भारतीय टीम में नहीं ख़त्म हो रही अच्छे ऑलराउंडर की तलाश

भारतीय टीम में नहीं ख़त्म हो रही अच्छे ऑलराउंडर की तलाश

रविंद्र जडेजा (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

ऋषि धवन, गुरकीरत मान, रविंद्र जडेजा, ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर इन तीनों खिलाड़ियों की भूमिका टीम में ऑलराउंडर की थी, लेकिन ये तीनों ही टीम इंडिया के काम नहीं आ सके। ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर्स ने जहां वनडे सीरीज में बल्ले और गेंद दोनों से धमाल मचाया, ये तीनों किसी ना किसी डिपार्टमेंट में फेल हुए।

ऋषि धवन ने हिमाचल के लिए तो विकेट को अंबार लगाया और बल्ले से भी उम्मीद जगाते दिखे, लेकिन  अपनी डेब्यू सीरीज में उनकी सच्चाई दुनिया के सामने आ गई। ऋषि ने तीन मैचों में 25 ओवर की गेंदबाज़ी की 160 रन दिए 6.40 के इकॉनमी रेट से और सिर्फ एक विकेट ले पाए। इतने ही मैचों में ऋषि के बल्ले से 12 रन निकले, 12.00 की औसत से। ऋषि को टी-20 में मौका बहुत ही किस्मत से ही मिल सकता है।

गुरकीरत मान के बारे में कहा जाता है कि वह अच्छे बल्लेबाज और एक ऐसे स्पिनर हैं, जो रन रोक सकें, लेकिन गुरकीरत से दोनों ही काम नहीं हो पाए। गुरकीरत ने तीन मैचों में 10 ओवर की गेंदबाज़ी की 68 रन दिए 6.80 के इकॉनमी रेट से और 1 भी विकेट उनको नहीं मिला। बल्लेबाज़ी में भी उन्होंने तीन मैचों में 13 रन बनाए, 6.50 की औसत से।

जडेजा को अश्विन से पहले प्राथमिकता इसलिए दी गई क्योंकि वह गेंदबाज़ी के साथ-साथ बल्लेबाज़ी में भी योगदान दे सकते हैं, लेकिन जडेजा का कसूर यह रहा कि वह बल्ले से कुछ नहीं कर पाए। जडेजा ने पांच मैचों में 48 ओवर की गेंदबाजी करके 257 रन दिए 5.35 की इकॉनमी से और तीन विकेट लिए जो ठीक-ठाक प्रदर्शन कहा जा सकता है, लेकिन बल्लेबाजी में वह कुछ खास नहीं कर पाए, पांच मैचों में 45 रन बनाए, 45.00 की औसत से...

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

साफ है कि कपिल देव के बाद से टीम इंडिया की एक अच्छे ऑलराउंडर की तलाश अभी भी ख़त्म नहीं हुई है और विदेशी दौरों पर कई बार ये फ़ैक्टर टीम इंडिया का हार का कारण बन चुका है।