मोहम्मद अजहरुद्दीन और अनिल कुंबले के कैरियर को अजीत वाडेकर के मैनेजर कम कोच रहते हुए नई ऊंचाई मिली थी. भारतीय क्रिकेट के दिग्गज क्रिकेटर वाडेकर के निधन पर इन दोनों पूर्व क्रिकेटरों ने गहरा दुख जताते हुए उन्हें ‘पितातुल्य’ बताया है. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने वाडेकर को याद करते हुए अपने संदेश में कहा कि भारत के पूर्व कप्तान का उन पर गहरा प्रभाव था. भारत को 1971 में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज में जीत दिलाने वाले वाडेकर का लंबी बीमारी के बाद कल मुंबई में 77 बरस की उम्र में निधन हो गया.
इंग्लैंड में भारत को अपनी कप्तानी में टेस्ट सीरीज जिताने वाले वाडेकर से जुड़ी 10 बातें..
वाडेकर को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए तेंदुलकर ने ट्विटर पर लिखा, ‘अजित वाडेकर सर के निधन का समाचार सुनकर बहुत दुखी हूं. 90 के दशक में हमसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराने में उन्होंने सूत्रधार की भूमिका निभाई. उनकी सलाह और मार्गदर्शन के लिये हम सदैव उनके आभारी रहेंगे. ईश्वर उनके परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति दे.’
#AjitWadekar sir .. such an iconic person..deeply saddened by his demise!! Sir was a father figure for me.. May his soul rest in peace! My Heartfelt Condolences to the family..@BCCIpic.twitter.com/xLMb2i82B2
— Mohammed Azharuddin (@azharflicks) August 15, 2018
Deeply saddened by the passing away of #AjitWadekar He was more than a coach to the entire team - a father figure and a shrewd tactician. My heartfelt condolences to his family and loved ones. He will be missed. Thank you Sir for the confidence shown in my ability!
— Anil Kumble (@anilkumble1074) August 16, 2018
Deeply saddened to hear about the demise of Ajit Wadekar Sir. He was someone who was instrumental in bringing out the best in us during the 90s. We’ll always be grateful for his advice and guidance. Praying for strength for his family during this difficult time. RIP pic.twitter.com/coSyac73ot
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) August 16, 2018
Oh, I will dearly miss him
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) August 15, 2018
This pic taken in that same match. I was very fond of him and I guess he didn’t mind me too much either.#RIPWadekar pic.twitter.com/lvFbcA3gx2
V sad news-Ajit Wadekar passing away-only Indn Capt to win 3 series in a row-2 away 1 at home-ALW was good contemporary-we had differences o opinion but always respected glory o Crkt-fine batsman & great close in catch-served Indn Crkt w/aplomb as player/Selectr/Coach-RIP Jeetu!
— Bishan Bedi (@BishanBedi) August 15, 2018
गौरतलब कि टीम के इंडिया के मैनेजर कम कोच पद कर रहते हुए वाडेकर ने तेंदुलकर को वनडे क्रिकेट का सलामी बल्लेबाज बनाने में अहम भूमिका निभाई. वाडेकर के कार्यकाल में ही अजहर के कैरियर को 1993 से 1996 के बीच नया जीवन मिला. इससे पहले न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में सीरीज हारकर वह खराब दौर से जूझ रहे थे. अजहर ने ट्वीट किया,‘महान इंसान. उनके निधन से काफी दुखी हूं. सर (वाडेकर) मेरे लिये पितातुल्य थे. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे. परिवार को मेरी संवेदनायें.’इंग्लैंड के 1990 दौरे के बाद टीम से बाहर किए गए कुंबले के लिए तो वाडेकर फरिश्ते से कम नहीं थे. उनकी वापसी दक्षिण अफ्रीका के 1992-93 के दौरे पर हुई जब वाडेकर मैनेजर बने. इसके बाद 2008 में संन्यास तक कभी भी किसी भी मैच से उन्हें बाहर नहीं किया गया.
कुंबले ने लिखा,‘अजित वाडेकर के निधन से काफी दुखी हूं. वह पूरी टीम के लिये कोच से बढ़कर थे. पिता के समान और चतुर रणनीतिकार. उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं. उनकी कमी खलेगी. मेरी क्षमता में विश्वास जताने के लिये आपका शुक्रिया सर. ’संजय मांजरेकर ने मुंबई में शिवाजी पार्क जिमखाना में चैरिटी मैच के लिये क्रिकेट जर्सी पहने वाडेकर की तस्वीर डाली है. उन्होंने कहा,‘भारतीय क्रिकेट पर अजित वाडेकर का गहरा प्रभाव है. उनके समकालीन उनकी पूजा करते थे. उनका ऐसा व्यक्तित्व था. कोच के रूप में वह काफी सख्त थे. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.’ महान स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने कहा,‘अजित वाडेकर के निधन की खबर काफी दुखद है. लगातार तीन सीरीज जीतने वाले अकेले भारतीय कप्तान. हमारे बीच मतभेद रहते थे लेकिन उस महान बल्लेबाज के लिये हमेशा सम्मान रहा. भारतीय क्रिकेट की खिलाड़ी, चयनकर्ता और कोच के रूप में उन्होंने अपार सेवा की. RIP जीतू .’
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