
बेंगलुरु:
बेंगलुरु के यूबी सिटी में दुनिया का सबसे बड़ा केक शो देखने के लिए लोगों का हुजूम जुट रहा है। एक ऐसा शो जिसमें बड़ी बड़ी इमारतें और आदमक़द मूर्तियां सब कुछ केक से बनी हैं।
इस साल केक शो का थीम ग्रीक दार्शनिक प्लेटो का पौराणिक शहर अटलांटिस पर रखा गया है। केक से बने 14 फ़ीट ऊंचे 'द लॉस्ट सिटी ऑफ़ अटलांटिस' लोगों के आकर्षण का केंद्र है। समंदर में डूबे इस खूबसूरत शहर की बारीकियों को काफी कुशलता के साथ कारीगरों ने दर्शाया है।

एक तरफ शहर है, तो दूसरी तरफ इसके पास का गांव और यहां के समुंद्री जीव-जन्तु। इसके पास ही लोकोमोटिव इंजन और आदमक़द बार्बी डॉल केक हैं। केक मैटेरियल्स से तैयार ऐसे लगभग 20 सेट यहां लगे हैं। सब एक से बढ़ कर एक और बेमिसाल कारीगरी की एक ज़िंदा मिसाल।
हर रोज़ लगभग 20 हज़ार लोग केक से बने इस शहर को देखने आ रहे हैं, जो कि छुट्टियों के दिन 50 हज़ार के पार जाने की उम्मीद है। क्रिसमस और नए साल के मौके पर होने वाले इस वार्षिक केक शो की शरुआत 40 साल पहले नीलगिरि रिटेल्स के मालिक सी रामचन्द्रन ने की थी और इस बार भी 'द लॉस्ट सिटी ऑफ़ अटलांटिस' थींम की सोच उनकी ही थी। केक शो के समन्वयक गौतम अग्रवाल के मुताबिक, तीन जनवरी तक चलने वाले इस केक शो को डिजाइन करने से लेकर अमली जामा पहनाने में तक़रीबन 6 महीने का वक़्त लगा। केक्स को शहर के साथ-साथ दुसरे आकार में ढालने में 6 मज़दूरों को तीन महीने लगे। इस प्रोजेक्ट में बेंगलुरु इंस्टिट्यूट ऑफ़ बेकिंग आर्ट एंड केक्स के छात्रों का काफी महत्वपूर्ण योगदान है।
'द लॉस्ट सिटी ऑफ़ अटलांटिस' के दो सेटों के साथ-साथ दूसरी 20 बड़ी बॉक्स से बनी आकृतियों को इसी रूम में बनाए रखने के लिए इस चैंबर में 40 डिग्री का तामपान बनाए रखा जाता है।
इस साल केक शो का थीम ग्रीक दार्शनिक प्लेटो का पौराणिक शहर अटलांटिस पर रखा गया है। केक से बने 14 फ़ीट ऊंचे 'द लॉस्ट सिटी ऑफ़ अटलांटिस' लोगों के आकर्षण का केंद्र है। समंदर में डूबे इस खूबसूरत शहर की बारीकियों को काफी कुशलता के साथ कारीगरों ने दर्शाया है।

एक तरफ शहर है, तो दूसरी तरफ इसके पास का गांव और यहां के समुंद्री जीव-जन्तु। इसके पास ही लोकोमोटिव इंजन और आदमक़द बार्बी डॉल केक हैं। केक मैटेरियल्स से तैयार ऐसे लगभग 20 सेट यहां लगे हैं। सब एक से बढ़ कर एक और बेमिसाल कारीगरी की एक ज़िंदा मिसाल।
हर रोज़ लगभग 20 हज़ार लोग केक से बने इस शहर को देखने आ रहे हैं, जो कि छुट्टियों के दिन 50 हज़ार के पार जाने की उम्मीद है। क्रिसमस और नए साल के मौके पर होने वाले इस वार्षिक केक शो की शरुआत 40 साल पहले नीलगिरि रिटेल्स के मालिक सी रामचन्द्रन ने की थी और इस बार भी 'द लॉस्ट सिटी ऑफ़ अटलांटिस' थींम की सोच उनकी ही थी। केक शो के समन्वयक गौतम अग्रवाल के मुताबिक, तीन जनवरी तक चलने वाले इस केक शो को डिजाइन करने से लेकर अमली जामा पहनाने में तक़रीबन 6 महीने का वक़्त लगा। केक्स को शहर के साथ-साथ दुसरे आकार में ढालने में 6 मज़दूरों को तीन महीने लगे। इस प्रोजेक्ट में बेंगलुरु इंस्टिट्यूट ऑफ़ बेकिंग आर्ट एंड केक्स के छात्रों का काफी महत्वपूर्ण योगदान है।
'द लॉस्ट सिटी ऑफ़ अटलांटिस' के दो सेटों के साथ-साथ दूसरी 20 बड़ी बॉक्स से बनी आकृतियों को इसी रूम में बनाए रखने के लिए इस चैंबर में 40 डिग्री का तामपान बनाए रखा जाता है।