संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ शनिवार को यहां कोठरूड़ इलाके में प्रदर्शन किया गया. वहीं, शहर में अन्य स्थानों पर कुछ संगठनों ने महाराष्ट्र सरकार से विधानसभा का एक विशेष सत्र बुलाने और सीएए एवं एनआरसी के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित करने की मांग की. युवक क्रांति दल, प्रोफेशनल कांग्रेस, एनएसयूआई, आम आदमी पार्टी और अन्य के सदस्यों ने सीएए, एनआरसी और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के खिलाफ पोस्टर लेकर प्रदर्शन किए. उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून को रद्द करने की मांग की.
युवक क्रांति दल के सदस्य संदीप बर्वे ने कहा कि ‘वी द पीपुल ऑफ इंडिया' के बैनर तले प्रदर्शन किया गया. उन्होंने कहा कि सीएए के खिलाफ ये विरोध तब तक नहीं रुकेंगे जब तक कि सरकार इस कानून को निरस्त नहीं कर देती. करीब 500 से 600 लोगों ने प्रदर्शन किए.
नागरिकता कानून पर अभिजीत बनर्जी : "एक बात जो मुझे चिंतित करती है..."
एक अन्य प्रदर्शनकारी प्रवीण सप्तऋषि ने दावा किया कि कुछ लोग सीएए को लेकर बहस शुरू कर प्रदर्शनकारियों को भड़काने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘‘हमने हमारे लोगों से अपील की कि वे उनकी टिप्पणियों से भड़के नहीं और शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन जारी रखें.”
नागरिकता कानून : बीजेपी नेताओं ने हिंसक प्रदर्शनों का किया विरोध, लोगों को जागरूक किया
मूलनिवासी मुस्लिम मंच के तहत कई संगठनों ने सीएए के खिलाफ धरना दिया. दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया में सीएए के खिलाफ छात्रों के प्रदर्शन का चेहरा बनीं लदीदाह फरजाना ने एक सम्मेलन में कहा कि वह उन सभी को सलाम करती हैं जो सीएए के “सख्त प्रावधानों” के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.
VIDEO : CAA से नहीं जाएगी किसी की नागरिकता
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)