वाराणसी में गंगा तट पर हड़ताल के दौरान प्रदर्शन करते हुए नाविक.
वाराणसी:
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में नित्य नई योजनाएं लागू हो रही हैं. इन्ही में से एक है वाराणसी में गंगा विहार के लिए पर्यटकों के लिए स्टोरी टेलिंग क्रूज़ और विश्वनाथ मंदिर दर्शन करने के लिए फेरी का संचालन. इस योजना के जल्द ही वाराणसी में लागू होने के आसार हैं. ऐसे में गंगा पुत्र मांझी समाज के लोग इन योजनाओं का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि इन योजनाओं के लागू होने से उनकी रोज़ी रोटी पर सीधा असर पड़ेगा.
बनारस के दशाश्वमेघ घाट पर गंगा में पूरे 84 घाट के नाविक समाज के लोग जुटे. उन्होंने अपनी नावों को बंद कर विरोध प्रदर्शन किया. उनके हाथों में तख्तियां थीं और वे सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे. बनारस के इन माझियों का विरोध इस बात को लेकर है कि गंगा में क्रूज़ चलने लगी और सरकार की और क्रूज़ बोट चलाने की योजना है जिसकी वजह से इन्हें लगता है कि यह सीधे-सीधे इनके रोजी-रोटी पर हमला है. उनका कहना है कि सदियों से यह लोग बाप दादा के जमाने से गंगा में नाव चलाते और अपना जीविकोपार्जन करते चले आ रहे हैं लेकिन अब जब गंगा में क्रूज चलाकर सरकार बड़े पूंजीपतियों का मदद करना चाहती है और उन जैसे गंगा पुत्रों का पेट काटना चाहती है.
यही नहीं इनका विरोध इस बात को लेकर भी है कि जब से क्रूज चला तब से इनके नावों के लाइसेंसों का रिन्यूअल नहीं हो रहा है. इन्हें लग रहा है कि शायद इनके साथ यह सब साजिशन किया जा रहा है. इसको लेकर के इन लोगों ने बनारस के राजेंद्र प्रसाद घाट और दशाश्वमेध घाट पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
इस मौके पर मौजूद नाविक समाज के प्रमोद माझी ने बताया कि हमारा धरना प्रदर्शन कई सारी व्यवस्थाओं के खिलाफ है पर हमारी मुख्य विरोध गंगा में मोदी और योगी सरकार द्वारा चलाए जा रहे क्रूज़ का विरोध करने यहां एकत्रित हुए हैं.
VIDEO : पीएम मोदी ने किया जलमार्ग का उद्घाटन
प्रमोद माझी ने आरोप लगाते हुए कहा कि गंगा नदी में यदि क्रूज़ चलेगा तो गंगा पुत्र कैसे रोज़ी-रोटी कमाएगा. गंगा की गोद में हम पले बढ़े हैं इसके अलावा कहां जाएंगे. गंगा में क्रूज़ चलने लगेगा तो हम भुखमरी के शिकार हो जाएंगे. हम आज सरकार को एक अल्टीमेटम देने आए हैं कि गंगा में क्रूज़ की योजना बंद करें वरना हम लोग गंगा में इस पार से उस पार तक पूरे बनारस की नाव बांधकर विरोध करेंगे और आगामी चुनाव में पूरे देश में इनके विरोध में प्रचार करेंगे.
बनारस के दशाश्वमेघ घाट पर गंगा में पूरे 84 घाट के नाविक समाज के लोग जुटे. उन्होंने अपनी नावों को बंद कर विरोध प्रदर्शन किया. उनके हाथों में तख्तियां थीं और वे सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे. बनारस के इन माझियों का विरोध इस बात को लेकर है कि गंगा में क्रूज़ चलने लगी और सरकार की और क्रूज़ बोट चलाने की योजना है जिसकी वजह से इन्हें लगता है कि यह सीधे-सीधे इनके रोजी-रोटी पर हमला है. उनका कहना है कि सदियों से यह लोग बाप दादा के जमाने से गंगा में नाव चलाते और अपना जीविकोपार्जन करते चले आ रहे हैं लेकिन अब जब गंगा में क्रूज चलाकर सरकार बड़े पूंजीपतियों का मदद करना चाहती है और उन जैसे गंगा पुत्रों का पेट काटना चाहती है.
यही नहीं इनका विरोध इस बात को लेकर भी है कि जब से क्रूज चला तब से इनके नावों के लाइसेंसों का रिन्यूअल नहीं हो रहा है. इन्हें लग रहा है कि शायद इनके साथ यह सब साजिशन किया जा रहा है. इसको लेकर के इन लोगों ने बनारस के राजेंद्र प्रसाद घाट और दशाश्वमेध घाट पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
इस मौके पर मौजूद नाविक समाज के प्रमोद माझी ने बताया कि हमारा धरना प्रदर्शन कई सारी व्यवस्थाओं के खिलाफ है पर हमारी मुख्य विरोध गंगा में मोदी और योगी सरकार द्वारा चलाए जा रहे क्रूज़ का विरोध करने यहां एकत्रित हुए हैं.
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प्रमोद माझी ने आरोप लगाते हुए कहा कि गंगा नदी में यदि क्रूज़ चलेगा तो गंगा पुत्र कैसे रोज़ी-रोटी कमाएगा. गंगा की गोद में हम पले बढ़े हैं इसके अलावा कहां जाएंगे. गंगा में क्रूज़ चलने लगेगा तो हम भुखमरी के शिकार हो जाएंगे. हम आज सरकार को एक अल्टीमेटम देने आए हैं कि गंगा में क्रूज़ की योजना बंद करें वरना हम लोग गंगा में इस पार से उस पार तक पूरे बनारस की नाव बांधकर विरोध करेंगे और आगामी चुनाव में पूरे देश में इनके विरोध में प्रचार करेंगे.