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This Article is From Mar 05, 2020

दिल्ली में हिंसा के दौरान पुलिस ने अपनी जान पर खेलकर लोगों को बचाया : ज्वाइंट सीपी आलोक कुमार

दिल्ली दंगों पर दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट सीपी आलोक कुमार ने NDTV से खुलकर बात की, दंगों के दौरान पुलिस की कार्रवाई की जानकारी दी

प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली:

दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान हालात पर काबू पाने की बड़ी चुनौती दिल्ली पुलिस के सामने थी. दंगों के दौरान दिल्ली पुलिस 48 से 60 घंटे तक रेस्क्यू में जुटी रही. दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर आलोक कुमार ने NDTV से कहा कि घटनाओं के वीडियो की जांच की जा रही है. उनसे सबूत मिल सकेंगे और दोषियों की पहचान की जा सकेगी. उन्होंने कहा कि जिन पुलिस कर्मियों ने कानून के दायरे से बाहर जाकर काम किया उन पर कार्रवाई की जाएगी. आलोक कुमार से हुई बातचीत के प्रमुख अंश-     

NDTV- दिल्ली में दंगे के वक़्त पुलिस के सामने क्या चैलेंज थे?
आलोक कुमार -  24 और 25 फरवरी को हमारे पास काफी कॉल आए थे. जो लोग घर में, सड़क पर फंसे हुए थे उनको हमने रेस्क्यू किया और उनको सेफ जगह पहुंचाया. पुलिस ने अपनी जान पर खेलकर लोगों को बचाया है. हज़ारों लोगों को हमने बचाया और आज लोग हमें दुआ दे रहे हैं. 48 से 60 घंटे तक पुलिस रेस्क्यू में लगी थी.

NDTV- कुछ लोग कह रहे हैं कि पुलिस ने उनका बिल्कुल साथ नहीं दिया. पुलिस पर इल्ज़ाम लगाया कि उन्होंने उपद्रवियों का साथ दिया,और पथरबाज़ी भी की.
आलोक कुमार -  पुलिस फोर्स को बिल्कुल सख्त आदेश थे कि दोनों तरफ से वायलेंस को कंट्रोल करना है. पुलिस दोनों ग्रुप के बीच में खड़ी थी. दोनों तरफ से पुलिस पर पथराव हो रहा था. कहीं  हमें फ़ोर्स के ज़रिए लोगों को हटाना पड़ा, कहीं अपील की तो लोग वापस गए. लोगों से 10 फ़ीट दूरी तक खड़े होकर भी अपील की कि आप यह ठीक नहीं कर रहे है, जिसके बाद कई जगह लोग वापस गए. लेकिन जहां नहीं माने उपद्रवी तो हमने जमकर फोर्स भी यूज़ किया, लाठीचार्ज भी किया, टियरगैस भी इस्तेमाल किया.

NDTV- एक वीडियो सामने आया था जिसमें पुलिसकर्मी 4 से 5 लोगों को जमीन पर लिटाकर मार रहे हैं और राष्ट्रगान गाने को बोल रहे हैं.
आलोक कुमार- उसकी हम जांच कर रहे हैं. कानून के दायरे से बाहर जाकर उन्होंने काम किया है तो उन पर ज़रूर कदम उठाया जाएगा. हम उस पर काम कर रहे हैं.

NDTV-मोहन नर्सिंग होम और ब्रह्मपुरी के वीडियो भी सामने आए हैं जिनमें लोगों के हाथों में गन है और फायरिंग भी कर रहे हैं. उन लोगों को कब पकड़ा जाएगा और उन पर सख्त कदम कब उठाया जाएगा?
आलोक कुमार- बिल्कुल, ये सभी वीडियो हमारी जांच के दायरे में हैं. सभी वीडियो से हमें मदद मिलेगी और प्रूफ भी मिल सकेगा. इन वीडियो की मदद से हम दंगाइयों को पहचानेंगे और उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.

NDTV- गन शॉट से कितने लोगों की मौत हुई?
आलोक कुमार - गन शॉट से 12 लोगों की मौत हुई. फायरिंग मॉब के बीच में हो रही थी. हम उस जगह के फुटेज खंगाल रहे हैं और पता कर रहे हैं कि वो लोग लोकल थे या बाहर से आए थे जिन्होंने फायरिंग की. जांच में हम ये सब देख रहे हैं.

NDTV- आप पार्षद ताहिर हुसैन का कुछ पता चला?
आलोक कुमार -  क्राइम ब्रांच की एसआईटी उस केस को इंवेस्टिगेट कर रही है. उस पर अपडेट उस टीम के हेड ही दे पाएंगे.

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