बिना किसी विरोध के चुन लिया गया। अंसारी का कहना है "इस संस्था में फारुख़ अब्दुल्ला का समय पूरा हुआ, अब मैं यहां का अध्यक्ष हूं। लोगों ने मेरे लिए वोट किया है, ये चुनाव वैध है।" साथ ही अंसारी ने कहा कि उन्हें कोर्ट के किसी स्टे ऑर्डर के बारे में जानकारी नहीं है।
अंसारी ने राजनीतिक हस्तक्षेप के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि पीडीपी के फारुख़ अब्दुल्ला को निशाना बनाने की बात बेबुनियाद है। उन्होंने कहा "अगर मैं पीडीपी का आदमी हूं तो फारुख़ भी तो नैशनल कांफ्रेंस के हैं।" गौरतलब है कि फारुख़ अब्दुल्ला की पार्टी पिछले छह साल से सत्ता में थी और दिसंबर 2014 के नतीजे ने उनसे कुर्सी छीन ली जब मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की पार्टी पीडीपी ने भाजपा के गठबंधन में जम्मू कश्मीर में सरकार बनाई।
बता दें कि 1980 से अब्दुल्ला ने संस्था की अध्यक्षता का पद संभाल रखा है। जेकेएसी में उनकी टीम पर आर्थिक अनियमितताओं के आरोप के बाद 2012 में बीसीसीआई ने उनकी टीम को फंड करना बंद कर दिया।
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