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मैग्नस कार्लसन ने विश्वनाथन आनंद और फिडे पर बोला हमला, पूर्व चैंपियन को बताया 'रोबोट'

मैग्नस कार्लसन ने सोमवार को ड्रेस कोड उल्लंघन के मुद्दे को गलत तरीके से संभालने के लिए उपाध्यक्ष विश्वनाथन आनंद को लेकर कहा है कि भारत का महान खिलाड़ी फिडे में अपनी इस भूमिका के लिए तैयार नहीं है.

मैग्नस कार्लसन ने विश्वनाथन आनंद और फिडे पर बोला हमला, पूर्व चैंपियन को बताया 'रोबोट'
Magnus Carlsen: मैग्नस कार्लसन ने विश्वनाथन आनंद और फिडे पर बोला हमला

दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने सोमवार को ड्रेस कोड उल्लंघन के मुद्दे को गलत तरीके से संभालने के लिए उपाध्यक्ष विश्वनाथन आनंद समेत विश्व शतरंज की सर्वोच्च संस्था फिडे के वरिष्ठ अधिकारियों की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने 'समय के साथ सामंजस्य नहीं बैठाया' और भारत का महान खिलाड़ी फिडे में अपनी  इस भूमिका के लिए तैयार नहीं है. नॉर्वे के कार्लसन ने उन्हें अयोग्य घोषित करने के फैसले को 'दकियानुसी' बताते हुए अधिकारियों को 'रोबोट' करार दिया जो स्वतंत्र निर्णय लेने में सक्षम नहीं हैं.

कार्लसन ने 'टेक टेक टेक ऐप' से कहा,"मुझे लगता है कि उनकी (फिडे) ओर से स्थिति को बुरी तरह से संभाला गया था. मैं यहां से निकलने वाला था और विमान का टिकट बुक करने जा रहा था तभी मेरे पिता ने कहा कि हमें फिडे अध्यक्ष से बात करने का निर्णय लेने के लिए शायद सुबह तक इंतजार करना चाहिए. अरकडी ड्वोरकोविच के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं."

पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन पर फिडे के ड्रेस कोड का उल्लंघन करके जींस पहनकर आने के बाद पहले 200 डॉलर का जुर्माना लगाया गया. नौवें दौर से पहले अपनी पोशाक बदलने से इनकार करने के बाद मुख्य मध्यस्थ एलेक्स होलोव्जाक द्वारा नॉर्वे के इस खिलाड़ी को अयोग्य घोषित कर दिया गया था.

कार्लसन ने कहा,"हमने कल आनंद और अन्य लोगों के साथ लंबी बातचीत की थी लेकिन यह किसी नतीजे पर नहीं पहुंची. हमें आम तौर पर वही जवाब मिले जैसे  कि मध्यस्थ कोई 'रोबोट' हैं जो खुद से सोच नहीं सकता और नियमों को लेकर कोई बीच का रास्ता नहीं निकाल सकता." कार्लसन ने कहा,"मुझे यह भी नहीं पता कि मैंने कोई नियम तोड़ा है या नहीं. मुझे अभी भी इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला है."

उन्होंने कहा,"वे कह रहे थे कि आम तौर पर जींस पहनने की इजाजत नहीं है. बात अगर 'आम तौर पर' की है तो इसका मतलब यह होगा कि अपवाद अवश्य होंगे. मैं सभ्य तरीके से पोशाक पहनने के बाद भी अगर उस अपवाद की श्रेणी में नहीं आता, तो मुझे नहीं पता कि क्या होगा."

आनंद, जो खुद पांच बार के विश्व चैंपियन हैं, उन्होंने 'चेसबेस इंडिया' को बताया था कि कार्लसन ने "नियमों का पालन करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उनके पास बहुत कम विकल्प बचे थे." कार्लसन ने कहा,"इसलिए मुझे यह भी यकीन नहीं है कि मैंने कोई नियम तोड़ा है. उन्होंने एक नियम की बहुत ही संकीर्ण व्याख्या को आगे बढ़ा कर इस मौके का फायदा उठाया. जाहिर तौर पर उनके साथ चर्चा या किसी भी चीज़ के लिए कोई जगह नहीं थी. इसका मतलब है कि वह अपने सभी अच्छे गुणों के साथ भी इस नौकरी के लिए तैयार नहीं है."

कार्लसन ने अयोग्यता के बाद ब्लिट्ज़ वर्ग से बाहर होने का विकल्प चुना था लेकिन अब वह अपने खिताब का बचाव करेंगे. फिडे अध्यक्ष ड्वोरकोविच ने नीति में बदलाव की घोषणा करते हुए कहा,"मैंने पोशाक की उपयुक्तता के संबंध में फिडे अधिकारियों को निर्णय में अधिक लचीलापन प्रदान करने का निर्णय लिया."

ड्वोरकोविच ने 'एक्स' पर एक बयान में कहा,"सिद्धांत सरल है, आधिकारिक ड्रेस-कोड का पालन करना अभी भी आवश्यक है, लेकिन नियमों में मामूली छूट  (विशेष रूप से, जैकेट से मेल खाने वाले उपयुक्त जींस शामिल हो सकते हैं) की अनुमति है."

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