यह ख़बर 22 जुलाई, 2014 को प्रकाशित हुई थी

कई हार के बावजूद इंग्लैंड की कप्तानी नहीं छोड़ेंगे एलेस्टेयर कुक

लंदन:

इंग्लैंड के कप्तान एलेस्टेयर कुक के लॉर्डस पर दूसरे क्रिकेट टेस्ट में 95 रन से शिकस्त झेलने के बाद आलोचक भले ही उन्हें हटाने की मांग कर रहे हों, लेकिन कुक ने कहा कि दूसरे टेस्ट में भारत के खिलाफ 95 रनों से हार के बावजूद वह इस वक्त कप्तानी छोड़ने को इच्छुक नहीं हैं।

भारत ने ‘क्रिकेट के मक्का’ लॉर्डस पर 28 साल बाद टेस्ट मैच अपने नाम कर इतिहास रचा। महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली टीम ने 95 रन की जीत से पांच टेस्ट मैचों की शृंखला में 1-0 से बढ़त बना ली।

भारत ने लॉर्डस के मैदान पर 28 वर्षों में किसी टेस्ट मैच में पहली जीत दर्ज की है। इससे कपिल देव की टीम ने जून 1986 में पांच विकेट से जीत दर्ज कर यह उपलब्धि हासिल की थी।

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कुक ने मैच खत्म होने के बाद कहा, यह कड़ी हार है। मुझे लगता है कि हमें भारत को काफी ज्यादा श्रेय देना होगा, उन्होंने हमें बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में पस्त किया। लॉर्डस की घास वाली पिच पर इंग्लैंड को टॉस जीतने के बावजूद शिकस्त झेलनी पड़ी।
उन्होंने पिच के बारे में कहा, पिछली पारी में भी, पिच टर्न ले रही थी और उछाल ले रही थी, यहां टॉस जीतना अच्छा था, लेकिन इसका श्रेय भारत को देना चाहिए, उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाया। इंग्लैंड के सीनियर खिलाड़ी अपने रिकॉर्ड के अनुसार प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, जबकि युवाओं ने अच्छा खेल दिखाया है। कुक ने इसे खिलाड़ियों के आत्मविश्वास का मुद्दा बताया। उन्होंने कहा, निश्चित रूप से यह आत्मविश्वास की बात है। हमारी टीम ऐसे खिलाड़ियों का समूह है, जो इंग्लैंड के लिए जीत हासिल करने को बेताब है। हमारे युवा खिलाड़ियों ने काफी बढ़िया प्रदर्शन किया, जो इंग्लिश क्रिकेट के लिए अच्छा है। हां, सीनियर खिलाड़ी अपने रिकॉर्ड के मुताबिक नहीं खेल रहे हैं, जिसमें मैं भी शामिल हूं। मुझे भी रन बनाना होगा।
 
कुक ने मैट प्रायर की तारीफ करते हुए कहा, उसमें अपार प्रतिभा है। इस समय मुझे लगता है कि वह देश का सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बल्लेबाज खिलाड़ी है। उन्होंने टीम में जगह बनाने की चुनौती के बारे में कहा, प्रत्येक खिलाड़ी को टीम में अपनी जगह हासिल करनी पड़ती है और प्रायर ‘फाइटर’ है। आप अपने ड्रेसिंग रूम में ऐसा खिलाड़ी रखना चाहोगे। अंत में कुक थोड़े भावुक हो गए और वह बल्ले से प्रदर्शन नहीं कर पाने से भी दुखी दिखे। उन्होंने कहा, मैं इस परिणाम को बदलने के लिए सब कुछ कर रहा था। लेकिन इसके लिए सबसे पहले मुझे रन बनाने शुरू करने होंगे। पिछले कुछ समय से बल्ले से मैं प्रदर्शन नहीं कर पा रहा हूं, लेकिन कप्तान के तौर पर मैंने कुछ मैच जीते हैं।