पुणे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के हाथों विराट की सेना को 333 रन की करारी शिकस्त मिली थी...
नई दिल्ली:
महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट क्रिकेट से सन्यास लेने के तत्काल बाद विराट कोहली को कप्तानी की बागडोर सौंप दी गई थी. आक्रामक स्वभाव वाले कोहली ने नई भूमिका को बखूबी निभाया. टेस्ट कप्तान बनने के बाद उन्होंने अपने बल्ले से भी खासा कमाल दिखाया. कोहली ने नई ऊर्जा का प्रसार करके अपने साथी खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए भी प्रेरित किया.
पुणे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 333 रन से हारने से पहले विराट की सेना विजय रथ पर सवार थे, उनकी कप्तानी में 19 टेस्ट में से टीम इंडिया को 17 में जीत मिली, जबकि 2 ड्रॉ रहे. आने वाले समय में विराट भले ही भारत के सफलतम टेस्ट कप्तान बन जाएं लेकिन अब वह बतौर कप्तान धोनी के एक रिकॉर्ड की बराबरी कभी नहीं कर पाएंगे. पुणे में हार के बाद उनके हाथ से यह मौका निकल गया.
घर पर कंगारुओं से कभी नहीं हारे एमएस धोनी
धोनी ने साल 2008 में टेस्ट टीम की कमान अपने हाथ में ली थी. 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने तक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर पर एक भी मैच नहीं हारे. धोनी की कप्तानी में 2008-09 की सीरीज में टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-0 से जीत मिली. साल 2010-11 में भी धोनी ने इसी जीत को दोहराया. साल 2012-13 में धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी कप्तानी में घर पर 4-0 से सूपड़ा साफ कर दिया. जिसमें चेन्नई टेस्ट में दोहरा शतक जड़कर धोनी ने अकेल के दम पर कंगारुओं को बैकफुट पर ढकेल दिया था. धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर पर कुल 8 टेस्ट जीते हैं.
गौरतलब है कि पुणे में खेले गए पहले टेस्ट मुकालबे में भारतीय टीम को करारी हार का सामना करना पड़ा था. ऑस्ट्रेलिया के युवा स्पिनर स्टीव ओ कीफे ने मैच में कुल 12 विकेट लेकर भारतीय टीम की कमर तोड़ दी थी. टीम इंडिया ने पहली पारी में 105 तो दूसरी पारी में 107 रन ही बना सकी. ऑस्ट्रेलिया ने चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है. टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला 4 मार्च से बेंगलुरू में शुरू होगा.
पुणे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 333 रन से हारने से पहले विराट की सेना विजय रथ पर सवार थे, उनकी कप्तानी में 19 टेस्ट में से टीम इंडिया को 17 में जीत मिली, जबकि 2 ड्रॉ रहे. आने वाले समय में विराट भले ही भारत के सफलतम टेस्ट कप्तान बन जाएं लेकिन अब वह बतौर कप्तान धोनी के एक रिकॉर्ड की बराबरी कभी नहीं कर पाएंगे. पुणे में हार के बाद उनके हाथ से यह मौका निकल गया.
घर पर कंगारुओं से कभी नहीं हारे एमएस धोनी
धोनी ने साल 2008 में टेस्ट टीम की कमान अपने हाथ में ली थी. 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने तक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर पर एक भी मैच नहीं हारे. धोनी की कप्तानी में 2008-09 की सीरीज में टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-0 से जीत मिली. साल 2010-11 में भी धोनी ने इसी जीत को दोहराया. साल 2012-13 में धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी कप्तानी में घर पर 4-0 से सूपड़ा साफ कर दिया. जिसमें चेन्नई टेस्ट में दोहरा शतक जड़कर धोनी ने अकेल के दम पर कंगारुओं को बैकफुट पर ढकेल दिया था. धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर पर कुल 8 टेस्ट जीते हैं.
गौरतलब है कि पुणे में खेले गए पहले टेस्ट मुकालबे में भारतीय टीम को करारी हार का सामना करना पड़ा था. ऑस्ट्रेलिया के युवा स्पिनर स्टीव ओ कीफे ने मैच में कुल 12 विकेट लेकर भारतीय टीम की कमर तोड़ दी थी. टीम इंडिया ने पहली पारी में 105 तो दूसरी पारी में 107 रन ही बना सकी. ऑस्ट्रेलिया ने चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है. टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला 4 मार्च से बेंगलुरू में शुरू होगा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं